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बलरामपुर: चुनावी हिंसा मामले में बड़ी कार्रवाई, पूर्व सांसद रिजवान ज़हीर पर लगा NSA
बलरामपुर में पंचायत चुनाव के दौरान हुई आगजनी और हिंसा के बाद अब पूर्व सांसद रिजवान जहीर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है।
बलरामपुर: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में 26 अप्रैल को त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के सामान्य निर्वाचन के लिए चल रहे मतदान के बाद बवाल व आगजनी मामले में जिला प्रशासन ने अब बड़ी कार्यवाही की है। पहले से जेल में बंद पूर्व सांसद पर प्रशासन ने "राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए)" लगाया गया है।
जिले की नवानगर जिला पंचायत सीट पर कांग्रेस नेता दीपांकर सिंह की पत्नी अरुणिमा सिंह व पूर्व सांसद रिज़वान ज़हीर की पत्नी हुमा रिज़वान चुनाव लड़ रही थी। दीपांकर सिंह इसी सीट से पहले भी जिला पंचायत सदस्य चुने जा चुके थे। जबकि तुलसीपुर के इस इलाके के पूर्व सांसद रिज़वान ज़हीर (जो कि अब बसपा में शामिल हो चुके हैं) का गढ़ माना जाता है। लिहाजा दोनों नेताओं की प्रतिष्ठा इस चुनाव में दांव पर थी।
क्या है पूरा मामला
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में निर्वाचन के लिए 26 अप्रैल को चल रहे मतदान का वक्त समाप्त हो चुका था। बावजूद इसके एक पोलिंग बूथ पर मतदान को लेकर कांग्रेस नेता दीपांकर सिंह व पूर्व सांसद रिजवान जहीर के समर्थकों के बीच बवाल हो गया। यह बवाल तुलसीपुर थाना क्षेत्र के बेली कला गांव में हुआ था। आरोप है कि दीपांकर समर्थकों ने पूर्व सांसद रिजवान जहीर के दामाद रमीज की जमकर पिटाई कर, उन्हें घायल कर दिया। जिसके बाद पूर्व सांसद के समर्थकों ने दीपांकर सिंह की दो लग्जरी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। जबकि कुछ अन्य गाडियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
खुद मौके पर पहुंचे थे एसपी-डीएम
घटना की सूचना के बाद एसपी हेमन्त कुटियाल व डीएम श्रुति खुद मौके पर पहुंची और किसी तरह मामले को शांत कराया और रात में ही पूर्व सांसद रिजवान जहीर व कांग्रेस नेता दीपांकर सिंह समेत 11 लोगो को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने रात से इन सभी को अज्ञात स्थान पर रखा जिससे इनके समर्थकोँ का जमावड़ा न लगे।
क्या बोले पुलिस अधीक्षक
पूरे मामले पर एसपी हेमंत कुटियाल ने बताया के तुलसीपुर थाना क्षेत्र के बेली कला गांव में हुई हिंसा और आगजनी के मामले में पूर्व सांसद व कांग्रेस नेता दीपांकर सिंह समेत कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया था। एसपी ने यह भी बताया कि पूर्व सांसद का आपराधिक इतिहास है इस कार्यवाई को लेकर इन पर कुल 14 मुकदमे दर्ज हैं। इसमे हत्त्या व हत्त्या के प्रयास जैसे संगीन मामले शामिल हैं। इनके पुराने आपराधिक इतिहास को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई है।
दीपांकर को मिली जमानत
हम आपको बताते चलें के 7 मई को बेलीकला में हुई चुनावी हिंसा के मामले में रिज़वान ज़हीर व उनके समर्थकों के साथ जेल में बंद दीपांकर सिंह, शुभंकर सिंह व उनके समर्थकों को कोर्ट द्वारा बेल दे दिया गया है।