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Balrampur News: बलरामपुर में छोटी दिवाली पर गुलजार रहे बाजार, उतरौला और तुलसीपुर में जमकर हुई खरीदारी
Balrampur News: धनतेरस पर सराफा बाजार और वाहन शोरूम में काफी भीड़ देखी गई। बाजार में लोगों ने चांदी के सिक्के, सोने-चांदी के आभूषण और हीरे की अंगूठी व हार की खरीदारी की।
Balrampur News: धनतेरस के बाद छोटी दिवाली के दिन बलरामपुर के बाजारों में खरीदारी का जोरदार दौर जारी रहा। बलरामपुर नगर के झारखंडी मंदिर, वीर विनय चौराहा, मुख्य बाजार, भगवतीगंज समेत अन्य बाजारों में सुबह से ही ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे दुकानदारों के चेहरों पर खुशी देखी गई। दुकानदारों का कहना है कि दिवाली से पहले बाजार में मंदी थी, लेकिन त्योहारों के मौके पर ग्राहकों की भीड़ ने बाजार में रौनक ला दी।धनतेरस की तुलना में छोटी दिवाली पर कारोबार थोड़ा कम रहा, लेकिन फिर भी दुकानदार त्योहार की रौनक से संतुष्ट हैं। इस साल पूरे बलरामपुर में धनतेरस पर 160 करोड़ रुपये का कारोबार बताया जा रहा है। जबकि छोटी दिवाली पर अच्छी खासी खरीदारी भी देखने को मिली।
धनतेरस पर सराफा बाजार और वाहन शोरूम में काफी भीड़ देखी गई। बाजार में लोगों ने चांदी के सिक्के, सोने-चांदी के आभूषण और हीरे की अंगूठी व हार की खरीदारी की। सराफा व्यापारी राजा गुप्ता ने बताया कि अकेले सराफा बाजार में ही पूरे जिले में धनतेरस पर करीब 20 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है। इसके अलावा करीब 10 करोड़ रुपये के बर्तन और 40 करोड़ रुपये के वाहन बिके। दिवाली पर सजावट के सामान और दीये समेत करीब 20 करोड़ रुपये का सामान बिका। करीब 30 करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉनिक सामान बिकने का अनुमान है। ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी अच्छा कारोबार हुआ।
होंडा शोरूम, हीरो शोरूम और बजाज शोरूम के संचालकों के मुताबिक इस बार धनतेरस पर 380 बाइक बिकीं। इसी तरह अन्य एजेंसियों पर करीब 600 बाइक बिकीं। इसी तरह बुलेट एजेंसी पर भी खूब धनवर्षा हुई, करीब 30 बुलेट बिकीं। कार एजेंसियों ने 150 कारों की बिक्री बताई है। व्यापार मंडल अध्यक्ष रमेश पाहवा का कहना है कि पूरे जिले में करीब 160 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है। छोटी दिवाली पर बलरामपुर, तुलसीपुर, उतरौला समेत अन्य बाजारों में काफी चहल-पहल रही। ऑटोमोबाइल बाजार में ग्राहकों ने दो पहिया व चार पहिया वाहनों की जमकर खरीदारी की।
धनतेरस पर सोने से ज्यादा चांदी के आभूषणों की मांग रही, वहीं छोटी दिवाली पर चांदी के लक्ष्मी-गणेश के सिक्के व मूर्तियों की खूब बिक्री हुई। मिठाई व ड्राई फ्रूट बाजार में भी कारोबार अच्छा रहा, जिसमें काजू कतली व मिक्स मिठाई की मांग अधिक रही। जाने-माने समाजसेवी व व्यवसायी रवींद्र गुप्ता कमलापुरी ने बताया कि गणेश लक्ष्मी की संयुक्त मूर्तियों के साथ ही कैलेंडर, पोस्टर, चटाई, माला व कपड़े भी खूब बिके। ठठेरी बाजार में भी ग्राहकों के आने से चहल-पहल रही। उन्होंने बताया कि ठठेरी बाजार में दो दिनों में करीब 50 लाख रुपये के बर्तनों की खरीदारी हुई। उधर, चाइनीज लाइटों के साथ ही लोगों ने मिट्टी के दीये भी खरीदे। पूरबटोला थाने के पास कुम्हारों की दुकानों पर लोग दीये व मिट्टी की घंटियां खरीदते नजर आए। उधर, दिवाली पर धूम मचाने के लिए शहर के बड़ा परेड ग्राउंड में पटाखों की 35 दुकानें लगाई गई हैं। छोटी दिवाली पर पटाखे खरीदने के लिए बच्चों में पूरा उत्साह देखा गया। लाइसेंस धारक मोहम्मद अकरम बबलू व अकील ने बताया कि छोटे पटाखों की मांग अधिक है। बच्चे इस पटाखे के साथ रंग-बिरंगी फुलझड़ियां अधिक खरीद रहे हैं। इसी तरह तुलसीपुर स्थित स्वतंत्र भारत इंटर कॉलेज व उतरौला स्थित रामलीला मैदान में लगी पटाखों की दुकान पर गोला-तमाशा खरीदने वालों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
नगर पालिका व पंचायत ने अपने-अपने स्थानों पर बैठक कर दिवाली पर साफ-सफाई रखने का निर्देश दिया। कहा कि जिले में सैकड़ों स्थानों पर मां लक्ष्मी की प्रतिमा के पंडाल बनाए गए हैं। वहां प्रतिदिन सफाई के बाद चूना छिड़का जाए। त्योहार पर बिजली व पेयजल आपूर्ति व्यवस्था बेहतर रहेगी। धनतेरस व छोटी दिवाली पर कारोबार अच्छा रहा और सबसे बड़ी राहत यह रही कि शहर में चोरी व छिनैती की कोई घटना नहीं हुई। सुरक्षा के मद्देनजर अग्निशमन विभाग की ओर से दमकल की भी व्यवस्था की गई थी। रोशनी के त्योहार दिवाली पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन विशेष रूप से सतर्क है। भारत-नेपाल सीमा पर पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की तैनाती बढ़ा दी गई है। साथ ही सीमा से सटे गांवों में संयुक्त टीमें गश्त कर रही हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जा सके। बताया गया है कि मिश्रित आबादी वाले जिले के पचास छोटे-बड़े कस्बों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इन कस्बों में 2500 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है जो हर तरह की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं।