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Balrampur News: भूकंप को लेकर जिला प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी, संवेदशील जोन-4 में शामिल है बलरामपुर
Balrampur News: जनपद बलरामपुर भूकम्प की दृष्टि से संवेदनशील है और जोन-4 में आता है। इसलिए जनसामान्य का भूकम्प से बचाव के प्रति जागरूक होना आवश्यक है।
Balrampur News: तराई सहित उत्तर भारत में मंगलवार को आए भूकंप तथा जोन 4 में शामिल जनपद की संवेदनशीलता को देखते हुए जिलाधिकारी अरबिन्द सिंह ने जनपद वासियों को भूकंप से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है। जिलाधिकारी ने जनपद वासियों से अपील करते हुए कहा कि भूकंप के दौरान जितना संभव हो उतना सुरक्षित रहें। उन्होंने बताया कि जनपद बलरामपुर भूकम्प की दृष्टि से संवेदनशील है और जोन-4 में आता है। इसलिए जनसामान्य का भूकम्प से बचाव के प्रति जागरूक होना आवश्यक है।
डीएम ने कहा कि भूकम्प के दौरान यदि आप घर के अन्दर हैं तो जमीन पर झुक जाएं। किसी मजबूत मेज अथवा फर्नीचर के किसी हिस्से के नीचे शरण लें अथवा तब तक मजबूती से पकड़कर बैठे रहें, जब तक कि भूकम्प के झटके न रूक जाएं। यदि आपके पास कोई मेज या डेस्क हो तो अपने चेहरे तथा सिर को अपने बाजुओं से ढक लें और बिल्डिंग के किसी कोने में झुककर बैठ जाएं। किसी आंतरिक दरवाजे के कोने में किसी मेज अथवा यहां तक कि किसी पलंग के नीचे रूककर अपने आपको बचाएं। शीशे, खिड़कियों, दवाजों तथा दीवारों से दूर रहें अथवा ऐसी चीजें जो गिर सकती हों, उससे दूर रहें। भूकम्प के शुरू होने पर यदि आप एस समय पलंग पर हो तो पलंग पर ही रहें।
सुरक्षित स्थान की ओर खिसक जाएं
जिलाधिकारी ने बताया कि भूकम्प के दौरान अपने सिर पर किसी तकिए को ढककर बचाएं। किसी भारी लाइट फिक्सचर जो गिर सकती हो, के नीचे न आएं। यदि ऐसी स्थिति हो तो पास के किसी सुरक्षित स्थान की ओर खिसक जाएं। उन्होंने बताया कि सबसे बड़ा खतरा बिल्डिंग के बाहर, निकास द्वारों तथा इसकी बाहरी दीवारों के पास होता है। उन्होंने बताया की अनुसंधान से यह पता चला है कि ज्यादातर चोटें तब लगती हैं, जब भवन के अंदर मौजूद लोग किसी दूसरी जगह अथवा बाहर जाने का प्रयास करते हैं। यदि आप घर के बाहर हों तो जहां हों वहां से आप न हिलें।
उन्होंने कहा कि बिल्डिंग, पेड़ों, स्ट्रीट लाइटों तथा बिजली-टेलीफोन आदि की तारों आदि से दूर रहें। यदि आप किसी खुली जगह पर हों तो वहां तब तक रुके रहें, जब तक कि भूकंप के झटके न रुक जाएं। भूकंप से संबंधित अधिकांश दुर्घटनाएं दीवारों के गिरने, टूटकर गिरने वाले कांच तथा गिरने वाली वस्तुओं के कारण होती हैं। यदि किसी चलते वाहन में हों, जितनी जल्दी संभव हो सुरक्षा के साथ गाड़ी रोकें तथा गाड़ी में रुके रहें। यदि मलबे के नीचे फंसे हों। डीएम ने बताया कि आप माचिस की तीली को न जलाएं। धूल न उड़ाए अथवा हिले-डुले नहीं। अपने मुंह को किसी रुमाल अथवा कपड़े से ढकें। किसी पाइप अथवा दीवार को थपथपाएं ताकि बचाने वाले आपको ढूंढ सकें। यदि उपलब्ध हो तो सीटी का उपयोग करें। अगर और कोई उपाय न हो तो तेजी से चिल्लाएं।