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Balrampur News: मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के अस्थाई भवन का हुआ उद्घाटन, शैक्षिक गतिविधियां को लगेंगे पंख

Mahakumbh 2025: संतों ने घोषणा की है कि सनातन हिन्दू जनसंख्या को बढ़ाने के उद्देश्य से संत जन जागरण गांव गांव की यात्रा करेंगे और सनातन समाज के लोगों को इसके लिए तैयार करेंगे।

Radheshyam Mishra
Published on: 22 Jan 2025 10:41 PM IST
Balrampur News
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Maa Pateshwari University Temporary building inaugurated Balrampur news in hindi (Photo: Social Media)

Balrampur News: बलरामपुर जिले के तुलसीपुर में स्थित सुप्रसिद्ध 51 शक्तिपीठों में शामिल मां पाटेश्वरी मंदिर के महंत मिथलेश नाथ योगी ने मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के अस्थायी भवन का उद्घाटन फीता काटकर किया। इस विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति के साथ शैक्षिक गतिविधियों को तेज करने की कवायद शुरू हो चुकी है। शिक्षा जगत की इस स्वर्णिम उपलब्धि की शुरुआत मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के लोगो से की गई है।

मां पाटेश्वरी देवी विश्वविद्यालय, बलरामपुर के कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह ने बताया कि अवध क्षेत्र में राजा माधव सिंह ने 17वीं शताब्दी के आरंभ में अपने पुत्र बलराम दास के नाम पर बलरामपुर राज की स्थापना की थी। उनके वंशज महाराजा पाटेश्वरी प्रसाद सिंह ने 19वीं शताब्दी की शुरुआत में सिटी पैलेस का निर्माण कराया था। आज भी राजाओं के दौर में बने पुराने भवन और मंदिर धरोहर के रूप में संरक्षित हैं। तुलसीपुर में स्थित शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर न केवल देश बल्कि विदेशों में भी श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। इसके अतिरिक्त, 452 वर्ग किलोमीटर में फैला सोहेलवा वन्यजीव प्रभाग अपनी जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। राप्ती नदी, जो श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज और गोरखपुर से होकर बहती है, यहां की सांस्कृतिक धरोहर की पहचान है।

लोगो निर्माण प्रतियोगिता की विशेषताएं

कुलपति ने बताया कि मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के लोगो निर्माण में इन सांस्कृतिक धरोहरों का समावेश किया जाएगा। महाविद्यालय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में शिक्षक, कर्मचारी, विद्यार्थी, पुरातन छात्र परिषद और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग हिस्सा ले सकते हैं। प्रतिभागियों को 10x10 इंच के वृत्तहीन आकार में डिजाइन बनाना होगा, जिसमें केवल तीन रंगों का उपयोग किया जाएगा। प्रतीक चिन्ह सामाजिक और सांस्कृतिक छाप के साथ आध्यात्मिक भावनाओं को भी प्रदर्शित करेगा।

पुरस्कार एवं चयन प्रक्रिया

चयनित लोगो के लिए प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिए जाएंगे। प्रथम पुरस्कार विजेता को ₹5000 नकद और विश्वविद्यालय का पहला प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम में श्रावस्ती महामाया डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. धर्मेंद्र गुप्ता सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।



Ragini Sinha

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