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Balrampur: कब आएगी INDIA उम्मीदवारों की सूची, इंतजार में प्रत्याशी
Balrampur News: भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। भाजपा प्रत्याशी चुनाव की तैयारी में लग गए हैं। मगर गठबंधन ने अभी तक अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं।
Balrampur News: अबकी बार 400 पर का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी की तो पहली लिस्ट 2 मार्च को जारी हो गई है जिसमें 195 उम्मीदवारों के नाम हैं। अब सवाल इस बात का है कि मोदी सरकार की हैट्रिक को रोकने के लिए उतरने जा रही कांग्रेस इंडिया गठबंधन की लिस्ट कब जारी होगी। उम्मीदवार के साथ कार्यकर्ता पेशोपेश में हैं। सभी को लिस्ट जारी होने का इंतजार है।
भाजपा कार्यकर्ताओं में उथल-पुथल
बता दें कि भाजपा ने श्रावस्ती लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पूर्व सलाहकार और अयोध्या श्री राम जन्मभूमि टृस्टी के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा के सुपुत्र साकेत मिश्रा पर विश्वास जताया है। दो दर्जन से ज्यादा टिकट के दावेदारों को दरकिनार करते हुए लोकसभा चुनाव में साकेत मिश्रा को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। हालांकि, राजनीतिक गलियारों और जानकारों पर विश्वास किया जाए तो श्रावस्ती लोकसभा सीट पर फिर से चुनाव जीतना भाजपा के लिए टेढी खीर साबित हो सकती है। ऐसी प्रबल संभावना जताई जा रही है कि भाजपा के देवीपाटन मंडल के शीर्ष नेताओं में साकेत मिश्रा को टिकट मिलने से आन्तरिक उथल-पुथल हो गया है। ऐसे में एक दो दिन में कुछ चौंकाने वाले राजनीतिक समीकरण सामने आ सकते हैं। यही नहीं कुर्मी बाहुल्य श्रावस्ती लोकसभा सीट पर अगर बसपा ने फिर से वर्तमान सांसद रामसिरोमणि वर्मा को अपना उम्मीदवार बना दिया तो यहां फिर से त्रिकोणीय चुनाव होने की उम्मीद है। क्योंकि श्रावस्ती लोकसभा सीट के लिए इंडिया गठबंधन के पास भी कोई अच्छा व जमीनी नेता नहीं है। गैसढी विधानसभा के पूर्व विधायक एसपी यादव के देहांत के बाद वर्तमान सांसद रामसिरोमणि वर्मा को फिर से यहां लडाई में रहने का अंदाजा लगाया जा रहा है। पिछले दिनों वर्तमान सांसद रामसिरोमणि वर्मा और कई भाजपा नेता एक ही मंच पर देखे गए हैं। इसका भी लाभ बसपा सांसद उठा सकते हैं। हालांकि साकेत मिश्रा पीएम मोदी के पसंददीद उम्मीदवार हैं। पर आरएसएस की पहली पसंद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की पौत्री अंजली मिश्रा ही रही हैं। जबकि स्थानीय श्रावस्ती और बलरामपुर जनपद के भाजपा पार्टी कैडर की पहली पसंद साफ सुथरी छवि के पूर्व सांसद दद्दन मिश्रा रहे हैं। अब पार्टी कार्यकर्ताओं पर दूधारी तलवार होने के कारण वह खुलकर नहीं बोल पा रहे हैं। पर साकेत मिश्रा का बाहरी चेहरा कहीं न कहीं उन्हें पीड़ा दे रहा है। कुछ कार्यकर्ता तो उन्हें यहां तक कहते फिर रहे हैं कि कुछ ठेकेदारों के सहारे साकेत मिश्रा की नाव पार लगने वाली नहीं है। उल्लेखनीय है कि श्रावस्ती लोकसभा सीट पर कुर्मी और ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या आसपास है। दोनों जाति के कमोबेश चार -चार लाख मतदाता हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव को लेकर जारी की गई पहली सूची के 51 उम्मीदवारों की लिस्ट में पिछले एक साल से पहलवानों के विरोध एवं आरोपी को लेकर चर्चित बृजभूषण शरण सिंह का नाम नहीं होने से राजनीतिक हलकों में सन्नाटा पसरा हुआ है। इससे राजनीतिक गलियारों में बृजभूषण शरण सिंह को लेकर भी एक बार फिर से अटकलें तेज हो गई हैं कि भाजपा ने उनका टिकट काटा तो वह इंडिया गठबंधन के कैसरगंज से उम्मीदवार हो सकते हैं। समर्थकों को जहां अगली लिस्ट का इंतजार है तो राजनीति के जानकार इसे पहलवानों के विरोध का साइड इफेक्ट्स मान रहे हैं।
2 से 3 दिन के अंदर कांग्रेस गठबंधन की भी लिस्ट आने की संभावना
कांग्रेस के इलेक्शन कैंपेन से जानकारी मिली है कि प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। सिर्फ कुछ सीटों पर अभी विचार चल रहा है कि कहां पर से कौन सा प्रत्याशी लड़ेगा। इसके साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी की जो 195 उम्मीदवारों के नाम जारी हुए हैं उन सीटों पर भी कांग्रेस हाई कमान एक बार विचार कर रहा है कि क्या उन सीटों पर जो उम्मीदवार फाइनल किए गए हैं उनका बदला जा सकता है। क्योंकि अगर टक्कर बराबर की देनी है तो उम्मीदवार भी बराबर की टक्कर का होना चाहिए। हो सकता है अभी मंगलवार शाम तक कांग्रेस की तरफ से पहली लिस्ट आ सकती है जिसमें संभावना जताई जा रही कि उन्हीं सीटों के लिए ऊपर पहली लिस्ट जारी की जाएगी जिन सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं ।
आचार संहिता से पहले सभी उम्मीदवारों के नाम जारी होंगे
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि अगले हफ्ते में चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आचार संहिता लागू हो सकती है । आचार संहिता के पहले कांग्रेस में उम्मीदवारों की लिस्ट के लिए एक या दो बैठकों का दौर और हो सकता है मगर आचार संहिता लागू होने के पहले लगभग 80 से 85 फीसदी उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे ।
कांग्रेस को इस बार एंटी इनकंबेंसी का सहारा
कांग्रेस के देवीपाटन मंडल के एक ब्योबृद्ध राजनीतिक विश्लेषक पर विश्वास किया जाए तो इस बार उम्मीद है कि जनता मोदी सरकार के कामकाज से खुश नहीं है और 10 साल की सरकार की अंतिम इनकमबेंसी भी है जिसकी वजह से लोग मोदी सरकार से नाराज हैं और मोदी सरकार की नाराजगी का फायदा सीधे तौर पर इंडिया गठबंधन को ही मिलेगा ।