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Corona-19 Wave: 'किसान आंदोलन के कारण देश में फैला था कोरोना वायरस', BHU के रिसर्च में चौंकाने वाला दावा

Corona-19 Wave: बीएचयू और कोलकाता यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने रिसर्च में बताया है कि जब सबसे पहले अल्फा वैरिएंट ब्रिटेन में पाया गया था उसी में ये तथ्य भी सामने आया था कि जो लोग फ्लाइट से सफर कर भारत आ रहे थे। उनमें ही कोरोना के लक्षण दिखाई दिए।

Aman Kumar Singh
Published on: 8 April 2023 7:03 PM GMT (Updated on: 8 April 2023 7:30 PM GMT)
Corona-19 Wave: किसान आंदोलन के कारण देश में फैला था कोरोना वायरस, BHU के रिसर्च में चौंकाने वाला दावा
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प्रतीकात्मक चित्र (Social Media)

Corona-19 Wave: बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) और कोलकाता विश्वविद्यालय (Calcutta University) के प्रोफेसरों ने एक रिसर्च में भारत में कोरोना फैलने की प्रमुख वजह बताई है। बीएचयू के प्रोफेसरों ने बताया कि, इस शोध में पता चला है कि पंजाब में किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के दौरान सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए थे। BHU में जंतु विज्ञान विभाग के प्रोफेसर ज्ञानेंद्र चौबे (BHU Professor Gyanendra Choubey) ने बताया कि, 'उस वक्त एक ऐसा शोध हम लोगों ने शुरू किया था। जिसमें पता चला था कि कोरोना वायरस का अल्फा वैरिएंट ब्रिटेन से भारत आया था। उसी रिसर्च के दौरान ये पता चला।

वैज्ञानिकों की स्टडी के मुताबिक, कोरोना की दूसरी लहर किसान आंदोलन के कारण आई थी। रिसर्चर्स का कहना है आंदोलनकारी ही उस समय 'सुपर स्प्रेडर' की वजह बने थे। इतना ही नहीं, पंजाब के रास्ते कोरोना पूरे उत्तर भारत में तेज गति से फैला था। जिसका नतीजा भयावह था। हर किसी ने उस लहर को झेला था। BHU के वैज्ञानिकों की ये रिसर्च अंतर्राष्ट्रीय जर्नल एमडीपीआई कोविड (MDPI Covid) में प्रकाशित हुई है।

बड़ी सभा और इंडोर मीटिंग थी वजह

बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रो ज्ञानेश्वर चौबे ने ये भी बताया कि, कोरोना की दूसरी लहर उसके वेरिएंट अल्फा B.1.1.7 की वजह से आई थी। प्रोफ़ेसर चौबे बताते हैं, 'उस वक्त पंजाब में आई कोरोना की लहर अचानक नहीं थी। बल्कि, किसान आंदोलन के दौरान बड़ी सभा और इंडोर मीटिंग के कारण ऐसा हुआ था। इसके आधार पर ये कहा जा सकता है कि किसान आंदोलन के कारण ही उस समय कोरोना तेजी से फैला था। जिस वजह से देश ने दूसरी लहर देखी।'

15 वैज्ञानिकों की टीम ने साल भर किया रिसर्च

आपको बता दें, इस रिसर्च में 15 वैज्ञानिकों की टीम शामिल थी। रिसर्चर्स ने देश में 3,085 अल्फा वेरिएंट के जीनोम सीक्वेंसिंग (Genome sequencing of alpha variants) के सैम्पल पर एनालिसिस कर इस रिपोर्ट को तैयार किया है। इस पूरी रिपोर्ट को तैयार करने में करीब 1 साल का वक्त लगा। रिसर्च में शामिल जाह्नवी पारासर (Jhanvi Parasar) ने बताया कि, दिल्ली, पंजाब और चंडीगढ़ में अल्फा वेरियंट की 44 जेनेटिक शाखाएं मौजूद थीं। यही वजह थी कि पूरे देश के बजाय सिर्फ उत्तर भारत में ये वेरियंट तेजी से फैला।

किसान आंदोलन ही सबसे बड़ी वजह

रिसर्चर्स का ये भी कहना था कि, पंजाब में 'फाउंडर स्टेप' की तरह यह प्रोसेस दिखा। जिसके बाद वैज्ञानिकों की टीम ने सोशल इवेंट आदि पर फोकस किया। रिपोर्ट में ये भी सामने आया कि किसान आंदोलन (Farmers Protest) ही कोरोना फैलने के सबसे बड़ा कारण रहा है। शोध में वैज्ञानिकों ने पाया कि कोरोना के समय में सामूहिक समारोह सुपर स्प्रेडर बना था।

Aman Kumar Singh

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