TRENDING TAGS :
Banda News : बांदा पुलिस की निरंकुशता से जोड़ी जा रही DDC के बाद विहिप नेताओं की कथित पिटाई
Banda News : बांदा जिले की पुलिस क्या निरंकुश हो गई है? इसका जवाब जो भी हो, लेकिन ताबड़तोड़ सामने आए दो मामले इसी ओर इशारा करते हैं।
Banda News : बांदा जिले की पुलिस क्या निरंकुश हो गई है? इसका जवाब जो भी हो, लेकिन ताबड़तोड़ सामने आए दो मामले इसी ओर इशारा करते हैं। सिंहपुर माफी पुलिस चौकी में भाजपा के डीडीसी से दरोगा की अभद्रता का मामला ठंडा पड़ने से पहले ही तिंदवारी थाने में विहिप नेताओं की कथित पिटाई ने प्रशासनिक और राजनैतिक हलकों में गर्मी बढ़ा दी है। विरोध में बजरंगियों ने थाने से एसपी आवास तक हंगामा किया। देहरी में नारेबाजी की गूंज SP अंकुर अग्रवाल के कानों तक पहुंची। उन्होंने CO सदर को मामले की जांच देकर 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की है।
सीसीटीवी बंद कर पीटने का आरोप
तिंदवारी थाने में विहिप नेताओं की कथित पिटाई का मामला मंगलवार शाम का बताया गया है। थाना क्षेत्र के एक गांव से लापता दलित किशोरी एक मुस्लिम युवक संग बरामद होने पर विहिप और बजरंग दल से जुड़े लोग थाने पहुंचे। मामले की जानकारी मांगी। आरोप है कि पुलिस ने जानकारी देने के बजाय विहिप नेता दीपू दीक्षित और बजरंग दल के केपी प्रजापति को जमकर पीटा। पीटने से पहले पुलिस ने सभी के मोबाइल छीनने के साथ ही सीसीटीवी कैमरे बंद करने में भी कोई कोताही नहीं की।
SP आवास के गेट पर बजरंगियों का हंगामा
नेताओं की कथित पिटाई से खफा विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने थाने के बाद रात में बांदा आकर एसपी आवास के गेट पर हंगामा किया। तिंदवारी थाना स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग बुलंद करते हुए जमकर नारेबाजी की गई। पुलिस के समझाने पर भी बजरंगी नहीं माने। बारिश होने से भीड़ गेट छोड़ने को मजबूर हुई। लेकिन देहरी पर नारेबाजी देख एसपी अग्रवाल ने मामले का बखूबी संज्ञान लिया। एएसपी लक्ष्मीनिवास मिश्र ने बताया, सीओ सदर को मामले की जांच सौंपकर 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी गई है। यदि कोई दोषी मिला तो कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के खिलाफ सोची समझी साजिश!
इधर, पूरे हंगामे को सोची समझी साजिश मानने वालों की भी कमी नहीं है। विहिप और बजरंग दल के साथ ही भाजपा से जुड़े लोगों का मानना है कि तिंदवारी थाना प्रभारी निरीक्षक राधामोहन तिवारी खनन और परिवहन माफियाओं के साथ ही दलालों की आंखों की किरकिरी बने हैं। तिवारी की कड़ाई से दलालों को जहां थाने से रफूचक्कर होना पड़ा है, वहीं अवैध खनन और परिवहन से जुड़ी प्रभावशाली लाबी को करारा झटका लगा है। थाने आकर बात-बात पर रुआब गांठने के दिन लद गए हैं। इस सबके चलते पूरे हंगामे को सोची समझी साजिश और कथित पीड़ित दोनों नेताओं को दलालों और अवैध धंधों में लिप्त लोगों का मोहरा माना जा रहा है। साजिश का मकसद थाना प्रभारी निरीक्षक को हटाना बताया जाता है। देखना होगा कि पुलिस जांच में क्या सामने आता है।
अभी भी सुर्खियों में सिंहपुर चौकी
इससे पहले बिसंडा थाना अंतर्गत सिंहपुर माफी पुलिस चौकी में भाजपा के डीडीसी चंद्रशेखर यादव से पुलिसिया अभद्रता का मामला अभी सुर्खियों में छाया है। डीडीसी यादव के मुताबिक, पेड़ काटने के एक मामले में फरियादी के साथ पुलिस चौकी गए थे। वहां प्रतिवादी पहले से मौजूद थे। फरियादी ने अपनी पीड़ा बयां की, लेकिन बात पूरी होने से पहले ही चौकी प्रभारी राजेश मिश्रा हत्थे से उखड़ गए। अपशब्दों की बौछार कर दी। ऐतराज करने पर दारोगा मिश्रा फरियादी को छोड़ उन पर पिल पड़े। अपशब्दों से नवाजते हुए अभद्रता पर आमादा हो गए। वीडियो बनाना चाहा तो सिपाही ने डंडा फटकारा, वहां से चुपचाप निकल लेने में ही भलाई नजर आई।
DM ने ASP को दिए जांच के आदेश
डीडीसी से कथित पुलिसिया दुर्व्यवहार को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल ने कई डीडीसी के साथ मंगलवार को DM नागेन्द्र प्रताप से मुलाकात कर नाराजगी जताई। शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। DM प्रताप ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल ASP लक्ष्मीनिवास मिश्र को बुलाया और मामले की जांच कराकर कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
दो पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
तिंदवारी थाना मामले की गर्मी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 24 घंटे में मांगी गई जांच रिपोर्ट का इंतजार किए बिना SP अंकुर अग्रवाल ने थाना प्रभारी निरीक्षक राधामोहन तिवारी समेत दो पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। अग्रवाल ने बताया, यह कार्रवाई प्रथमदृष्टया दोषी प्रतीत होने पर की गई है। पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। मामले की जांच हो रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। रिपोर्ट मिलने पर अगला कदम लिया जाएगा।