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Banda News: सांसद कृष्णा पटेल की वादाखिलाफी पर चिनगारी संगठन आगबबूला, रवैया सुधारने की नसीहत
Banda News: जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान विभिन्न मुद्दों की गूंज सुनाई दी। लेकिन इस बीच सांसद कृष्णा पटेल की वादाखिलाफी पर व्यक्त हुई निराशा चर्चा का विषय रही। सांसद कृष्णा पटेल को भेजे पत्र में भी निराशा का खुला इजहार हुआ है।
Banda News: केन तट पर आबाद कोलावल रायपुर गांव में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान विभिन्न मुद्दों की गूंज सुनाई दी। लेकिन इस बीच सांसद कृष्णा पटेल की वादाखिलाफी पर व्यक्त हुई निराशा चर्चा का विषय रही। सांसद कृष्णा पटेल को भेजे पत्र में भी निराशा का खुला इजहार हुआ है। चिनगारी संगठन की महिलाओं ने अनुरोध स्वीकार कर समय देने के बावजूद कार्यक्रम में न आने के लिए सांसद को आड़े हाथों लिया है। वादाखिलाफी को अनुचित बताते हुए रवैया सुधारने की नसीहत भी दी है। महिलाओं ने क्षोभ जताते हुए कहा है, उनने बड़े उत्साह से उन्हें वोट दिया था। बड़ी उम्मीदें बांधी थीं। लेकिन लगता है, वोट देने में उनसे गलती हुई है। हालांकि महिलाओं ने ज्वलंत समस्याओं का ब्यौरा साझा कर महिला सांसद से प्रभावी हस्तक्षेप की अपेक्षा भी व्यक्त की है।
सात बिंदुओं पर हस्तक्षेप की अपेक्षा, दुर्दशाग्रस्त बेसिक शिक्षा
चिनगारी संगठन ने सांसद कृष्णा पटेल से सात बिंदुओं पर हस्तक्षेप की अपेक्षा जताते हुए बेसिक शिक्षा की दुर्दशा पर खासा फोकस किया है। जिले में परिषदीय स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को बदहाल करार दिया है। कहा है, 1725 स्कूलों में 212 में विद्यार्थियों की उपस्थिति 50 फीसद से भी कम है। फर्जी उपस्थिति भरी जाती है। बच्चों के स्कूल न आने का कारण मां-बाप का पलायन और शिक्षकों की उदासीनता है। मिड-डे मील, कंपोजिट ग्रांट और फल वितरण धनराशि बच्चों को लाभान्वित करने के बजाय शिक्षकों की आय का जरिया बनी है। कठैला पुरवा, गर्गन पुरवा, वकीलन पुरवा और नौगवां आदि स्कूल इस सब के नमूने हैं। सोशल आडिट के साथ ही पारदर्शिता और जवाबदेही तय करने और गरीबों के बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए सार्थक हस्तक्षेप की जरूरत है।
आंगनबाड़ी केंद्रों की खोली पोल, पलायन और मनरेगा पर भी खींचा ध्यान
सांसद कृष्णा पटेल को जानकारी देते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों की पोल खोली गई है। कहा है, गर्भवतियों और बच्चों को कुपोषण से बचाने का उद्देश्य हवाहवाई साबित हो रहा है। 1705 केंद्रों में डेढ़ लाख से ज्यादा लाभार्थी पंजीकृत हैं। अनेक केंद्रों में ताले लटकते हैं। अनेक में पशु जमे मिलते हैं। अनेक में कंडे आदि भरे हैं। 205 केंद्र किराए के भवन में संचालित हैं। बेरोजगारी पलायन का सबब बनी है। रोजी रोटी की तलाश में लोग ईंट-भट्ठों में बंधक बनने को विवश हैं। कल्याणकारी उपाय धूल फांक रहे हैं। मनरेगा का हाल बेहाल है। लोगों को काम नहीं मिलता। मिलता है तो मजदूरी नहीं मिलती। कई गांवों में श्मशान न होना मुसीबत बना है। कई गांवों में श्मशान पर लोगों का कब्जा है। विद्युतकर्मियों का वसूली ही ध्येय है। उल्लू सीधा करने को दहशत का माहौल बनाते हैं। बिजली नहीं, बिल आते हैं। इस सब के साथ बढ़े बिल ठीक कराने की जरूरत है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली से बहुतेरे पात्र परिवार अछूते हैं। इन्हें जोड़ने के लिए प्रभावी हस्तक्षेप की जरूरत है।
गोपाल भाई बोले, सामाजिक भेदभाव पाटने को आगे आए प्रबुद्ध वर्ग
इससे पहले विद्या धाम समिति के आयोजन जनसंवाद कार्यक्रम में शिक्षा, स्वास्थ्य, पलायन, महिला हिंसा और किसानों की बदहाली आदि मुद्दे प्रमुखता से गूंजे। गुजरात, दिल्ली और बुंदेलखंड के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बेबाकी से बात रखी से और समाधान की राह में कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया। प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता और अखिल भारतीय समाज सेवा संस्थान के संस्थापक गोपाल भाई ने कहा, सामाजिक भेदभाव पाटने के लिए प्रबुद्ध वर्ग को आगे आना होगा। जालौन की परमार्थ संस्था से जुड़ीं संगीता श्रीवास्तव के नेतृत्व में जल सहेलियों ने जल संरक्षण प्रयासों की प्रस्तुति से वाहवाही बटोरी। संगात संस्थान गुजरात के रमेश भाई, लोकमंच के निदेशक फादर जेवियर और पूर्व न्यायाधीश बाबू प्रसाद राही ने भी विचार रखे।
गायन वादन की रही धूम, विद्याधाम समिति के राजा भैया ने जताया आभार
जनसंवाद के दौरान गायन वादन ने भी समा बांधा। ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट में संगीत विभागाध्यक्ष रहे लल्लूराम शुक्ल व मशहूर मृदंग वादक अवधेश द्विवेदी की प्रस्तुतियों ने सभी को गुदगुदाया। गुजरात के समाजसेवी सनी भाई को सम्मानित किया गया। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष महेंद्र सिंह वर्मा, लोकमंच प्रतिनिधि रूबी, जिला पंचायत सदस्य सदाशिव, विजय बहादुर, रामशंकर यादव, उम्मीद संस्थान की संतोष गुप्ता और पहल की कलावती ने भी बात रखी। अर्चना, प्रभा, सीमा, माया, गुड़िया, शिवकुमार, शशि, आनंद, जितेंद्र, मुबीन, राजेश, ममता, उर्मिला, संतोषी और शीला आदि उपस्थित रहे। संचालन मुबीना खातून ने किया। विद्याधाम समिति सचिव राजा भैया ने आभार व्यक्त किया।