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UP Politics: चुनाव से पहले हमीरपुर सांसद को याद आई पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग
MP Pushpendra Singh Chandel: न केवल विरोधी बल्कि भाजपा के भीतर भी लोग इस मांग को महज चुनावी सुर्रेबाजी मानते हैं, लेकिन चंदेल मानते हैं कि बुंदेलखंड के सर्वांगीण विकास के लिए पृथक राज्य का दर्जा जरूरी है।
Banda News: हमीरपुर सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल (MP Pushpendra Singh Chandel) ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग उठाई है। हालांकि, न केवल विरोधी बल्कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के भीतर भी लोग इसे महज चुनावी सुर्रा बाजी मानते हैं। लेकिन, सांसद चंदेल का मानते हैं- 'बेशक बुंदेलखंड का बहुमुखी विकास हो रहा है। लेकिन सर्वांगीण विकास के लिए पृथक राज्य का दर्जा जरूरी है'।
बुंदेली भाषा को भी संविधान की 8वीं सूची में शामिल कराना जरूरी
सांसद चंदेल के लोकसभा में बुंदेलखंड राज्य निर्माण की मांग बुलंद करने का खुलासा बांदा जिला मीडिया प्रभारी आनंद स्वरूप द्विवेदी ने एक बयान में किया है। उन्होंने सांसद चंदेल के हवाले से बताया, 'बुंदेली भाषा को अभी तक संविधान की 8वीं सूची में शामिल नहीं किया गया। इस विसंगति का खात्मा भी जरूरी है। इस दिशा में भी प्रयास जारी है'।
'आजादी से पहले की पृथक राज्य की मांग आज भी मौजू'
सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल मानते हैं, 'डबल इंजन सरकार का बुंदेलखंड के चहुमुखी विकास पर फोकस है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway), केन-बेतवा रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट (Ken Betwa River Linking Project), अटल भूजल योजना (Atal Bhujal Yojana), हर घर नल से जल, डिफेंस कॉरिडोर (Defence Corridor) और गौ-पालकों को मासिक आर्थिक मदद इत्यादि कार्यों से लोगों के जीवन में खुशहाली आ रही है। लेकिन, आजादी से पहले की पृथक राज्य निर्माण की मांग आज भी मौजू है'।
चंदेल बोले- राज्य बनने से तेजी से होगा बुंदेलखंड का आर्थिक विकास
हमीरपुर सांसद चंदेल के मुताबिक, 'पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग विकास आधारित है। राज्य बनने से न केवल अन्य राज्यों की तरह बुंदेलखंड का भी तेजी से आर्थिक विकास होगा, बल्कि सांस्कृतिक विकास को भी पंख लगेंगे। देश और दुनिया में बुंदेली संस्कृति और बोली की धमक बढ़ेगी। बुंदेली भाषा को संविधान की आठवीं सूची में शामिल कराने बुंदेलखंड को पृथक राज्य बनाने के प्रयासों को और गति दी जाएगी।'