Banda News: लोक अदालत में हिंदी दिवस की धूम, वसूला लगभग 3 करोड़ का अर्थदंड

Banda News: जिला जज डा. सारंग ने हिंदी उत्कृष्ट कार्य के लिए न्यायिक अधिकारियों बीडी गुप्ता, गरिमा सिंह और अर्पिता साहू समेत न्यायिक कर्मचारियों जितेंद्र कुमार, प्रेम बाबू, अजय वर्मा और रोहित कुमार को सम्मानित किया।

Om Tiwari
Report Om Tiwari
Published on: 14 Sep 2024 4:02 PM GMT
Banda News
X

Banda News (Pic: Newstrack)

Banda News: जिला जज डा. बब्बू सारंग ने कहा, हिंदी मातृभाषा है, इसका विशेष महत्व है,अधिकतम लोग इसे प्रयोग करते हैं। इसका लगातार विस्तार हो रहा है, लेकिन और गति देने की जरूरत है। इस बीच डा. सारंग ने जिला और तहसील मुख्यालयों में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का उदघाटन किया। लोक अदालत में 67,468 वादों का सुलह-समझौता कराकर 2,93,08,803 रुपए अर्थदंड वसूला गया।

हिंदी सेवा के लिए सम्मानित हुए न्यायिक अधिकारी और कर्मचारी

हिंदी विधि प्रतिष्ठान के तत्वाधान में शनिवार को जिला न्यायालय भवन में आयोजित हिंदी दिवस समारोह को संबोधित करने के बाद जिला जज डा. सारंग ने हिंदी उत्कृष्ट कार्य के लिए न्यायिक अधिकारियों बीडी गुप्ता, गरिमा सिंह और अर्पिता साहू समेत न्यायिक कर्मचारियों जितेंद्र कुमार, प्रेम बाबू, अजय वर्मा और रोहित कुमार को सम्मानित किया। सभी को प्रशस्ति पत्र से नवाजा।

जजों और बार अध्यक्ष अशोक दीक्षित ने किया संबोधित

समारोह को कार्यक्रम में द्वितीय अपर जिला जज विकास श्रीवास्तव और श्रीपाल सिंह तथा CJM बीडी गुप्ता समेत जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अशोक दीक्षित ने भी संबोधित किया। दीक्षित ने कहा, मातृभाषा हिंदी सरल, संस्कारित और समृद्ध भाषा है l हम सभी को अधिक से अधिक हिंदी भाषा उपयोग करने की जरूरत है। इससे विस्तार को नया आयाम मिलेगा। समारोह में हिंदी के मूर्धन्य विद्वान डा. चंद्रिका प्रसाद दीक्षित 'ललित', पंडित जेएन कालेज में हिंदी विभागाध्यक्ष रहे डा. रामगोपाल गुप्ता, जाने-माने कवि जवाहरलाल 'जलज' और बार सचिव रामप्रकाश शिवहरे ने भी विचार रखे। इस दौरान सभी न्यायिक अधिकारी और कर्मचारी समेत बड़ी संख्या में अधिवक्ता और हिंदी सेवी मौजूद रहे। संचालन भारत विकास परिषद के जिला महासचिव विद्यासागर द्विवेदी ने किया।

जिला जज ने दो वाद सुन किया लोक अदालत का श्रीगणेश

हिंदी दिवस मनाने के बाद जिला जज डा. सारंग ने लोक अदालत का उदघाटन कर खुद वाद निस्तारित किए और 500 रुपए अर्थदंड वसूला। फिर, यह सिलसिला जिला और तहसील मुख्यालयों में तेजी से आगे बढ़ा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव श्रीपाल सिंह के मुताबिक, 67,468 वाद सुलह-समझौते से हल कराए गए। 'दो करोड़ तिरानवे लाख आठ हजार आठ सौ तीन रुपए' बतौर अर्थदंड वसूले गए हैं।

Durgesh Sharma

Durgesh Sharma

Next Story