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Banda News: पद्मश्री उमाशंकर पांडेय और जलयोद्धा संजय सिंह ने गवाइन नदी के पुनर्जीवन की भरी हुंकार

Banda News: सामाजिक संस्था लोकभारती के तत्वावधान में बांदा के पूर्व सांसद रामरतन शर्मा व उनकी पत्नी सुनीता शर्मा की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम के दौरान नदी पुनर्जीवन संगोष्ठी के मुख्य वक्ता जल जन जोड़ो अभियान संजय सिंह ने कहा- नदी एक विज्ञान है। मनुष्य की तरह नदी भी जीवित रहती है। अनेक कारणों से तमाम नदियां मृतप्राय हो गई हैं।

Om Tiwari
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Published on: 1 Feb 2024 6:12 PM GMT
Padmashree Umashankar Pandey and water warrior Sanjay Singh shouted for the revival of Gawain River
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पद्मश्री उमाशंकर पांडेय और जलयोद्धा संजय सिंह ने गवाइन नदी के पुनर्जीवन की भरी हुंकार: Photo- Newstrack

Banda News: बुंदेलखंड के बांदा जिले में लोहरा गांव दो दिनों तक जहां देसी गौ-पालन और ग्रामीण वालीबाल प्रतियोगिता के चलते आकर्षण का केंद्र रहा, वहीं पानीदारी को लेकर घोषणाओं और अपीलों का गवाह भी बना। इस दौरान केन की सहायक मृतप्राय गवाइन नदी के पुनर्जीवन पर खासा जोर रहा। खेत में मेड़, मेड़ में पेड़ से जल संरक्षण के लिए पद्मश्री से अलंकृत उमाशंकर पांडेय और जल जन जोड़ो अभियान के संयोजक संजय सिंह ने कहा- राज्य और समाज के सहयोग से मृतप्राय गवाइन सदानीरा बन सकती है। इस नेक काम में दोनों का सहयोग जरूरी है।

राज्य और समाज के सहयोग से धैर्यपूर्वक काम सफलता की कुंजी: संजय

सामाजिक संस्था लोकभारती के तत्वावधान में बांदा के पूर्व सांसद रामरतन शर्मा व उनकी पत्नी सुनीता शर्मा की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम के दौरान नदी पुनर्जीवन संगोष्ठी के मुख्य वक्ता जल जन जोड़ो अभियान संजय सिंह ने कहा- नदी एक विज्ञान है। मनुष्य की तरह नदी भी जीवित रहती है। अनेक कारणों से तमाम नदियां मृतप्राय हो गई हैं। मध्यप्रदेश की घाटियों से निकलकर बांदा में अछरौड़ गांव के पास केन में समाहित होने वाली गवाइन नदी की भी यही दुर्दशा है। इसे मेटा जा सकता है। लेकिन कुछेक सफाई अभियानों और मनरेगा के सहारे लक्ष्य हासिल नहीं हो सकता। गवाइन को सदानीरा बनाने के लिए राज्य और समाज दोनों का सहयोग हासिल करना होगा। हमें मिलकर धैर्यपूर्वक काम करना होगा।यही सफलता की कुंजी है।

Photo- Newstrack

डलिया फावड़े लेकर 100 लोगों के आगे आने से सुनिश्चित होगा कायापलट: पांडेय

संगोष्ठी के अध्यक्ष पद्मश्री पांडेय ने संजय की बात आगे बढ़ाने के साथ ग्रामीणों के आगे आने का आवाहन किया। उन्होंने कहा- 100 लोग साथ दें। 100 डलिया और फावड़े जुटाएं। फिर देखें, कैसे कायापलट होता है। दिव्यांग होकर भी उदगम तक जाऊंगा। 100 दिवसीय श्रमदान से नदी पुनर्जीवन का प्रयास किया जाएगा। पांडेय ने खेत में मेड़, पेड़ में मेड़ मंत्र का जिक्र कर कहा- पूरे देश में चर्चित हुआ जखनी माडल का विस्तार जरूरी है। प्रतिवर्ष 25000 कुंतल बासमती चावल उगाने से जखनी के किसानों की आर्थिक स्थिति सुधरी है। छोटा किसान भी सालाना दो लाख रुपए कमा रहा है। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री हरिओम उपाध्याय रहे। समाजसेवी रामकृष्ण शुक्ला, समाजवादी चिंतक आनंद सिन्हा और लोकभारती सदस्य अनिल शर्मा आदि ने भी विचार रखे।

स्क्रिंपलर सिंचाई से लैस होगा बुंदेलखंड का हर गांव: रामकेश निषाद

इससे पहले देसी गाय पालन प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए उत्तर प्रदेश के जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद का फोकस भी पानी पर केंद्रित रहा। निषाद ने कहा- बुंदेलखंड के हर गांव को स्क्रिंपलर सिंचाई से लैस किया जाएगा। यह काम नहरों में पाइप डालकर होगा। इस दिशा में प्रगति जारी है। निषाद ने देसी गौ-पालकों को सम्मानित कर लोगों को गौ-पालन के लिए प्रेरित किया। अन्ना पशु समस्या के समाधान का आश्वासन भी दिया।

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वालीबाल प्रतियोगिता विजेताओं को भाजपा जिलाध्यक्ष ने किया पुरस्कृत

इस बीच ग्रामीण वालीबाल प्रतियोगिता भी जारी रही। फाइनल मुकाबले में गोयरा गांव की टीम विजेता बनी। बरीक्षा की टीम उपविजेता रही। भाजपा जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि दोनों टीमों को पुरस्कृत किया। उन्होंने कहा- ग्रामीण अंचलों में खेल-कूद को बढ़ावा देने के लिए ऐसे आयोजन जरूरी हैं। उन्होंने आयोजकों की सराहना करते हुए कहा- अन्य लोगों को भी इनसे सीखने की जरूरत है।

जिला पंचायत अध्यक्ष के रास्ता भटकने की सूचना पर भाजपाइयों ने ली चुटकी

भाजपा जिलाध्यक्ष सिंह के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल भी पुरस्कार वितरण समारोह में संयुक्त रूप से मुख्य अतिथि थे। लेकिन उनका इंतजार ही होता रहा। समापन के वक्त उन्होंने फोन पर आयोजकों को सूचित किया कि वह रास्ता भटक हैं। लोहरा पहुंचने के बजाय वह विपरीत दिशा में अछरौड़ गांव जा पहुंचे हैं। इस पर समारोह में लोग चुटकी लिए बिना नहीं रहे। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा- यह सच है या बहाना! यदि सच है तो जिला पंचायत अध्यक्ष के जिले के किसी गांव की लोकेशन से अनभिज्ञ होने पर सिर्फ अफसोस ही जताया जा सकता है। और यदि यह कार्यक्रम में नहीं आने का बहाना है तो शायद इससे घटिया बहाना दूसरा नहीं हो सकता।

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गणमान्य लोगों समेत ग्रामीणों ने की शिरकत

कार्यक्रम में पूर्व जज अवधेश नारायण द्विवेदी, बांदा नगरपालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष अशोक अवस्थी, वरिष्ठ अधिवक्ता अवधेश खादीवाला, एजाज अहमद, रोहन सिन्हा और निखिल सक्सेना, इंजीनियर अरविंद और अरुण शर्मा तथा शिक्षक राजेंद्र शर्मा समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

Shashi kant gautam

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