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Banda Accident: बरियारी खदान में छात्र को ट्रक ने रौंदा, मौके पर मौत
Banda News: बरियारी के कोलावल मोरंग खदान में रामशरण मजदूरी करता है। शनिवार दोपहर उसका 17 वर्षीय बेटा अंकित उसे खाना देने आया था। तभी खदान में बैक हो रहे मिनी ट्रक की चपेट में आ गया। यह देख वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाया...
Banda News: जनपद के बरियारी खदान में ट्रक ने छात्र को रौंद दिया, जिससे छात्र की घटना स्थल पर मौत हो गई। दरअसल युवक पिता को खाना देने आया था। इसी बीच ट्रक ड्राइवर ट्रक को बैक कर रहा था, तभी छात्र ट्रक के नीचे दब गया जिससे घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना पर सीओ नरैनी अंबुजा व नायब तहसीलदार भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और चालक को हिरासत में ले लिया। हंगामा बढ़ता देख खदान संचालक व कर्मचारी सभी भाग निकले।
शव रख परिजनों ने किया हंगामा
दरअसल, बरियारी के कोलावल मोरंग खदान में रामशरण मजदूरी करता है। शनिवार दोपहर उसका 17 वर्षीय बेटा अंकित उसे खाना देने आया था। तभी खदान में बैक हो रहे मिनी ट्रक की चपेट में आ गया। यह देख वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाया, लेकिन चालक पर इसका कोई असर नहीं पड़ा, उसने बार-बार ट्रक को आगे पीछे कर इस कदर अंकित को रौंदा कि वहीं उसके प्राण निकल गए। घटना की सूचना पर सीओ नरैनी अंबुजा व नायब तहसीलदार भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और चालक को हिरासत में लिया।
खदान संचालक और कर्मचारी मौके से फरार
हंगामा बढ़ता देख खदान संचालक व कर्मचारी भाग निकले। इस दौरान परिजनों ने शव हटाने से इन्कार कर दिया। परिजनों को मुआवजा दिलाने का भी प्रयास किया जा रहा है। उनका कहना था कि मौके पर डीएम व खदान संचालक को बुलाया जाए। घटनास्थल पर पहुंचे एसडीम नरैनी ने परिजनों को समझाया और मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया। करीब 4 घंटे बाद परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी हुए। एडीएम ने कहा कि मुकदमा दर्ज कर उचित कार्रवाई व परिजनों को मुआवजा दिलाने का भी प्रयास किया जा रहा है।
मजदूरों ने पुलिस को बताया कि जिस ट्रक से हादसा हुआ, उस पर नंबर प्लेट नहीं लगा था। इसी तरह खदान में कई ट्रकों में नंबर प्लेट न होने के बाद भी उनसे मौरंग ढुलाई का काम किया जा रहा है। चार दिन पहले डीएम की ओर से खदान संचालक पर लाखों का जुर्माना भी लगाया गया था। इतना ही नहीं कुछ दिन पूर्व तीन बच्चे भी बेतरतीब खोदाई से डूबने से बचे थे। अंकित के परिवार में माता-पिता के अलावा एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई है। पिता ने बताया कि अंकित अपनी बुआ के घर रहता था, फरवरी में बड़ी बेटी की शादी थी। इस वजह से ही वह बरियारी अपने गांव आया हुआ था। क्या पता था कि बेटा हमेशा के लिए उनसे छिन जाएगा।