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Banda News: किसानों और तकनीक वितरकों के संगम में चीफ गेस्ट बोले, चमचमाती सड़कों ने मुहैया कराए किसानों को आय के अवसर

Banda News: कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय किसान मेले के उदघाटन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए पटेल ने विभिन्न फसलों के उन्नतशील बीज उपलब्ध कराने के लिए यूनिवर्सिटी को जमकर सराहा।

Om Tiwari
Report Om Tiwari
Published on: 19 Oct 2024 8:07 PM IST
Banda News ( Pic- Newstrack)
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Banda News ( Pic- Newstrack)

Banda News: बुंदेलखंड विकास बोर्ड अध्यक्ष अयोध्या सिंह पटेल ने शनिवार को किसान मेले का उदघाटन कर कहा, मन मारकर या हीन भावना से खेती-बारी नहीं होनी चाहिए। यह स्थिति घाटे का बायस बनती है। कृषि क्षेत्र में नित नवीनता को देखने जानने और समझने की जरूरत है। बहुतेरे किसानों ने नया कर के दिखाया है। उदाहरण पेश कर राह दिखाई है। हमें बदलावों को भी समझना होगा। पहले किसान सड़कों के अभाव में अपने उत्पाद बाजार तक नहीं पहुंचा पाते थे। अब, चमचमाती सड़कों ने उन्हें अवसर मुहैया कराए हैं। उन्होंने कहा, वास्तव में यह मेला किसानों और तकनीक वितरक संस्थाओं का संगम है।

जिला पंचायत अध्यक्ष का किसानों और वैज्ञानिकों में प्रभावी संवाद पर जोर

कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय किसान मेले के उदघाटन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए पटेल ने विभिन्न फसलों के उन्नतशील बीज उपलब्ध कराने के लिए यूनिवर्सिटी को जमकर सराहा। विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल ने कहा, किसानों और कृषि वैज्ञानिकों के बीच संवाद को और प्रभावी बनाना चाहिए। कम पानी वाली फसलों को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने भी कृषि यूनिवर्सिटी के कामकाज का इस्तकबाल किया।

कुलपति बोले, शोध के बाद तकनीक प्रसारण के लिए किसान मेला नियमित कार्यक्रम

कार्यक्रम अध्यक्ष कुलपति प्रो. नरेन्द्र प्रताप सिंह ने मेला को किसानों और अन्य हितधारकों के लिए अहम बताया। उन्होंने कहा, यह मंच शोध के बाद क्षेत्र अनुकूल तकनीकियों को प्रसारित करने का सुगम साधन है। बुंदेली किसानों को नवाचारों से अवगत कराने और वैज्ञानिक, कृषक एवं आदान वितरक हित साझा के लिए किसान मेला विश्वविद्यालय का नियमित कार्यक्रम है। कई वर्षों से लगातार आयोजित हो रहा है।

बुंदेली बकरी वरदान, बकरी पालन प्रशिक्षण में पहले दिन उमड़े पाठा वनवासी किसान

केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, के प्रधान वैज्ञानिक डा. बी. राय ने बुंदेली बकरी को वरदान बताया। उन्होंने कहा, बकरी पालन से आजीविका के साथ किसानों की आमदनी बढ़ी है। उद्यान महाविद्यालय सभागार में आदिवासी किसानों और महिलाओं पर केंद्रित दो दिवसीय बकरी पालन प्रशिक्षण का जिक्र कर डा. राय ने बताया, पहले दिन पाठा इलाके के झरी, ढाड़ी कोलान, करहुआ और मानिकपुर कल्याण केंद्र के लगभग 200 किसानों ने प्रतिभाग किया।

प्रसार निदेशक ने कहा, बुंदेलखंड के सभी जिलों से शामिल हुए तीन-तीन सौ लोग

प्रसार निदेशक प्रो. एनके बाजपेयी ने अतिथियों का स्वागत किया। किसान मेले में लगे 104 स्टॉल की विस्तार से जानकारी दी। बताया, बुंदेलखंड के सभी 7 जिलों से कृषि विज्ञान केंद्रों के मार्गदर्शन में लगभग 300-300 किसानों और युवाओं ने प्रतिभाग किया है। दो तकनीकी सत्रों में वैज्ञानिकों ने विभिन्न विषयों पर संवाद किया। सह निदेशक प्रसार डा. नरेंद्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। डा. धीरज मिश्रा, डा. बीके गुप्ता और डा. जगन्नाथ पाठक ने बारी-बारी से संचालन किया।

Shalini Rai

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