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UP Politics: MLA प्रकाश द्विवेदी ने चीनी मिल की मांग की बुलंद, नसीमुद्दीन को दिखाया आईना
UP Budget Session 2024: उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही के दौरान द्विवेदी ने कहा, 'इस पुरानी मांग पर पूर्ववर्ती सरकारों ने ध्यान नहीं दिया होता तो बांदा-बुंदेलखंड के गन्ना किसान फुटकर गन्ना और गुड़ बेचकर गुजारे को मजबूर न होते।
Banda News: उत्तर प्रदेश विधानसभा में बुधवार (07 फरवरी) को बांदा विधायक प्रकाश द्विवेदी (MLA Prakash Dwivedi) ने बांदा-बुंदेलखंड में चीनी मिल स्थापना की मांग बुलंद की। नियम- 301 अंतर्गत गन्ना किसानों की दिक्कतों का जिक्र कर उन्होंने जिस तरह से चीनी मिल को इलाके की पुरानी मांग करार दिया, उसे बसपा सरकार में कृषि एवं गन्ना विकास समेत अनेक विभागों के पावरफुल मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी (Naseemuddin Siddiqui) को आईना दिखाना भी माना जा रहा है।
पावरफुल मंत्री थे नसीमुद्दीन, आश्वासन पर खरे नहीं उतरे
उल्लेखनीय है कि, नसीमुद्दीन भी बांदा के बाशिंदे हैं। 1991 में वह बांदा से MLA निर्वाचित हुए थे। 2007 से 2012 तक यूपी सरकार में पावरफुल मंत्री रहते नसीमुद्दीन सिद्दीकी के समक्ष चीनी मिल स्थापना की मांग जोर-शोर से उछली थी। तब पहली बार अधिकांश लोगों ने जाना था कि सूखा झेलने को अभिशप्त बुंदेलखंड में गन्ना भी उपजता है। बतौर मंत्री नसीमुद्दीन ने चीनी मिल लगाने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन, वह आश्वासन पर खरे नहीं उतरे। किसानों की ख्वाहिश अधूरी रह गई।बड़ी लकीर खींचने की फिराक में प्रकाश का जरिया बने नसीम
इधर, बांदा से लगातार दोबारा चुने गए भाजपा विधायक द्विवेदी बड़ी लकीर खींचने की फिराक में रहते हैं। इसके लिए बांदा के अब तक के सबसे बड़े 'विकास पुरुष' माने जाने वाले नसीमुद्दीन को अक्सर जरिया बनाते रहते हैं। निर्वाचन क्षेत्र के गांवों में सड़कों का जाल बिछाने का दम भरते हुए द्विवेदी, नसीमुद्दीन पर निशाना साधने से नहीं चूकते। वह कहते हैं- नसीमुद्दीन ने गांवों की सुध ही नहीं ली। कठिन परिश्रम से उन्होंने क्षेत्र के हर गांव को सड़क से जोड़ा है। द्विवेदी ने नसीमुद्दीन के गांव स्योढ़ा के बदहाल सरकारी अस्पताल को भी गोद ले रखा है। और अब सदन में चीनी मिल स्थापना की मांग बुलंद करने को नसीमुद्दीन को आईना दिखाना माना जा रहा है।
नियम- 301 के तहत किसानों की पीड़ा उठाई,
MLA द्विवेदी ने नियम 301 के तहत विधानसभा की कार्यवाही के दौरान बांदा-बुंदेलखंड के गन्ना किसानों की दिक्कतें उजागर कर चीनी मिल की स्थापना पर जोर दिया। द्विवेदी ने सदन में कहा- बुंदेलखंड और आस-पास एक भी चीनी मिल न होने से गन्ना किसानों को उपज का उचित मूल्य नहीं मिलता। बांदा जिले में खुरहंड, गिरवां, अतर्रा और नरैनी क्षेत्र में गन्ना किसान फुटकर गन्ना और गुड़ बेंच कर गुजारे को मजबूर हैं।
7 जिलों में कहीं भी सरकारी खरीद की व्यवस्था नहीं
बांदा विधायक प्रकाश द्विवेदी ने सदन में इशारों ही इशारों में किसी का नाम लिए बिना कहा, 'बांदा-बुंदेलखंड में चीनी मिल स्थापना की पुरानी मांग पर पूर्ववर्ती सरकारों ने कोई ध्यान नहीं दिया। मांग पूरी की गई होती तो आज हालात दूसरे होते। बुंदेलखंड के 7 जिलों में कहीं भी गन्ना खरीद की कोई सरकारी व्यवस्था नहीं है। यह स्थिति किसानों में निराशा का सबब बनती है। इसे बदलने की जरूरत है।'
चीनी मिल लगने से किसानों की बढ़ेगी आय
बीजेपी MLA द्विवेदी का मानना है, बुंदेलखंड या आस-पास चीनी मिल की स्थापना जनहित का तकाजा है। इस दिशा में शीघ्रता से आगे बढ़ना जरूरी है। चीनी मिल लगाने से बुंदेलखंड के किसान लाभान्वित होंगे। उनकी आय बढ़ेगी। दशा बदलेगी।