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Banda: चिंतन शिविर में 25 समस्याएं चिन्हित, कहानियों के जरिए किया जागरूक
Banda News: लखनऊ से आए समाजसेवी अब्बास नकवी ने कहा, 'महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए व्यवसायिक योजनाओं से जोड़ने की जरूरत है।'
Banda News: कोलावल रायपुर गांव में 'ग्राम पुनर्रचना चिंतन शिविर' के अंतिम दिन शुक्रवार (1 मार्च) को 25 समस्याएं चिन्हित कर समाधान के लिए उच्चाधिकारियों को ज्ञापन देना तय हुआ। कई समस्याओं का समाधान खुद करने का निर्णय लिया गया। महिला कानून पर चर्चा के साथ बेटियों की शिक्षा पर जोर रहा। कहानियों के जरिए ग्रामीणों को जागरूक किया गया।
महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की जरूरत
विद्याधाम समिति की अगुवाई में गांव के हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित चिंगारी संगठन के दो दिवसीय 'ग्राम पुनर्रचना चिंतन शिविर' के समापन सत्र में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने पर बल दिया गया। लखनऊ के समाजसेवी अब्बास नकवी ने कहा, 'महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए व्यवसायिक योजनाओं से जोड़ने की जरूरत है। व्यवसाय की इच्छुक 10 महिलाओं रोजगार में सहयोग करेंगे।'
ग्रामीण खुद भी सुनिश्चित करेंगे समस्याओं का समाधान
नई दिल्ली से आए वरिष्ठ पत्रकार भारत डोगरा ने बताया, विभिन्न गांवों से आईं महिलाओं ने अपने क्षेत्र की अनेकों समस्याओं को रखा। सभी के विचार सुनने के बाद मुुख्य 25 समस्याओं को चिन्हित किया गया है। शीघ्र ही इन समस्याओं का ज्ञापन उच्चाधिकारियों को सौंपा जाएगा। कुछ समस्याओं को समाधान ग्रामीण खुद करेंगे। महिला कानून पर भी चर्चा की गई।
बेटियों को उच्च शिक्षा जरूरी: दद्दू प्रसाद
UP के पूर्व मंत्री दद्दू प्रसाद ने कहा, समाज संगठित नहीं है। शोषण की यही वजह है। दलित वर्ग को उच्च शिक्षा से दूर किया जा रहा है। एक शिक्षित महिला तीन पीढ़ियां संवार सकती है। बेटियों को उच्च शिक्षा जरूर दिलाएं। समाजसेवी गोपाल भाई ने कहानियों के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक करने का प्रयास किया।
'दीन बंधु सम्मान' से नवाजे गए पत्रकार भारत डोगरा
पत्रकार डोगरा को ‘दीन बंधु सम्मान’ से नवाजा गया। इस बीच संगीत वादक लल्लू राम शुक्ल ने प्रेरक गीतों से महिलाओं में जोश भरा। समिति मंत्री राजा भैया ने संचालन कर सभी का आभार व्यक्त किया। विनायक भाई (बंगलूरू), अवधेश द्विवेदी, प्रधान प्रतिनिधि राममनोहर यादव, मुबीना खान, अर्चना, शशि, कुबेर सिंह, शिवकुमार गर्ग, मुस्तफा अली, माया श्रीवास्तव, प्रिया, रीना, वालिंटियर मुबीन, सुनैना, जितेंद्र, सागर, ममता, उर्मिला और निर्मला समेत विभिन्न गांवों मजरों की महिलाएं उपस्थित रहीं।