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बैंक कर्मी बोले-RBI नहीं कर रहा सपोर्ट, ATM केे सॉफ्टवेयर को होगा बदलना
देशभर में बैंकोंं के आगे लगी लंंबी-लंबी कतारें लोगों को प्रधानमंत्री मोदी के फैसले से हो रही दिक्कतों को बयां करने के लिए काफी हैं। लेकिन इन लोगों को नोट बांटने वाले और पब्लिक केे गुस्से का शिकार होने वाले बैंक कर्मियों के सब्र का बांध भी सोमवार को टूट गया। राजधानी में सोमवार को ऑल इंडिया बैंक आफिसर्स कंफेडरेशन की यूपी इकाई की एक बैठक हुई। इस बैठक में हर बैंक कर्मी यही कहता नजर आया कि आरबीआई हमें सपोर्ट नहीं कर रहा है।
लखनऊ : देशभर में बैंकोंं के आगे लगी लंंबी-लंबी कतारें लोगों को प्रधानमंत्री मोदी के फैसले से हो रही दिक्कतों को बयां करने के लिए काफी हैं। लेकिन इन लोगों को नोट बांटने वाले और पब्लिक केे गुस्से का शिकार होने वाले बैंक कर्मियों के सब्र का बांध भी सोमवार को टूट गया।
राजधानी में सोमवार को ऑल इंडिया बैंक आफिसर्स कंफेडरेशन की यूपी इकाई की एक बैठक हुई। इस बैठक में हर बैंक कर्मी यही कहता नजर आया कि आरबीआई हमें सपोर्ट नहीं कर रहा है।
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सड़े गले नोट चलाने का मिला आदेश
- पीएनबी बैंक के आफिसर संजय काले के मुताबिक बैंकों के पास लिमिटेड 100, 50, 20 और 10 के नोट हैं।
- करेंसी चेस्ट से उतनी चेंज करेंसी नहीं मुहैया हो पा रही है, जितनी बांटने के लिए आवश्यक रूप से चाहिए।
- उन्होंने बताया कि रात 12 बजे तक मास्क लगाकर नॉन इश्यूएबल नोट यानि जाेे नोट सड़े गलेे थे उनको अलग किया।
-अब चेंज करेंसी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध ना होने के कारण ये आदेश मिला कि सड़े गले नोट ही चला दीजिए।
-ऐसे में पब्लिक डीलिंग कर रहे बैंक आफिसर्स के साथ पब्लिक बुरा बर्ताव कर सकती है।
- आरबीआई प्राइवेट सेक्टर बैंक को ज्यादा कॉरपोरेट कर रहा है।
-पीएनबी की बात करें तो पिछले तीन दिनों में पहले दिन 40 लाख, दूसरे दिन 15 लाख और तीसरे दिन सिर्फ 15 लाख की चेंज करेंसी दी गई है।
- जबकि इससे कहीं ज्यादा लेने के लिए लोग लंबी-लंबी लाइनों में खड़े हैं।
- हमारा दर्द समझने वाला कोई नहीं है।
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ATM मशीनों के सॉफ्टवेयर के साथ बदलने होंगे हार्डवेयर
- एसबीआई बैंक आफिसर पवन कुमार ने बताया कि लोग एटीएम से पैसा निकालने के लिए परेशान हैं।
- उन्हें ये नहीं पता कि एक दिन में एटीएम से अबसे सिर्फ 2500 रुपए निकाल सकते हैं।
- इससे अच्छा है कि 24000 रुपए कैश बैंक में जमा करके एक बार में ही इतनी धनराशि निकाल ली जाए।
-इससे उन्हें और बैंक कर्मियों दोनों को आराम होगा।
- इसके अलावा उन्होंने बताया कि एक एटीएम में हर नोट का एक कान्फिग्रेशन होता है।
- एक कैसेट और ट्रे होती है, जिसे नोटों के हिसाब से सेट किया जाता है।
- अब चूंकि सरकार ने नोटों का साइज ही बदल दिया है, ऐसे में हर एटीएम मशीन का जहां सॉफ्टवेयर बदलना होगा, वहीं उनके हार्डवेयर को भी चेंज करना पड़ेगा।
-ऐसा करने में कम से कम तीन से चार हफ्तों का समय लगेगा।
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ATM में कैश भरने के लिए नहीं है नोट
- यूनियन बैंक के आफिसर विनय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हम चाहते हैं कि अपने एटीएम में कैश भर दें, ताकि ब्रांच लेवल पर कुछ लोड कम हो जाए।
-वर्तमान कान्फिग्रेशन के मुताबिक हम सिर्फ 100 केे नोट उसमें फीड कर सकते हैं।
- एक एटीएम में हम 2 लाख धनराशि के 100-100 के नोटों से ज्यादा फीड नहीं कर सकते।
- पर हमारे पास इतना भी 100 के नोट नहीं है कि उनसे एटीएम को भरा जा सके।
-अगर हमने ऐसा कर दिया तो ब्रांच पर नोट बिलकुल भी नहीं बचेंगे।
-आरबीआई के चेस्ट से चेंज करेंसी के नोट कम आ रहे हैं।
-इसके अलावा इंस्ट्रक्शंस ये हैं कि कम यूज होने वाले एटीएम में 100-100 के नोटों को भरा जाए।
-ये फैसला भी समझ से परे है क्योंकि ऐसे में समस्या तो खत्म होने वाली नहीं है।
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बैंक के पास नहीं है नए 500 के नोट
- इंडियन ओवरसीज बैंक के आफिसर अमिय पंकज ने कहा कि अब एक नया फरमान आया है।
- अब काेई भी 4000 के बजाय 4500 तक के नोट बदलवा सकता है।
- पर हमारे पास अभी तक 500 का नया नोट नहीं पहुंचा है।
- आरबीआई दावा कर रहा है कि वो नोटों की कमी नहीं होने देगा।
- पर अब 4500 के चेंज कैसे करेंगे, ये एक समस्या है।
जगह और सिक्योरिटी की भी भारी कमी
- पीएनबी के आफिसर एके सिंह ने बताया कि सुबह 7 बजे से बैंक के मैनेजर करेंसी चेस्ट में प्राइवेट गाड़ियों से लाइन में चेंज करेंसी लेने के लिए लगते हैं।
-इसके बाद भी पुराने नोट वापस करने और नए नोट लेने में दिक्कते आ रही हैं।
-बैंकों के वेयर हाउस में नोट इस कदर भरे हैं कि और ज्यादा नोट रखने की व्यवस्था नहीं है।
-इसके अलावा चेंज करेंसी लाने के लिए सुरक्षा की भी कोई व्यवस्था नहीं है।
-बैंकों में सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस वाले जबरदस्ती नोट बदलवाने का दबाव बनाते हैं।
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एसबीआई ने 3 दिन में किया मनी एक्सचेंज
- एसबीआई के आफिसर पवन कुमार ने newstrack.com से 10,11 और 12 नवंबर 2016 तक के मनी एक्सचेंज संबंधी आंकड़े साझा किए हैं।
- उनके मुताबिक 10 नवंबर से लेकर 12 नवंबर रात 11 बजकर 30 मिनट तक के राष्ट्रीय आंकड़े सामने आए हैं।
-एसबीआई ने 3 दिना में 2829 करोड़ की मनी एक्सचेंज की है।
-3500 करोड़ का अमाउंट दूसरे अकाउंट में ट्रांजेक्शन किया है।
- ब्रांचों के डिपॉजिट मिलाकर 64576 करोड़ रूपए जमा हुुए हैं।
- ये आंकड़े आम दिनों के मुकाबले कई गुना हैं।
-इसका सबसे ज्यादा लोड बैंक कर्मियों पर पड़ रहा है।
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बैंक आफिसर्स ने जनता से की अपील
- बैंक ऑफ इंडिया के बैंक आफिसर दिलीप सिंह चौहान ने बताया कि हम लोग जनता से अपील करना चाहते हैं।
- ये एक गलत मैसेज है कि सुबह 8 बजे से रात के 8 बजे तक जनता के लिए बैंक खुले रहेंगे, हमारा समय सिर्फ सुबह 10 से 4:30 ही है।
-इसलिए इसी समय में करेंसी बदलवाने आएं।
-अपने अलावा अगर अपनी पत्नी, बेटे, मां , बाप या अन्य किसी रिश्तेदार के खाते में पैसा जमा करवाने आ रहे हैं तो उनसे अथॉरिटी लेटर लेकर आएं।
-एक आईडी से केवल एकबार ही नोट बदल सकेंगे, अगर समान एड्रेस वाली दो आईडी से एक ही व्यक्ति पैसे बदलवाता है तो बाद में मिलान होने पर कार्यवाही होगी।
-नए और चेंज करेंसी के नोटों को घर पर होल्ड करके न रखें, उन्हें खर्च करें ताकि मार्केट में फलो बना रहे।
-पुराने नोट बदलवाने के लिए और जमा करने के लिए पर्याप्त समय है, तो थाड़े दिनों के बाद पुराने नोट जमा करने आएं, इससे भीड़ का प्रेशर नहीं क्रिएट होगा।
- एटीएम में लाइन में रोज लगने से अच्छा है कि एक दिन में ही बैंक में पैसा जमा करें और 24 हजार तक चेक से पैसा निकाल लें।