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Barabanki News: भाकियू अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहुंचे बाराबंकी, बोले- महात्मा टिकैत के सिद्धांतों को बचाना है

Barabanki News: भाकियू अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश चौहान ने कहा कि भाकियू महेंद्र टिकैत के मूल सिद्धांतों से भटक गई है। ऐसे में नया संगठन बनाना ही पड़ा।

Sarfaraz Warsi
Report Sarfaraz WarsiPublished By Shreya
Published on: 16 May 2022 4:57 PM IST
Barabanki Story- भाकियू अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहुंचे बाराबंकी, बोले- महात्मा टिकैत के सिद्धांतों को बचाना है
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भाकियू अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश चौहान (फोटो- न्यूजट्रैक)

Barabanki News: भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) की मान मनौव्वल भी काम नहीं आई और यूनियन दो भागों में बंट गया। नाराज पदाधिकारियों व उनके समर्थकों ने रविवार को भाकियू (अराजनैतिक) के गठन की घोषणा करते हुए राजेश चौहान (Rajesh Chauhan) को इसका राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया। बाराबंकी पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश चौहान ने कहा कि भाकियू महेंद्र टिकैत के मूल सिद्धांतों से भटक गई है। ऐसे में नया संगठन बनाना ही पड़ा।

राजेश चौहान ने कहा कि हमारे कुछ सहयोगी लोग एक पार्टी विशेष का मुखौटा बनते जा रहे हैं। धीरे धीरे करके किसान यूनियन ना बनके राजनीतिक दल की तरह लड़ने लगे तो हमारी मजबूरी है कि महात्मा टिकैत के सिद्धांतों को बचाना है। राजेश चौहान ने कहा कि युद्ध के मैदान में यदि घोड़ा जवाब दे जाए तो उसे बदल दिया जाता है।

राकेश टिकैत को किया गया बर्खास्त

नए कृषि कानून के खिलाफ सरकार से मोर्चा लेने वाले राकेश टिकैत को भारतीय किसान यूनियन से बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं, नरेश टिकैत (Naresh Tikait) को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। भारतीय किसान यूनियन दो भागों बंट गया है। राकेश टिकैत वाले गुट से BKU के कई नेता अलग हो गए हैं। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के बैनर तले नया संगठन काम करेगा। राजेश चौहान को भारतीय किसान यूनियन का नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए हैं।

राकेश टिकैत पर लगाए कई गंभीर आरोप

बाराबंकी भारतीय किसान यूनियन राजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश चौहान ने कहा कि भाकियू महेंद्र टिकैत के मूल सिद्धांतों से भटक गई है। ऐसे में नया संगठन बनाना ही पड़ा। राजेश चौहान ने राकेश टिकैत पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि हम महात्मा टिकैत के प्रोडक्ट हैं आज हमने जो ट्रेनिंग ली है वह अपने लोगों को ट्रेंड कर रहे हैं। आज तो किसान बोलना सीखा है इसमें भारतीय किसान महात्मा टिकैत का बड़ा योगदान है।

भारतीय किसान यूनियन में दो घुट होने की बात को लेकर जब राजेश चौहान से पूछा गया कि आप किसान असमंजस में है वह किस और जाए तो उन्होंने इस पर कहा कि जो राजनीति के पसंदीदा लोग होंगे राजनीतिक की ओर जाएंगे और जो अराजनैतिक चेहरा होंगे किसानों की लड़ाई लड़ना है जिन्हें राजनीतिक चेहरा नहीं बनना है वह हमारे साथ रहेंगे।

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Shreya

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