×

Barabanki : समाज और राष्ट्र की मजबूती के लिए तीन बच्चे होना बेहद जरूरी, दो बच्चों के कानून पर बोले राष्ट्रीय महासचिव कुलदीप मिश्रा

Barabanki News: महासचिव कुलदीप मिश्रा ने अपने जनपद बाराबंकी के प्रथम आगमन पर आयोजित स्वागत समारोह में ऐतिहासिक अन्याय और समाज के समक्ष खड़ी चुनौतियों पर खुलकर चर्चा की।

Sarfaraz Warsi
Published on: 15 Dec 2024 5:32 PM IST
Barabanki News ( Pic- Newstrack)
X

Barabanki News ( Pic- Newstrack)

Barabanki News: विश्व हिंदू रक्षा परिषद के राष्ट्रीय महासचिव कुलदीप मिश्रा ने अपने जनपद बाराबंकी के प्रथम आगमन पर आयोजित स्वागत समारोह में ऐतिहासिक अन्याय और समाज के समक्ष खड़ी चुनौतियों पर खुलकर चर्चा की। उन्होंने 1947 में भारत-पाकिस्तान विभाजन के दौरान हिंदू समुदाय पर हुए अत्याचारों का जिक्र करते हुए इसे इतिहास का काला अध्याय बताया।

कार्यक्रम के दौरान कुलदीप मिश्रा ने कहा कि विभाजन के समय लाखों हिंदुओं को अपनी संपत्ति, घर, और आजीविका छोड़कर पलायन करना पड़ा। उन्होंने इसे न केवल हिंदू समाज के आत्मसम्मान पर आघात बताया, बल्कि लाखों निर्दोषों की हत्या और धार्मिक स्थलों के अपमान का भी जिक्र किया। मिश्रा ने मांग की कि इस ऐतिहासिक अन्याय को दुनिया के सामने लाया जाए और पीड़ित परिवारों के सम्मान में स्मारक का निर्माण हो।

वहीं सरकार द्वारा दो बच्चों की नीति की चर्चा पर कुलदीप मिश्रा ने स्पष्ट रूप से इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि हम दो बच्चों के कानून का विरोध करते हैं। समाज और राष्ट्र की मजबूती के लिए तीन बच्चे होना बेहद जरूरी है। उन्होंने इसे सरकार द्वारा सुविधाओं से वंचित किए जाने की आशंका से जोड़कर खारिज किया। विश्व हिंदू रक्षा परिषद के दो करोड़ सदस्य बनाने के लक्ष्य पर चर्चा करते हुए कुलदीप मिश्रा ने कहा कि यह अभियान एक वर्ष में पूरा होगा। बाराबंकी को अपनी प्राथमिकता बताते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव होने के नाते उनकी जिम्मेदारी पूरे राष्ट्र की है लेकिन अपने गृह जनपद के लिए भी वह हरसंभव प्रयास करेंगे। कार्यक्रम में सत्या पंडित विधायक, सूरज रावत, आकाश सिंह, मधुकर त्रिपाठी, प्रांजल श्रीवास्तव, आलोक द्विवेदी, राजा मिश्रा, राहुल कुमार, और अतुल कुमार समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

Shalini Rai

Shalini Rai

Next Story