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Barabanki News: अगर आपको भी बनना है अच्छा दिव्यांग तो पहुंचें जिला अस्पताल, एक्स-रे टेक्नीशियन का वीडियो वायरल
Barabanki News: पैसे न देने वालों को उसका पर्चा वापस कर दे रहे हैं। एक्सरे कराने गये लोगों के मुताबिक विजय कुमार ने उनसे दावा किया कि यह खर्चा उन्हें ऊपर तक पहुंचाना पड़ता है।
Barabanki News: अगर आपको अच्छे से दिव्यांग बनना हो तो आपको बाराबंकी जिला अस्पताल आना पड़ेगा। क्योंकि यहां एक एक्स-रे टेक्नीशियन है, जो चंद रुपये लेकर आपको अच्छे से विकलांग बनाने का दावा करता है। यह एक्स-रे टेक्नीशियन वायरल वीडियो में लोगों से दावा करता दिख रहा है कि अच्छा खर्चा करोगे तो दिव्यांगता सर्टिफिकेट भी अच्छा बनेगा। अन्यथा अच्छा नहीं बन पाएगा। अच्छे से विकलांग बनाने के नाम पर लोगों से घूस लेते हुए इस एक्सरे टेक्नीशियन का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पूरे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी ने इस मामले में मजिस्ट्रेट को जांच के आदेश दिये हैं।
रिश्वत लेते वीडियो वायरल
दोनों वायरल वीडियो बाराबंकी जिला अस्पताल में कार्यरत एक्स-रे टेक्नीशियन विजय कुमार के बताये जा रहा हैं। जिसमें उनकी रिश्वत खोरी स्पष्ट देखी और सुनी जा सकती है। पहले वीडियो में वह लोगों को अच्छे से दिव्यांग बनाने के नाम पर उगाही करते दिख रहे हैं। उगाही की रकम 200 रुपये से शुरू होकर आगे बढ़ती जाती है। यानी जितना अच्छा आपको दिव्यांगता सर्टिफिकेट बनवाना हो, विजय कुमार उतना अच्छा खर्चा मांगते हुए दिख रहे हैं। दिव्यांगता सर्टिफिकेट के लिये एक्स-रे कराने आये लोग काउंटर पर रसीद कटवा कर विजय कुमार के पास पहुंचते हैं। उसके बाद जिसने घूस दिया, विजय कुमार उसका पर्चा अपने पास रखकर अच्छा काम होने यानी दिव्यांगता का प्रतिशत बढ़वाने की बात कर रहे हैं।
टेक्नीशियन ने दी सफाई
वहीं जिसने पैसे देने में असमर्थता जताई, वह उसका पर्चा वापस कर दे रहे हैं। एक्सरे कराने गये लोगों के मुताबिक विजय कुमार ने उनसे दावा किया कि यह खर्चा उन्हें ऊपर तक पहुंचाना पड़ता है। जबकि दूसरे वायरल वीडियो में विजय कुमार दिनभर की वसूली गई घूस की रकम को गिनते दिख रहे हैं। यानी यह दोनों वीडियो कहीं न कहीं जिला अस्पताल में चल रहे भ्रष्टाचार की पोल भी खोल रहे हैं। हालांकि एक्स-रे टेक्नीशियन विजय कुमार ने इस वीडियो को अपने खिलाफ साजिश बताया। विजय कुमार ने बातचीत के दौरान यह जरूर माना कि अलमारी के ऊपर रखकर उनका वीडियो बनवा लिया गया है। लेकिन उन्होंने वीडियो में रुपयों के लेने की बात को गलत बताया। अस्पताल पहुंचे मरीजों की मानें तो जिला अस्पताल में सभी कार्यों का रेट फिक्स है। रुपया नहीं देने पर लोगों को महीनों दौड़ाने के बाद भी कार्य नहीं हो पाता है।
जिलाधिकारी ने दी जानकारी
वहीं इस मामले में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कहा कि एक्स-रे टेक्नीशियन द्वारा दिव्यांगता प्रमाणपत्र के नाम पर घूस लेने का वायरल वीडियो उनके संज्ञान में आया है। पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये गये हैं। मजिस्ट्रेट जांच में जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे। उसके मुताबिक सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इन वायरल वीडियो को लेकर जिला पुरुष अस्पताल के सीएमएस ने कहा कि यह वीडियो पुराने हैं। अस्पताल में गठित कमेटी से वीडियो की जांच करवाई जा चुकी है। पूर्व में हुई वायरल वीडियो की जांच में व्यक्ति, स्थान और समय की कोई पुष्टि नहीं हो पा रही है।