TRENDING TAGS :
Barabanki News: कर्नाटक से जुड़ रहा धर्मांतरण केस के तार, व्यवस्था और सुविधाएं देख थे सभी दंग, जांच शुरू
Barabanki News: जिले में सैकड़ों लोगों का धर्मांतरण कराने के मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर फादर समेत सात लोगों को गिरफ्त में ले लिया है। कार्रवाई में पुलिस ने करीब 300 लोगों को यहां से मुक्त कराते हुए उनके घर भेजा।
Barabanki News: जिले में सैकड़ों लोगों का धर्मांतरण कराने के मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर फादर समेत सात लोगों को गिरफ्त में ले लिया है। कई घंटे तक चली कार्रवाई में पुलिस ने करीब 300 लोगों को यहां से मुक्त कराते हुए उनके घर भेजा। वहीं जांच के दौरान अधिकारी तीन मंजिला भवन के अंदर की सजावट, कमरों में व्यवस्था और सुविधाएं देखकर दंग रह गये। अंदर 50 डबल बेड रूम समेत करीब पांच दर्जन दूसरे कमरे मिले। मीटिंग हाल, पास में ही चर्च और स्कूल भी था। जांच में इस जगह के लिंक कर्नाटक से जुड़े होने का भी पता लगा है। यहां श्रद्धा के साथ खिलवाड़ कर लोगों को बाकी धर्मों के बारे में गलत शिक्षा दी जा रही थी। फंडिंग किस तरह से और कहां से होती है। इसकी जांच की जा रही है। नामजद लोगों के अलावा इस खेल में कई दूसरे लोगों के नाम भी सामने आ रहे हैं।
बता दें कि बाराबंकी-लखनऊ की सीमा पर देवा कोतवाली के माती चौकी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चकहार मजरे रेंदुआ पल्हरी में सेंट मैथ्यू कॉलेज है। कॉलेज के पास स्थित नवीनता प्रेयर सेंटर और चर्च में बीते कई दिनों से बाहरी लोगों का आना-जाना देख लोगों को शक हुआ। लोगों को जब पता लगा कि प्रार्थना सभा करके यहां लोगों के धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा है। तब उन्होंने अधिकारियों को इसकी सूचना दी। जिसपर प्रशासनिक अमला सक्रिय हुआ और मौके पर पहुंचा। यहां मिले फादर डोमिनिक पिंटो से कार्यक्रम के बारे में जानकारी मांगी गई तो वह जवाब नहीं दे सके। पुलिस ने कमरों के अंदर तलाशी लेनी शुरू की तो अयोध्या समेत कई जिलों से आए महिला, पुरुष और बच्चे मिले। इसके अलावा भारी मात्रा में धार्मिक साहित्य भी बरामद हुआ।
जांच के दौरान यह भी पता लगा कि यह भवन अस्पताल के नाम पर बना है। पूछताछ में पता लगा कि फादर डोमिनिक पिंटो की देखरेख में धर्मांतरण की तैयारी की जा रही थी। श्रद्धा के साथ खिलवाड़ कर लोगों को बाकी धर्मों के बारे में गलत शिक्षा दी जा रही थी। इस जगह के लिंक कर्नाटक से जुड़े होने का भी पता लगा है। लोगों को बरगलाने में केवल सात ही नहीं बल्कि अन्य लोग भी शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक ईसाई धर्म की किताबों का प्रकाशन कहां होता है। फंडिंग किस तरह से और कहां से होती है। इसकी जांच की जा रही है। नामजद लोगों के अलावा इस खेल में कई दूसरे लोगों के नाम भी सामने आ रहे हैं।
पैसों का लालच देकर की धोखाधड़ी
वहां मौजूद लोगों से पूछताछ हुई तो उन्होंने बताया कि उन्हें यह कहकर लाया गया कि उनके सारे दुख-दर्द और बीमारी दूर कर देंगे। रोग ठीक करने, भोजन कराने और पैसे का लालच देकर लोगों को बसों से लाया गया था। लोगों ने बताया कि रास्ते में ही धार्मिक साहित्य देकर उनका धर्मांतरण का प्रयास किया जाने लगा था। वहीं इस कार्रवाई के दौरान कई लोग फरार भी हो गए। मगर पुलिस ने फादर डोमिनिक पिंटो के अलावा अयोध्या जिले के देवी का पुरवा तहसील मिल्कीपुर निवासी सुनील, खरगूपुर तहसील रुदौली सुरेन्द्र, ग्राम टेर तहसील रुदौली निवासी घनश्याम गौतम, अमानीगंज निवासी पवन, सेहतल बानी तहसील सोहावल निवासी सूरज और गड़ौली तहसील मिल्कीपुर निवासी सरजू प्रसाद पुत्र बृज लाल को गिरफ्तार कर लिया।
अपर पुलिस अधीक्षक सीएन सिन्हा ने बताया कि यहां लोगों के धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा था। हिंदू संघ के अरविंद कुमार की तहरीर पर सभी के खिलाफ थाना देवा पुलिस द्वारा उत्तर प्रदेश विधि-विरूद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 का अभियोग पंजीकृत कर आरोपी फादर डोमिनिक पिंटो, सुनील, सुरेन्द्र, घनश्याम, पवन, सूरज और सरजू को गिरफ्तार किया गया है। सभी से पूछताछ की जा रही है। एएसपी के मुताबिक फादर डोमिनिक पिंटो की देखरेख में धर्मान्तरण के लिए अयोध्या समेत कई जिलों से सैकड़ों महिला और पुरुष को लाया गया था। सभी को प्रार्थना सभा के बहाने लालच देकर धर्मान्तरण करने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिस पर यह कार्रवाई की गई है।