Barabanki News: लोधेश्वर महादेव में कजरी तीज पर महिलाओं ने की पूजा-अर्चना, हजारों कांवड़ियों ने किया जलाभिषेक

Barabanki News: बाराबंकी के रामनगर क्षेत्र में स्थित पौराणिक लोधेश्वर महादेव धाम में कजरी तीज पर श्रद्धालुओं का गजब उत्साह रहा। कजरी तीज के मौके पर शुक्रवार को लोधेश्वर महादेवा सहित जिले के अन्य प्रमुख शिवालयों में भी भक्तों की भीड़ रही।

Sarfaraz Warsi
Published on: 6 Sep 2024 9:00 AM GMT
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Barabanki News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में लोधेश्वर महादेव धाम में कजरी तीज पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव के दर्शन किए। वहीं कजरी तीज के दिन लड़कियों और महिलाओं ने मनचाहे वर और पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखकर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की। मान्यता है कि हरियाली तीज के बाद आने वाली कजरी तीज सुहागिनों के लिए खास होती है। इस दिन विवाहित महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती के साथ चंद्रमा की पूजा करती हैं। इसे सातूड़ी तीज या बड़ी तीज के नाम से भी जानते हैं। कजरी तीज के दिन सुहागिनें पति की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत रखती हैं। भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष की तृतीया को कजरी तीज का त्योहार मनाया जाता है।

बाराबंकी के रामनगर क्षेत्र में स्थित पौराणिक लोधेश्वर महादेव धाम में कजरी तीज पर श्रद्धालुओं का गजब उत्साह रहा। कजरी तीज के मौके पर शुक्रवार को लोधेश्वर महादेव सहित जिले के अन्य प्रमुख शिवालयों में भी भक्तों की भीड़ रही। लोधेश्वर महादेवा में दूर दराज से आए श्रद्धालुओं ने रतजगा भी किया। मेला परिसर में हर तरफ कांवड़ियों के जत्थे हर-हर महादेव का उद्घोष करते दिखे। भीड़ को देखते हुए बैरीकेटिग की गई थी। महिला श्रद्धालुओं की संख्या भी खूब रही। लड़कियों और महिलाओं ने मनचाहे वर और पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखकर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की।

माता पार्वती और शिव के मिलन का यह पर्व

महिलाओं के अनुसार इस दिन माता गौरी और भगवान शंकर की पूजा की जाती है। यह व्रत काफी कठिन होता है। व्रत रखने वाली लड़कियां और महिलाएं रात 12 बजे से पानी और खाना छोड़ देती हैं। व्रत करने वाली महिलाएं पूरे दिन पूजा पाठ करने के साथ रात को जागरण करती हैं। इसके अगले कजरी तीज के दिन सुबह भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने के बाद व्रत तोड़ती हैं। लोधेश्वर महादेव धाम के प्रमुख पुजारी आदित्यनाथ महाराज ने बताया कि माता पार्वती और शिव के मिलन का यह पर्व है। माता पार्वती ने कठोर तपस्या करके भगवान शिव को कजरी तीज के दिन प्राप्त किया था। आज के दिन जो सुहागिन महिलाएं हैं वह भगवान शिव का और माता पार्वती का पूजन करती हैं, जिससे उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

Shalini singh

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