Bareilly News: खेतों में डूबी उम्मीद की फसल, कई गांव के घरों में घुसा पानी, यातायात बंद

Bareilly News: जनपद बरेली के मीरगंज तहसील क्षेत्र में कई गांव में घर, खेत तक पानी पहुंच गया है तो सड़कों पर जल भराव से वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया है।

Sunny Goswami
Published on: 16 Sep 2024 3:20 PM GMT
Crops drowned in the fields , Water entered the houses of many villages, traffic stopped
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खेतों में डूबी फसल, कई गांव के घरों में घुसा पानी, यातायात बंद: Photo- Newstrack

Bareilly News: उत्तर प्रदेश के जनपद बरेली के मीरगंज तहसील क्षेत्र में चार दिन से लगातार रुक-रुक कर तेज हवा के साथ हुई भारी बारिश व उत्तराखंड बैराज से छोड़े गए पानी से क्षेत्र की नदियों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। कई गांव में घर, खेत तक पानी पहुंच गया है तो सड़कों पर जल भराव से वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया है। जैसे-जैसे नदियों का पानी गांव व खेतों तक पहुंच रहा है किसानों की धड़कनें बढ़ रही हैं। रामगंगा का जलस्तर बढ़ने से नव निर्मित पुल से कपूरपुर तक बनी अप्रोच के पूरी तरह डूब जाने से पुल मार्ग से आंवला बदायूं के लिए आवागमन बंद हो गया है।

गांवों के कई घरों में पानी घुसा

फसलें नदी के पानी में समा गई हैं जिससे उड़द, धान की फसलों को ज्यादा नुकसान हुआ है। गांवों के कई घरों में पानी घुस गया है जिन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है। घरों में पानी भरने पर लोगों ने मकानों की छतों पर शरण ली है। कच्चे घरों में रहने वाले लोग दूसरे ग्रामीणों के घरों में शरण लिए हैं। वहीं मीरगंज,आंवला तहसील मार्ग का संपर्क मार्ग बंद हो गया है।

हालात बिगड़ने पर तहसीलदार विशाल कुमार शर्मा ने मौके पर पहुंचकर ताजा स्थिति की जानकारी लेने के साथ स्थल पर जायजा लिया। तो मीरगंज क्षेत्र में नदियों के तट पट पर स्थित करनपुर, मोहम्मदगंज, गोरा लोकनाथपुर, बसई, धरमपुर, वीरपुर, बकरी अब्दुल नबीपुर, जुनहाई, पिपरिया, मोहम्मदगंज, बसावनपुर, गौतारा, भोलापुर शंखापुर, बिहारीपुर आदि पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों से गंगा नदी किनारे न जाने की अपील की है।

एसडीएम तृप्ति गुप्ता ने बताया कि सभी बाढ़ चौकियों को सक्रिय किया गया है हाल के बाढ़ की स्थिति कहीं नहीं है। नदियों में पानी घटने लगा है। तहसील पर कंट्रोल रूम खोल दिया गया है। बाढ़ संबंधी सूचना किसी भी समय दी जा सकती है। सभी कर्मचारी अलर्ट मोड़में है जो चौबीस घंटे नदी के जलस्तर की निगरानी रख रहे हैं।

Shashi kant gautam

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