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सतीश द्विवेदी से छिन जाएगा मंत्री पद? फंसे इन विवादों में, धरने पर बैठे कांग्रेसी

Satish Chandra Dwivedi :

Ashutosh Tripathi
Reporter Ashutosh TripathiPublished By Shivani Awasthi
Published on: 31 May 2021 9:25 AM GMT
सतीश द्विवेदी से छिन जाएगा मंत्री पद? फंसे इन विवादों में, धरने  पर बैठे कांग्रेसी
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कांग्रेसी धरना प्रदर्शन करते (Photo Ashutosh Tripathi)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी लगातार विवादों में घिरते जा रहे हैं। पहले मंत्री सतीश द्विवेदी के भाई को ईडब्ल्यूएस कोटे में सिद्धार्थनगर विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी मिलने और फिर जमीन सस्ते दामों में लेने के मामले में सवाल उठने के बाद अब कांग्रेस ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में सोमवार को बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी को बर्खास्त करने की माँग को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू डिजिटल धरने पर बैठ गए हैं।

कांग्रेस कार्यालय में धरना प्रदर्शन (Photo Ashutosh Tripathi)

कांग्रेसी बेसिक शिक्षी मंत्री के खिलाफ धरना देते हुए (Photo Ashutosh Tripathi)

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू धरने में शामिल (Photo Ashutosh Tripathi)

मंत्री सतीश द्विवेदी से जुड़े विवाद

भाई की नौकरी के बाद अब प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी जमीन संबंधी विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। द्विवेदी पर महंगी जमीन को काफी कम कीमतों में खरीदने का आरोप है। कहा जा रहा है कि मंत्री ने अपने रसूख के बल पर सवा करोड़ की जमीन का सौदा महज 20 लाख रुपए में कर लिया। मंत्री ने जमीन की खरीदारी अपने और अपनी मां के नाम पर की है। हालांकि मंत्री ने पूरे मामले की जांच कराने की चुनौती दी है। उनका कहना है कि वह हर जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं क्योंकि उन्होंने जमीन की खरीद में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं की है।

भाई की नियुक्ति मामले पर घिरे सतीश द्विवेदी

वहीं इसके पहले मंत्री के भाई की ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत की गई नियुक्ति सुर्खियों में आने के बाद विवाद की वजह बन गई थी। सिद्धार्थनगर विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश चंद्र द्विवेदी के छोटे भाई अरुण कुमार को असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर चयनित किया गया। विश्ववि​द्यालय के अनुसार इस पद पर नियुक्ति के लिए 150 लोगों ने आवेदन किया था। मेरिट के आधार पर अरुण कुमार दूसरे स्थान पर थे जबकि साक्षात्कार, शैक्षणिक व अन्य अंकों के आधार पर उन्हें पहले स्थान पर पाया गया है। इस कारण उनका चयन किया गया। यह सूचना सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विपक्ष के राजनेताओं समेत कई लोगों ने सवाल उठाए हैं कि मंत्री के भाई को आ​र्थिक रूप से कमजोर वर्ग का लाभ कैसे मिल गया। मामला बढ़ने पर मंत्री के भाई ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया

मंत्री को लेकर तीसरा विवाद

हाल के दिनों में यह तीसरा मौका है जब बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी विवादों में घिरे हैं। पहले उन्होंने चुनाव में ड्यूटी करने वाले सिर्फ तीन शिक्षकों की कोरोना से मौत होने का बयान दिया था जिसे लेकर काफी विवाद पैदा हो गया था। उसके बाद उनके छोटे भाई अरुण द्विवेदी की सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में ईडब्ल्यूएस कोटे में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नियुक्ति को लेकर काफी विवाद हुआ था। यह विवाद इतना बढ़ गया कि आखिरकार उनके भाई ने बुधवार को असिस्टेंट प्रोफेसर के पद से इस्तीफा दे दिया। अब जमीन सौदे को लेकर मंत्री पर निशाना साधा जा रहा है। हालांकि मंत्री ने इस मामले में पूरी तरह पाक साफ होने का दावा किया है।

Shivani

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