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पुलिस के हत्थे चढ़े अंतरजनपदीय गिरोह के तीन सदस्य, बेरोजगार युवकों को बनाते थे निशाना

बस्ती पुलिस ने ठगी करने वाले गिरोह का किया खुलासा, तीन गिरफ्तार

Amril Lal
Written By Amril LalPublished By Raghvendra Prasad Mishra
Published on: 15 May 2021 2:22 PM GMT
basti police
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फोटो— पुलिस की गिरफ्त में ठगी करने के आरोपी (साभार— सोशल मीडिया)

बस्ती। बस्ती पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुरानी बस्ती पुलिस और स्वट प्रभारी संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर बेरोजगारों से ठगी करने वाले अंतरजनपदीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए युवकों के पास से पुलिस ने 30 पासपोर्ट, एक स्कॉर्पियो कार और एक लैपटॉप, एक पासबुक केनरा बैंक, एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन, 4 पंपलेट, 4 वीजा, एक बुकलेट, 3 विजिटिंग कार्ड की छायाप्रति, एक आधार कार्ड की छायाप्रति और 2190 रुपए नकद बरामद किए हैं। ये आरोपी बेरोजगार युवकों को अपना निशान बनाते थे। विदेश भेजने के नाम पर बरोजगारों को अपने जाल में फंसाकर उनसे धनउगाही करते थे।

जानकारी के अनुसार पुरानी बस्ती थानाक्षेत्र के रहने वाले राहुल चौधरी पुत्र राम सूरज चौधरी और अरुण कुमार सिंह इस ठगी गिरोह के चंगुल में फंस गए। जब यह दोनों बेरोजगार युवक अपना टिकट लेकर एयरपोर्ट पर गए तो पता चला यह एयर टिकट और वीजा फर्जी है। दोनों युवकों ने पुरानी बस्ती थाने में अपराध संख्या 114 व 126/2021 मुकदमा पंजीकृत कराया गया था, पीड़ित युवक द्वारा यह आरोप लगाया गया था कि अभियुक्तों द्वारा बायपोखर थाना पुरानी बस्ती जनपद बस्ती में कार्तिक एक्सपोर्ट intern ational नाम से ऑफिस खोला गया है। जहां अलग-अलग राज्यों में बेरोजगार युवकों को विदेश भेजकर नौकरी दिलाया जाता है।

इसके बदले में कंपनी युवकों से 60 से 80 हजार रुपए तक लेते हैं। इस गिरोह के चक्कर में जो युवक फंस जाता था उसको कंपनी के तरफ से फर्जी वीजा टिकट दिया जाता है। आरोपी ने बताया कि सितंबर, 2020 में नागेंद्र उर्फ विनय के साथ बायपोखर पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र में एक कमरा किराए पर लेकर हम लोग काम शुरू किए और मकान मालिक को फर्जी आधार कार्ड दिया गया, जिससे हम लोगों को ऑफिस खोलने के लिए कमरा मिल गया।

हम लोग ऑफिस खोल कर अपना फर्जी नाम पता का आधार कार्ड बना लिए जिससे किसी को शक ना हो कि हम लोग गलत हैं। उसने बताया कि हम लोग अपना एक संगठित गिरोह चलाते हैं, फेसबुक पर abroadjob और Anna online माध्यम से बेरोजगार युवकों को विदेश भेजने का प्रचार प्रसार करते थे। कॉमेडीया, दुबई, रसिया आदि देशों में भेज कर नौकरी दिलाने के नाम पर प्रति व्यक्ति से 60 से 80 हजार रुपए लिया जाता था।

पकड़े गए आरोपियों ने यह भी बताया की, हम लोग ग्रामीण क्षेत्र के भोले-भाले लड़कों और लड़कियों को अपने कार्यालय पर काम करने के लिए रखते थे और उन्हीं के नाम पर खाता खुलवा दें थे। इतना ही नहीं उन्हीं के आईडी पर सिम भी लेते थे तथा बेरोजगार युवकों से प्राप्त पैसा ज्यादा नगद या कार्यालय पर काम करने वाले लोगों के खातों में मंगवाते थे। खाते में आए पैसे को विभिन्न जनपदों के एटीएम में जाकर हम लोग निकाल लेते थे। विगत 20 अप्रैल, 2021 को जब हम लोगों को जानकारी हुई कि हम लोगों द्वारा भेजे गए युवक एयरपोर्ट पर रोक दिए गए, तब हम लोग अपना ऑफिस बंद कर अपने घर को भाग लिए।

पकड़े गए आरोपी मोहित उर्फ रितिक द्वारा लोगों से लिए गए धन से पुरानी बस्ती स्कॉर्पियो कार वी.डी.आई. संख्या यूपी 42 -0 272 खरीदी गई थी। इसके अलावा दूसरे आरोपी द्वारा मकान निर्माण का कार्य करवाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक बस्ती आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि यह गिरोह अंतर्जनपदीय गिरोह है, जो ठगी का काम करते हैं। बेरोजगार युवकों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का कार्य करते थे। वहीं पकड़े गए आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है।

Raghvendra Prasad Mishra

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