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Basti News: मोहित अपहरण कांड में चार गिरफ्तार, फरार अभियुक्त पर 25 हजार का इनाम
Basti News: मोहित यादव अपहरण कांड में शामिल आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी मोनू जायसवाल, अमन गुप्ता, करण जायसवाल और सादिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
Basti News: बस्ती जिले के बहुचर्चित मोहित अपहरण कांड में कोतवाली पुलिस, क्राइम ब्रांच, स्वाट टीम और सर्विलांस टीम के संयुक्त प्रयास से मोहित यादव अपहरण कांड में शामिल आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पकड़े गए आरोपी मोनू जायसवाल, अमन गुप्ता, करण जायसवाल और सादिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस पूछताछ में पता चला कि मोहित यादव ने सत्यम का धोखे से बुलाकर अश्लील वीडियो बना लिया था जिससे वह उसे ब्लैकमेल करता रहता था। जिसे हटाने के लिए हम लोग मोहित को मारपीट कर अगवा कर लिए थे। कई बार ब्लैकमेल के जरिए मोहित यादव को पैसा भी ट्रांसफर किया गया।
मोहित यादव अश्लील वीडियो बनाकर करता था ब्लैकमेल
पुलिस अधीक्षक बस्ती ने बताया कि 12 जुलाई को समय लगभग 2:00 बजे पिकोरा दत्तू राय मोहल्ले में मोहित यादव के कमरे पर कई लोग गए और कमरे में घुसकर उससे मार पीट की। उसने भागकर टॉयलेट में दरवाजा बंद कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने दरवाजा तोड़कर उसे उठा ले गए। पुलिस ने धारा 140, 333, 324, 115 टू, 191 के तहत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में अभियुक्त आदित्य विक्रम सिंह पुलिस कि पकड़ से बाहर हैं। पुलिस ने उस पर 25000 का इनाम घोषित किया है। उन्होंने कहा कि कोर्ट से कुर्की का आदेश लिया जा रहा है। अभी तक मोहित यादव की बरामदगी नहीं हो पाई है। जल्द ही युवक की बरामदगी हम लोग कर लेंगे।
धरना पर बैठेे थे सपा विधायक
वहीं मोहित यादव अपहरण कांड में गिरफ्तारी नहीं होने पर सपा विधयाक अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए थे। उन्होंने कहा कि इस कांड में भाजपा नेता के पुत्र शामिल है। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस सत्ता पक्ष के दबाव में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। सपा ने जिला अधिकारी बस्ती के माध्यम से 13 जुलाई को ज्ञापन दिया गया था कि अगर 12 घंटे के अंदर सकुशल मोहित यादव की गिरफ्तारी नहीं होती है तो समाजवादी पार्टी शास्त्री चौक पर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठेगी। सपा विधायक महेंद्र नाथ यादव ने कहा कि बस्ती जिले में अपराधिक घटनाएं बढ़ रहे है। हत्या, लूट और बलात्कार जैसी घटनाएं सामान्य हो गई हैं। पुलिस अपराधियों को संरक्षण दे रही है और उल्टा बेगुनाहों को भेज रही है।