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यहां सब्जी बेचने वाले का बेटा बना विधायक, जानें उनके संघर्ष की कहानी

भाजपा प्रत्याशी विजय राजभर एक गरीब सब्जी बेचने वाले के बेटे हैं। उसके पिता नगर के मुन्सीपुरा मुहल्ले में फुटपाथ पर सब्जी बेच कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनके संस्कारों ने विजय को विधायक बना दिया। विजय राजभर ने पहले आरएसएस में प्रशिक्षण लिया।

SK Gautam
Published on: 24 Oct 2019 8:27 PM IST
यहां सब्जी बेचने वाले का बेटा बना विधायक, जानें उनके संघर्ष की कहानी
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धनंजय सिंह

लखनऊ: जनपद मऊ के घोसी विधानसभा का उपचुनाव काफी रोचक रहा। गुरुवार को मतगणना के प्रथम चरण में ही भाजपा प्रत्याशी ने बढत बनाना शुरु किया। इसके बाद वह लगातार आगे बढ़ते ही रहे और आखिरकार विजय को 1758 मतों से जीत हासिल हुई। वही सपा समर्थित निदर्ल प्रत्याशी सुधाकर सिंह दूसरे स्थान पर रहे।

परिणाम आते ही भाजपा को बढ़त मिल गयी

घोसी विधानसभा चुनाव की मतगणना घोसी तहसील के सरहरा गांव स्थित मंडलीय लेखपाल प्रशिक्षण केन्द्र में शुरु हुआ। प्रथम चरण का परिणाम आते ही भाजपा को बढ़त मिल गयी। इसके बाद लगातार विजय राजभर लड़ाई में आगे निकल गये। विजय राजभर के पीछे सपा समर्थित प्रत्याशी सुधाकर सिंह लगे रहे।

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गौरतलब है कि घोसी विधानसभा सीट के विधायक फागू चौहान बिहार राज्य का राज्यपाल बनाये गये। इसके बाद यह सीट रिक्त हो गयी। जिसके बाद उपचुनाव की प्रकिया शुरु हुई। पिछले 2017 के विधानसभा चुनाव में फागू चौहान ने बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल किया था। एक बार फिर उपचुनाव में जनता ने अपना भरोसा बीजेपी पर जताया है। इस बार घोसी की जनता ने विजय राजभर को अपना विधायक चुना है।

इस उपचुनाव में कुल 11 प्रत्याशी मैदान में थे। परिणाम में भाजपा को 68337 वोट मिले, तो वही सपा को 66579 वोट मिले। इस उपचुनाव में मतदान के दिन घोसी विधानसभा सीट के 4 लाख 23 हजार 952 मतदाताओं में से 52.43 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

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विजय राजभर एक गरीब सब्जी बेचने वाले के बेटे हैं

भाजपा प्रत्याशी विजय राजभर एक गरीब सब्जी बेचने वाले के बेटे हैं। उसके पिता नगर के मुन्सीपुरा मुहल्ले में फुटपाथ पर सब्जी बेच कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनके संस्कारों ने विजय को विधायक बना दिया। विजय राजभर ने पहले आरएसएस में प्रशिक्षण लिया। इसके बाद वह भाजपा की राजनीति में उतर गया। एक बार अपने मुहल्ले से सभासदी का चुनाव लड़ा था। इसके बाद वह सीधे विधायक बनकर जनपद में अपना एक अलग पहचान बनाने का किस्सा भी कायम कर दिया है।

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विजय राजभर ने कहा कि यह जीत कार्यकर्ताओं एवं गरीब जनता की जीत है। चुनाव जीत गये हैं, अब कल से घोसी विधानसभा की जनता के बीच पहुंच कर उनकी समस्या को दूर करने का काम किया जायेगा। केन्द्र और प्रदेश सरकार की जितनी भी योजना है, उसको जनता तक पहुंचाने का काम किया जायेगा। वहीं हारे प्रत्याशी सुधाकर ने कहा कि शासन की निगाहें इस सीट पर पहले से ही टिकी हुई थी।

इसलिए बीजेपी ने अपना प्रत्याशी उतारने से पहले ही चुनाव जीतने के लिए हर प्रकार की रणनीति तैयार कर लिया था। यह जीत हमारी है, लेकिन शासन ने भाजपा को जीत दिलाया है। हार मिले या जीत जनता की लड़ाई सड़क से लेकर आगे तक लड़ी जायेगी।



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