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UP News: पूरे भारत में सर्वश्रेष्ठ UP के जिला चिकित्सालय, NQA सर्टिफिकेशन में मिला प्रथम स्थान

UP News: प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि ‘नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैण्डर्ड‘ (NQAS) के अन्तर्गत नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन के तहत जिला चिकित्सालय श्रेणी में प्रदेश को प्रथम स्थान प्राप्त करने का गौरव प्राप्त हुआ है।

Shashwat Mishra
Published on: 11 Oct 2022 3:14 PM GMT
UP Deputy Chief Minister Brajesh Pathak
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UP Deputy Chief Minister Brajesh Pathak (image social media)

UP News Today: प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि 'नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैण्डर्ड' (NQAS) के अन्तर्गत नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन के तहत जिला चिकित्सालय श्रेणी में प्रदेश को पूरे राष्ट्र में 'प्रथम' स्थान प्राप्त करने का गौरव प्राप्त हुआ है। उन्होने बताया कि अब तक प्रदेश के 46 जनपदों की 79 चिकित्सा इकाईयाँ NQA सर्टिफिकेशन प्राप्त कर चुकी हैं, जिसमें 42 जनपद स्तरीय, 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और 21 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सम्मिलित हैं। साथ ही जनपद स्तरीय चिकित्सालय श्रेणी में 35 और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रेणी में 15 चिकित्सा इकाईयाँ 'लक्ष्य' सर्टिफिकेशन (लेबर रूम एवं आँपरेशन थियेटर) प्राप्त कर चुकी है।

क्वालिटी पैरामीटर्स को पूरा करना प्राथमिकता

पाठक ने प्रदेश की जनता को आश्वस्त किया कि आगामी समय में अधिक से अधिक चिकित्सा इकाईयों के सर्टिफिकेशन हेतु रणनीति तैयार की जायेगी, जिससे कि प्रदेश की जनता गुणवत्तापरक उपचार 'जीरो पॉकेट खर्च' के रूप में हो सके। चूकि गम्भीर मरीजों का इलाज जनपद स्तरीय चिकित्सा इकाईयों में ही संभव है। इस कारण से जनपद स्तरीय चिकित्सा इकाईयों में क्वालिटी पैरामीटर्स को पूर्ण करने की प्राथमिकता दी गयी। जिसके फलस्वरूप जनपद स्तरीय चिकित्सालय श्रेणी में प्रदेश को देश में प्रथम स्थान का गौरव प्राप्त हुआ है।

जानें NQA सर्टिफिकेशन के बारें में

ब्रजेश पाठक ने बताया कि चिकित्सा इकाईयों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 'नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैण्डर्ड' के अन्तर्गत नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन वर्ष 2013 में प्रारम्भ किया गया। इस NQA सर्टिफिकेशन हेतु तीन चरणों में असेसमेंट निर्धारित चेकलिस्ट के माध्यम से किया जाता हैै।

ये कार्यक्रम भी किये जा रहे संचालित

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि अन्तिम चरण का असेसमेंट भारत सरकार द्वारा नामित राष्ट्रीय स्तर पर इम्पैनल्ड एक्सटर्नल असेसर्स द्वारा सघन रूप से किया जाता है। चिकित्सा इकाईयों में मातृ एवं बाल स्वास्थ्य में सुधार एवं प्रमाणीकरण हेतु 'लक्ष्य' सर्टिफिकेशन और 'मुस्कान' सर्टिफिकेशन कार्यक्रम भी संचालित किया जा रहा है।

Prashant Dixit

Prashant Dixit

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