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UP में फ्लॉप हुई 'बेटी पढ़ो बेटी बचाओ' योजना, पैसे का लालच देकर जालसाज कर रहे घोटाला

प्रदेश में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के नाम पर जालसाज सक्रिय हैं। योजना के तहत पैसा दिए जाने का लालच दे कर लोगों से आवेदन फार्म भरवाए जा रहे हैं और इसके लिये पैसा लिया जा रहा है। कई जिलों से इस

tiwarishalini
Published on: 19 May 2017 1:48 PM IST
UP में फ्लॉप हुई बेटी पढ़ो बेटी बचाओ योजना, पैसे का लालच देकर जालसाज कर रहे घोटाला
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लखनऊ: प्रदेश में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के नाम पर जालसाज सक्रिय हैं। योजना के तहत पैसा दिए जाने का लालच दे कर लोगों से आवेदन फार्म भरवाए जा रहे हैं और इसके लिये पैसा लिया जा रहा है। कई जिलों से इस तरह की शिकायतें सामने आने पर प्रदेश शासन ने अब सख्त रुख अख्तियार किया है।

इस सिलसिले में महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव रेणुका कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर जालसाजों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया है कि केंद्र या राज्य सरकार द्वारा इस योजना के तहत नगद भुगतान किए जाने का किसी भी प्रकार का कोई प्रावधान नहीं है।

पत्र में ये लिखा:

-अधिकारियों को लिखे पत्र में कहा गया है कि इस योजना के नाम पर एक लाख रुपये की सहायता दिए जाने से संबंधित फर्जी आवेदन-फार्म लोगों के बीच बांटे जा रहे हैं जो कि गैरकानूनी है।

- योजना में नगद भुगतान का प्रावधान ही नहीं है। अब तक कई जिलों में इस तरह के सैकड़ों पंजीकरण फार्म महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार और राज्य सरकार को प्राप्त हो चुके हैं।

- प्रमुख सचिव ने सभी जिलाधिकारियों से अनुरोध किया है कि वह अपने जिलों में इस योजना के नाम पर किए जा रहे फर्जीवाड़े को रोकने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करें।

- पोस्ट ऑफिस, समाचार पत्र, न्यूज चैनल और सिनेमा हाल में विज्ञापन की स्लाइड के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाए।

- हेल्पलाइन नम्बर भी प्रसारित कराए जाएं। प्रमुख सचिव ने पत्र में लिखा है कि अधिकतर फार्म जिले के पोस्ट आफिस के माध्यम से पंजीकृत किए जा रहे हैं।

- इसलिए पोस्ट ऑफिस के बाहर भी इस आशय की सूचना का बोर्ड लगवाया जाए कि इस योजना से संबंधित किसी प्रकार का फार्म स्वीकार नहीं किया जाएगा।

निजी जानकारी में लग सकती है सेंध

- सूत्रों के मुताबिक आवेदन पत्र बेचकर मोटी कमाई करने वाले ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के नाम पर लुभावने फार्म छपवाकर बाजार में बेचते हैं।

- इससे उन्हें मुनाफा होता है। कुछ कथित संगठन इंटरनेट के भी माध्यम से योजना के तहत ठगी का खेल कर रहे हैं।

- यदि कोई वेबसाइट, कथित संगठन या व्यक्ति विशेष बिना किसी शुल्क के भी इस योजना के तहत आवेदन पत्र भरने को कहता है तो उससे बचा जाना चाहिए।

- क्योंकि फार्म में निजी जानकारियां भरवा कर जालसाज कोई भी खेल कर सकते हैं।

17 जिलों में चल रही है योजना

- ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के तहत पीएनडीटी एक्ट (भ्रूण की जानकारी न देना) के क्रियान्वयन पर विशेष बल दिया जाना है।

- योजना प्रदेश के 17 जिलों - इलाहाबाद, आगरा, बागपत, बरेली, बुलन्दशहर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, हाथरस, झांसी, कन्नौज, कानपुर नगर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, वाराणसी में महिला कल्याण विभाग के माध्यम से संचालित है।

- मौजूदा समय में यह योजना राज्य के महिला कल्याण विभाग से नहीं बल्कि सीधे केन्द्र सरकार द्वारा जिलाधिकारी के माध्यम से संचालित की जा रही है।



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tiwarishalini

tiwarishalini

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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