TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

इन्हें वन रैंक वन पेंशन के लिए फ्री में मुकदमा लड़ेंगे अजय अग्रवाल

अजय अग्रवाल के सगे मामा स्वर्गीय लेफ्टिनेंट प्रवीण जिंदल 1965 में भारत चीन युद्ध में मात्र 21 वर्ष की अल्पायु में वीरगति को प्राप्त हो गये थे और उनको श्रद्धांजलि स्वरूप वह इस केस में एक भी पैसा भारत के पैरामिलिट्री फ़ोर्स के वीर जवानों से फ़ीस के रूप में नहीं लेंगे।

Newstrack
Published on: 17 Aug 2020 8:14 PM IST
इन्हें वन रैंक वन पेंशन के लिए फ्री में मुकदमा लड़ेंगे अजय अग्रवाल
X
इन्हें वन रैंक वन पेंशन के लिए फ्री में मुकदमा लड़ेंगे अजय अग्रवाल

रायबरेली: पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों की पेंशन की मांग को लेकर 'हमारा देश हमारे जवान' संगठन की सचिव भावना शर्मा ने रायबरेली पूर्व लोकसभा भाजपा प्रत्याशी व सुप्रीम कोर्ट ए़डवोकेट अजय अग्रवाल से आज मुलाकात की तथा उन्हें एक अनुरोध पत्र सौंपा।

भावना शर्मा ने बताया कि पैरामिलिट्री फोर्स के करीब 11 लाख अधिकारी और जवान, सेना की तर्ज पर 'वन रैंक-वन पेंशन' मिलने की राह देख रहे हैं। पैरामिलिट्री फोर्स के प्रति भेदभाव व सौतेले व्यवहार को लेकर लाखों परिवारों में भारी रोष एवं बैचेनी व्याप्त है। पुरानी पेंशन बहाली, वन रैंक वन पेंशन व ऑर्गेनाइज्ड ग्रुप 'ए' सर्विस जैसी मांगों के लिए लंबे समय से आवाज उठाई जा रही है।

इसे भी पढ़ें भारत में 50 हजार मौतें: कोरोना का कोहराम, देश में फैला मातम का माहौल

कोरोना वायरस जैसी महामारी के दौरान इन बलों के जवानों ने लोगों की भरपूर मदद की है। वे जवान जो इस बीमारी की चपेट में आ गए थे और अब ठीक हो गए हैं, उन्होंने दूसरे मरीजों की मदद करने के लिए कदम आगे बढ़ा दिया है। अब वे प्लाजमा डोनेट कर रहे हैं।

इसे भी पढ़ें उत्तर प्रदेश में आज कोरोना के केस 4186 और लखनऊ में 595 मामले

भावना शर्मा ने CAPF परिवार की तरफ से पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका डालने के लिए अजय अग्रवाल जी से अनुरोध भी किया। इसी के प्रतिउत्तर में सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट अजय अग्रवाल ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह इस केस को गंभीरता पूर्वक न्यायालय के समक्ष रखेंगे।

इसे भी पढ़ें आंध्र प्रदेश में कोरोना के 6780 नए मामले, पिछले 24 घंटे में 82 की मौत

अग्रवाल ने कहा कि वह भी सैनिकों के परिवार से आते हैं उनके सगे मामा स्वर्गीय लेफ्टिनेंट प्रवीण जिंदल 1965 में भारत चीन युद्ध में मात्र 21 वर्ष की अल्पायु में वीरगति को प्राप्त हो गये थे और उनको श्रद्धांजलि स्वरूप वह इस केस में एक भी पैसा भारत के पैरामिलिट्री फ़ोर्स के वीर जवानों से फ़ीस के रूप में नहीं लेंगे।



\
Newstrack

Newstrack

Next Story