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हड़ताल से निजात पाने के लिए AIIMS के बाद अब BHU के डॉक्टर भी लेंगे सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग
हॉस्पिटल के चिकित्सकों और मरीज के तीमारदारों के बीच की लड़ाई मारपीट अब जैसे आम बात हो गई है और इस लड़ाई के बाद चिकित्सकों की हड़ताल गले की हड्डी बनती जा रही है
वाराणसी: बीएचयू हॉस्पिटल के चिकित्सकों और मरीज के तीमारदारों के बीच की लड़ाई मारपीट अब जैसे आम बात हो गई है और इस लड़ाई के बाद चिकित्सकों की हड़ताल गले की हड्डी बनती जा रही हैं।
इसी से निजात पाने के लिए दिल्ली के एम्स की तर्ज पर अब पूर्वांचल का एम्स माने जाने वाला बीएचयू स्थित सर सुंदर लाल हॉस्पिटल के डॉक्टरों को सेल्फ डिफेंस की भी ट्रेनिंग देने की योजना बनाई जा रही है।
यहीं नहीं बीएचयू प्रशासन अब अपने डॉक्टरों में टॉलरेंस बढ़ाने के लिए योगा की क्लास चलाने की योजना है। बीएचयू के हॉस्पिटल में हर रोज हजारों की संख्या में मरीज पूर्वांचल सहित पक्षिम बिहार से आते हैं।
इसमें सुधार करने के लिए अब बीएचयू प्रशासन ने योग का सहारा लेने का प्लान बनाया हैं, जो चिकित्सकों को सहिष्णु बनाएगा। ऐसा मानना हैं बीएचयू सर सुंदरलाल हॉस्पिटल के एमएस डा. ओपी उपाध्याय का।
डॉक्टरों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिग
बीएचयू प्रशासन अपने चिकित्सकों के लिए योगा की क्लास चलाने जा रही हैं। डा. उपाध्याय ने ये माना कि बीएचयू के सुरक्षा गार्ड घटना के समय डॉक्टर की सुरक्षा करने में असमर्थ है, लिहाजा उस दौरान अपने जान की सुरक्षा के लिए हम अपने डॉक्टरों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देने की योजना बना रहे हैं।
बीएचयू में हजारों मरीज आने के कारण यहां हर विभाग में भीड़ लगी रहती है। जिसे डॉक्टर किसी न किसी प्रकार मरीजों को देखते हैं, ऐसे में तनाव होना मुनासिब हैं।
हॉस्पिटल प्रशासन के योग क्लास को लेकर चिकित्सकों ने भी इसकी सराहना की हैं। उनका कहना हैं कि इसका फायदा युवा चिकित्सकों को ज्यादा मिलेगा । योग उन्हें सहिष्णु बनाने के साथ ही उनके स्वास्थ को भी लाभ मिलेगा।
हॉस्पिटल के वरिष्ट चिकित्सक समझते हैं यहीं कारण हैं कि रेजिडेंट डॉक्टरों को योग के माध्यम से उन्हें सहिष्णुता का पाठ पढ़ाया जाएगा ताकि उन्हें मरीजों की संख्या देखकर दबाव में न आए और वे मरीजों और तीमारदारों के साथ अच्छा व्यवहार कर सकें।