TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

BHU Fee Hike: कमेटी ने शुरू की संवाद प्रक्रिया, विद्यार्थी प्रतिनिधियों के साथ की बैठक

BHU Fee Hike: समिति इस विषय पर विद्यार्थी समूहों के साथ संवाद स्थापित कर रही है, और इसी क्रम में छात्रों के समूहों ने समिति के समक्ष अपने विचार रखे।

Durgesh Sharma
Written By Durgesh Sharma
Published on: 10 Nov 2022 7:58 PM IST
BHU Fee Hike Committee started dialogue process meeting with student group
X

BHU Fee Hike Committee started dialogue process meeting with student group (Social Media)

BHU Fee Hike: शैक्षणिक सत्र 2022-23 से कुछ पाठ्यक्रमों के लिए नई फीस लागू करने के संबंध में कुछ विद्यार्थी द्वारा उठाए गए विषयों पर गौर करने के लिए समिति ने आज विद्यार्थी प्रतिनिधियों से चर्चा की। समिति इस विषय पर विद्यार्थी समूहों के साथ संवाद स्थापित कर रही है, और इसी क्रम में छात्रों के समूहों ने समिति के समक्ष अपने विचार रखे। चर्चा के दौरान समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि इस विषय पर सभी तथ्यों का अवलोकन किया जाएगा तथा 25 दिसम्बर, 2022, या उससे पहले रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।

गौरतलब है कि छात्रों द्वारा प्रस्तावित फीस के स्वरूप तथा छात्रावासों के शुल्क को लेकर उठाए गए विषयों पर चर्चा के लिए कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कृषि विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. यशवंत सिंह की अध्यक्षता में समिति गठित की है।

पर्यावरण एवं धारणीय विकास संस्थान के निदेशक प्रो.ए.एस. रघुवंशी, विज्ञान संकाय की संकाय प्रमुख प्रो.मधुलिका अग्रवाल, छात्र अधिष्ठाता प्रो.अनुपम नेमा तथा मुख्य प्रो. अभिमन्यु सिंह समिति में सदस्य के रूप में शामिल हैं। उप कुलसचिव डॉ. पुष्यमित्र त्रिवेदी समिति के सदस्य सचिव हैं।

बीएचयू के मृत्युंजय करेंगे एनपीसीआई में रिसर्च

मृत्युंजय चौबे को External Research Experience योजना के तहत न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, मुंबई, में एक सेमेस्टर के लिए शोध करने हेतु चयनित किया गया है। वे "परमाणु ऊर्जा संयंत्र नियंत्रण कक्ष की वीडियो निगरानी को मजबूत करने के लिए" परियोजना पर काम करेंगे।" मृत्युंजय, कंप्यूटर साइंस से पीएचडी कर रहे हैं।


काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में शोधार्थियों को विश्वविद्यालय से इतर संस्थानों में काम करने का अवसर प्रदान कर उन्हें शैक्षणिक व पेशेवर अनुभव प्राप्त करने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की गई है। योजना के तहत शोधार्थी एक सेमेस्टर (6 महीने) तक भारत के किसी प्रतिष्ठित संस्थान अथवा अनुसंधान प्रयोगशाला में शोध अनुभव अर्जित करने का अवसर पाते हैं। इसके लिए उन्हें शोध अध्येतावृत्ति से इतर भत्ता भी दिया जाता है।

Durgesh Sharma

Durgesh Sharma

Next Story