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BHU छात्रों ने बनाया ऐसा वॉटर प्यूरीफायर जो करेगा पानी-बिजली की बचत

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Published on: 6 July 2016 9:58 AM GMT
BHU छात्रों ने बनाया ऐसा वॉटर प्यूरीफायर जो करेगा पानी-बिजली की बचत
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वाराणसी: आईआईटी बीएचयू के स्टूडेंट्स ने एक ऐसा वॉटर प्यूरीफायर बनाया है जो पानी की बचत के साथ-साथ बिजली की भी बचत करेगा। यह वॉटर प्यूरीफायर नवीन और रोहित ने बनाया है। आईआईटी बीएचयू से बीटेक कंप्लीट कर आगे की एजुकेशन लेने के बजाए दोनों ने देश के लिए कुछ करने की इच्छा जताई। मेक इन इंडिया और स्टार्ट अप प्रोग्राम से प्रभावित होते हुए दोनों ने देश में पानी की कमी को दूर करने के लिए अनोखा रास्ता अपनाया।

पानी और बिजली की बचत

-नवीन कुमार ने बताया कि उनके द्वारा बनाए गये प्यूरिफायर से वॉटर का वेस्टेज कम होने के साथ-साथ पावर सेविंग भी होगी।

-इस मशीन को बनाने में 8 महीने का समय लगा।

-नवीन और रोहित का दावा है कि यह मशीन 50 प्रतिशत वॉटर और पावर दोनों बचत करती है।

-नवीन और रोहित ने अपनी इस तकनीक को भारत में पहला इंवेंट माना हैं।

-इसलिए दोनों ने इसे नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर पेटेंट के लिए फाइल कर दिया है।

सस्ता भी, अच्छा भी

-नवीन ने बताया कि यह मार्केट में बिकने वाले वॉटर प्यूरीफाई से सस्ता है।

-नवीन ने बताया कि अभी तक जो प्यूरिफायर मार्केट में हैं उनमे सौ लीटर पानी में से तीस लीटर ही पीने लायक होता है।

-जबकि 70 लीटर पानी बर्बाद हो जाता है।

-उनके द्वारा बनाए गए वाटर प्यूरिफायर से ठीक उलटा होता है।

-यह सिर्फ तीस प्रतिशत पानी ही वेस्ट करता है और 70 प्रतिशत पानी पीने लायक देता है।

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इनका मिला सहयोग

-बीएचयू के केमिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो. पीके मिश्रा ने बताया कि इस इंवेंट में यूनिवर्सिटी ने भी दोनों का पूरा साथ दिया हैं।

-इस रिसर्च को पूरा करने में बीएचयू आईआईटी के मालवीय सेंटर फॉर इनोवेशन इनक्यूवेसन एंड इंटरप्रन्योरसिप ने भी पूरी मदद की।

-सेंटर ने रिसर्च के लिए 6.4 लाख रुपए की मदद की।

-इसके अलावा मिनिस्ट्री ऑफ स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज ने भी 6.2 लाख रुपए की मदद की।

-नवीन और रोहित ने बताया कि उन्हें स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया प्रोग्राम में आमंत्रित किया गया था।

-यही नहीं यूनाइटेड नेशन इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट आर्गेनाईजेशन के ग्लोबल क्लीनटैक इनोवेशन प्रोग्राम-2016 में उनकेे रिसर्च को 20वां स्थान मिला।

इस तकनीक का किया इस्तेमाल

-इस तकनीक में पंप मेंब्रेन सिस्टम को रिडिजाईन किया गया है।

-पैरा मेट्रिक स्टडीज की गई है।

-मेंब्रेन के सरफेस एरिया पर काम किया गया है।

इन चीजो से बनकर हुआ तैयार

-इस वॉटर प्यूरीफाई को एसीसी सीट, स्टेनलेस स्टील ग्रिड, ऑटोमैटिक वॉटर कंट्रोलर, ऑटोमैटिक वॉटर लेवल स्विच, प्री फिल्ट्रेशन यूनिट, हाई प्रेशर, लो प्रेशर डिटेक्टर, मीनर रिच वॉटर आदि चीजों से मिलकर तैयार किया गया है।

आगे की स्लाइड्स में देखिए और फोटोज ...

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