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Etah News: एटा में नकली दूध बनाने का बड़ा जखीरा बरामद, मौके से तीन गिरफ्तार

Etah News: एटा जनपद में आज खाद्य विभाग व पुलिस स्वाट विभाग की नकली दूध, घी बनाने वालों के खिलाफ की गयी संयुक्त कार्रवाई में तीन क्विन्टल ग्लूकोज, बीस ड्रम तेल बरामद की गई है।

Sunil Mishra
Published on: 20 July 2022 5:36 PM GMT (Updated on: 21 July 2022 10:28 AM GMT)
Big gang of making fake milk exposed in Etah, three arrested from the spot
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 एटा : एटा में नकली दूध बनाने का बड़ा जखीरा बरामद

Etah News: उत्तर प्रदेश के एटा जनपद मुख्यालय के कोतवाली देहात क्षेत्र स्थित ग्राम विरामपुर (Village Virampur) पर आज खाद्य विभाग व पुलिस स्वाट विभाग की नकली दूध, घी बनाने वालों के खिलाफ की गयी संयुक्त कार्रवाई में तीन क्विन्टल ग्लूकोज, बीस ड्रम तेल, अठारह घी से भरे टीन के साथ भारी मात्रा में छोटे बड़े ड्रम व बाल्टी मौके से पकड़ी गई है। वहीं इस कार्रवाई में टीम ने अवैध कारोबार के सरगना को भी मौके से धर दबोचा है।

जिला खाद्य विभाग अधिकारी डॉक्टर स्वेता सैनी (District Food Department Officer Dr Sweta Saini) भी मौके पर अपनी टीम के साथ पहुंच गईं और अवैध कारोबार के लिए एकत्रित किया गया दूध, घी आदि बनाने के सामान की मौके से सैंपलिंग कर कार्यवाही के लिए परीक्षण हेतु भेजा गया।

मौके पर मौजूद खाद्य विभाग के अधिकारी ने कहा कि देहात कोतवाली के चौथे मील स्थित विरामपुर ककरावली पर अवैध कारोबार की सूचना पर पुलिस तथा स्वाट टीम को नकली घी, दूध की बनाने की सूचना प्राप्त हुई जिस पर स्वाट टीम ने अविलंब खाद्य विभाग को सूचना से अवगत कराया गया।

फरार होते आरोपियों को टीम ने धर दबोचा

जिस पर खाद्य विभाग की टीम मौके पर पहुचते ही संयुक्त कार्यवाही शुरू की गई जिसमें खाद्य विभाग सहित टीम ने जितेंद्र गोस्वामी पुत्र राजा राम निवासी विरामपुर कोतवाली देहात के यहां तीन ठिकानों पर छापा मारा, जिसमें पुलिस को देख जितेंद्र गोस्वामी व उसके 2 साथियों ने मौके से फरार होने का प्रयास किया लेकिन मौके पर मौजूद टीम ने उसे धर दबोचा। खाद्य विभाग ने जैसे ही कार्यवाही करना शुरु किया तो परिजनों ने उक्त दुकान का लायसेंस तथा प्रमाण पत्रों को दिखाना शुरू कर दिया। जिससे यह भी स्पष्ट है कि जितेंद्र खाद्य विभाग के एक लायसेंस के जरिए काफी दिनों से काले कारोबार में लिप्त रहा होगा।

जितेंद्र के परिजनों द्वारा दिखाये गए खाद्य विभाग द्वारा जारी किए गए इस प्रमाण पत्र की अवधि में इस माह में ही समाप्त हो जाएगी वहीं दिखाए गए प्रमाण पत्र पर यह भी स्पष्ट अंकित है कि समयावधि खत्म होने से 30 दिन पूर्व ही पुनः उसकी फीस जमा करते हुए लाइसेंस को बचाया जा सकता है। किंतु ऐसा नहीं किया गया।

आपको बताते चलें इस समय जनपद में नकली दूध तथा पनीर का कारोबार जोरों से चल रहा है। इससे पूर्व भी कई बार लाखों रुपए का माल प्रशासन द्वारा बरामद किया जा चुका है। लेकिन प्रशासन की ढुलमुल नीति के चलते यह कार्य अभी भी फल फूल रहा है। इस कारोबार को रोकने के लिए जिम्मेदार विभाग द्वारा कार्यवाही न करना उनकी कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है।

Shashi kant gautam

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