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सपा सरकार में हुई 19 वैज्ञानिक भर्ती में बड़ा खुलासा, होगी कड़ी कार्रवाई

Shivakant Shukla
Published on: 17 Sept 2018 12:02 PM IST
सपा सरकार में हुई 19 वैज्ञानिक भर्ती में बड़ा खुलासा, होगी कड़ी कार्रवाई
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शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर में गन्ना शोध संस्थान में 19 वैज्ञानिकों की भर्ती घोटाले का पूरा खुलासा सामने आ गया है। जांच में वैज्ञानिको की भर्ती को पूरी तरह से अवैध बताया गया है और शोध संस्थान के तत्कालीन निदेशक को भर्ती घोटाले में में दोषी पाया गया है। खुलासे के बाद गन्ना शोध संस्थान में हड़कम्प मचा हुआ है। सपा शासन मे हुई वैज्ञानिकों की अवैध भर्ती के मामले में जल्द ही शासन से बड़ी कार्यवाही की तैयारी की जा रही है।

क्या है पूरा मामला

शाहजहांपुर में उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा गन्ना शोध संस्थान है। इस गन्ना शोध संस्थान में 2015 में हुई 19 वैज्ञानिकों की भर्ती के घोटाले के खुलासे में पता चला है कि नियम और कायदों को ताख पर रखकर गन्ना शोध संस्थान के निदेशक बीएल शर्मा और सपा सरकार मे तत्कालीन गन्ना उपाध्यक्ष राम कृष्ण यादव ने 19 वैज्ञानिकों की अवैध भर्ती कर डाली। इस भर्ती में लाखों की रिश्वत के भी आरोप हैं। इससे ये साफ स्पष्ट होता है कि नवम्बर 2015 में हुई इन 19 भर्तियों में पैसा न देने वाले योग्य वैज्ञानिकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

ऐसे नियम को ताख पर रखकर की गई थी नियुक्ति

1. पादप रोग वैज्ञानिकों के लिए 3 लोगों की भर्ती में 29 आवेदन आये जिसमें से सिर्फ पहले से तय 3 ही लोगों के आवेदनों को पास किया गया और उनकी आसानी से भर्ती कर ली गई।

2. दैहिकी वैज्ञानिकों के लिए 2 लोगो की भर्ती के लिए 21 आवेदन आये जिनमें से तय शुदा 2 लोगों की पास करके 2 की भर्ती कर ली गई।

3. वैज्ञानिक कीट के 1 पद के सापेक्ष 13 आवेदन में 12 को बाहर कर दिया गया और तय शर्त के मुताबिक एक ही वैज्ञानिक को भर्ती कर लिया गया।

इसी तरह हर कैटेगिरी की भर्ती के लिए दो दो एक्सर्पट को साक्षात्कार में बैठना था लेकिन गन्ना शोध संस्थान के डायरेक्टर ने सिर्फ दो ही एक्सपर्ट को बुलाकर सभी वर्गो का इन्टरव्यू करवा दिया। वहीं स्क्रिनिंग कमेटी में जिन 30 काबिल वैज्ञानिकों को बाहर कर दिया गया और 10 नम्बर वाले वैज्ञानिक की भर्ती कर ली गई। मामलें शासन द्वारा की गई जांच के बाद गन्ना शोध संस्थान के पूर्व निदेशक को प्रथम दृष्टया दोषी करार दिया गया है। अब फर्जी और अवैध ढंग से की गई 19 वैज्ञानिकों की भर्ती के मामले में स्थानीय विधायक और शिकायतकर्ता कड़ी कार्यवाही की मांग कर रहे हैं।

संस्थान के डायरेक्ट बीएल शर्मा हैं घोटाले के मुख्य आरोपी

ऐसे में पूरे भर्ती घोटाले में संस्थान के डायरेक्ट बीएल शर्मा और पूर्व में उप्र गन्ना परिष्द के उपाध्यक्ष राम कृष्ण यादव का नाम निकल कर सामने आ रहा है। इस मामले में जब गन्ना शोध संस्थान के पूर्व डायरेक्टर बीएल शर्मा से से बात करने की कोशिश की गई तो वो इस मामले में बचते हुए नजर आये।

19 वैज्ञानिकों की 2015 में हुई अवैध तरीके से भर्ती में 10 से 15 लाख रूपये की रिश्वत लिये जाने के भी आरोप लगे हैं यही वजह है कि ओवर एज वैज्ञानिकों की भर्ती कर ली गई जबकि विज्ञापन में उम्र तय कर दी गई। जांच में गन्ना शोध परिषद के पूर्व डायरेक्टर बीएल शर्मा को प्रथम दृष्टया दोषी माना गया है साथ पूरी भर्ती प्रक्रिया को भी अवैध माना गया है। ऐसे में वर्तमान गन्ना शेध परिषद के निदेशक डा0 ज्योत्सनेन्द्र सिंह का कहना है कि इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र तैयार किये जा रहे है और मामले में शासन स्तर से कड़ी कार्यवाही किये जाने की तैयारी की जा रही है।

एफआईआर दर्ज किये जाने की तैयारी

लेकिन अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर भर्ती घोटाले सामने आने के बाद इन्हें इनके पद से क्यों नही हटाया जा रहा है क्योकि यहीं वैज्ञानिक हर महीने लाखों का वेतन ले रहे है। सवाल ये भी उठता है जब अयोग्य वैज्ञानिकों की भर्ती हुई है तो रिसर्च के बेहतर परिणाम मिलना मुश्किल होगा। फिलहाल सूत्रों की माने तो मामले में एफआईआर दर्ज किये जाने की भी तैयारी चल रही है।



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Shivakant Shukla

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