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शहीद के परिजनों की मांग, सीएम के आने पर होगा शव का अंतिम संस्कार
रक्षा मंत्री का गृह जनपद होने के बावजूद गांव में कोई भी जनप्रतिनिधि या मंत्री नहीं आया।
चंदौली: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों द्वारा किए गए हमले में उत्तर प्रदेश के चंदौली के जवान धर्मदेव भी शहीद हुए। वह CRPF में कोबरा कमांडो के पद पर रहें। जिनका पार्थिव शरीर सोमवार की रात को बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचा। जहां शहीद धर्मदेव को सलामी देने के बाद उनके पार्थिव शरीर को दुलहीपुर के CRPF कैंप लाया गया।
वहीं मंगलवार को जब शहीद की शव यात्रा निकली तो इस बीच शहीद के पिता रामआश्रय गुप्ता और छोटे भाई ने शहीद का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।परिजनों के साथ-साथ ग्रामीणों ने भी उनके इस फैसले का समर्थन किया। उनका कहना है कि जब तक सीएम या रक्षामंत्री नहीं आते वो शहीद का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
कोई मंत्री नहीं पहुंचा
चंदौली जिला के ठेकहां चईका गांव निवासी शहीद धर्मदेव के परिजन को इस बात से काफी खफा है कि रक्षा मंत्री का गृह जनपद होने के बावजूद गांव में कोई भी जनप्रतिनिधि या मंत्री नहीं आया। शहीद के पिता का कहना है कि चंदौली से ताल्लुक रखने वाले दो लोग कैबिनेट मंत्री के पद पर आसीन हैं।
एक केंद्र सरकार में एक राज्य सरकार में मंत्री हैं। देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का यह गृह जनपद है। लेकिन कोई भी मंत्री श्रद्धांजलि देने गांव नहीं आया। और जब तक मुख्यमंत्री या खुद रक्षामंत्री यहां नहीं आते। तब तक शव को अंतिम संस्कार के लिए नहीं ले जाया जाएगा।
रक्षामंत्री से मिला आश्वासन
वहीं परिजनों के अनुसार फोन पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से उनकी बात हुई और उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि काफी व्यस्त होने के कारण उनका आना संभव नहीं हैं। लेकिन वह सीएम योगी आदित्यनाथ से इस बारे में बात करेंगे। और उनका प्रयास रहेगा कि शहीद की अंतिम यात्रा में सीएम या कोई सक्षम मंत्री शामिल हो।