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Bikaru Kand: कौन है खुशी दुबे, विकास दुबे मामले से क्या है संबंध
Bikaru Kand: बिकरू कांड में तत्कालीन सीओ बिल्हौर समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे, सात अन्य घायल हो गए थे। इसी मामले में आरोपी खुशी दुबे का सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दिया है।
Bikaru Kand: कानपुर जिले के चौबेपुर थानाक्षेत्र के बिकरू गांव में दो जुलाई को देशभर को दहला देने वाले वाला कांड हुआ था। लोगों के जहन में आज भी वो दिन है जब एक मुकदमे में वांछित गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने के लिए लाव लश्कर के साथ गांव पहुंची पुलिस पर हमला हो गया था। ताबड़तोड़ सैंकड़ों राउंड गोलियों से आसमान दहल उठा। जब गोलियों की आवाज थमीं तो बिकरू की गलियां पुलिस वालों की खून से सनी थीं। तत्कालीन सीओ बिल्हौर समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे, सात अन्य घायल हो गए थे। इसी मामले में आरोपी खुशी दुबे का सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दिया है।
कौन है खुशी दुबे
खुशी दुबे, अमर दुबे की पत्नी है। अमर दुबे कुख्यात अपराधी विकास दुबे का भांजा था। विकास दुबे के लिए काम करता था। लोगों से पैसे वसूलने जैसे अपराध में लिप्त था। अमर दुबे बिकरु गांव में विकास दुबे के साथ मिलकर 8 पुलिस वालों की नृशंस हत्या कर दी थी। इसके बाद पुलिस मुठभेड़ में वह भी मारा गया था। मालूम हो कि घटना से कुछ दिन पहले ही खुशी और अमर की शादी हुई थी। घटना के आरोप में खुशी दुबे पिछले दो सालों से जेल में है।
क्यों हुई थी जेल
खुशी दुबे को बिकरूकांड में आरोपी माना जा रहा है। उस समय खुशी दुबे नाबालिग भी थी। पुलिस ने उन पर बलवा, हत्या का प्रयास, हत्या, डकैती, षड्यंत्र रचने, चोरी की संपत्ति को बेईमानी से प्राप्त करने से संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया था। इसके बाद सितंबर 2020 में खुशी दुबे के खिलाफ दर्ज मामलों में धाराएं बढ़ा दी गईं। उन पर 17 धाराओं में केस दर्ज किया गया था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने सशर्त जमानत दी है। सप्ताह में एक बार थाने में एसएचओ के सामने पेश होना होगा।
कब क्या हुआ था
- 2 जुलाई बिकरू गांव में विकास दुबे और उसके गुर्गों ने पुलिस पार्टी को घेरकर गोली बारी की जिसमें सीओ देवेन्द्र मिश्रा समेत आठ पुलिस कर्मियों की मौत हो गई।
- 3 जुलाई 2020- पुलिस ने आरोपित प्रेम प्रकाश पाण्डेय और अतुल दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया।
- 8 जुलाई 2020- हमीरपुर में एसटीएफ ने अमर दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया।
- 9 जुलाई 2020- पनकी में आरोपित प्रभात मिश्रा को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। वहीं इटावा में पुलिस ने प्रवीण दुबे को एनकाउंटर में ढेर किया।