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BSP में हो सकते हैं नंबर दो के नेता, 6 साल में करोड़पति से बने अरबपति

Newstrack
Published on: 27 July 2016 3:18 AM GMT
BSP में हो सकते हैं नंबर दो के नेता, 6 साल में करोड़पति से बने अरबपति
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Suyash Mishraलखनऊ: बसपा में आखिर नंबर दो का नेता अब कौन है? बसपा सुप्रीमो मायावती के बाद यूपी में दूसरा कौन सबसे बड़ा नेता है? इसको लेकर सभी के मन में सवाल उठता होगा। पिछले दिनों बसपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या और फिर बीएस 4 के मुखिया,पूर्व मंत्री और बसपा के संस्थापक काशीराम के करीबी आरके चौधरी ने पार्टी छोड़ी। दोनों ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर टिकट देने में धन उगाही और तानाशाही का आरोप लगाते हुए पार्टी से किनारा कर लिया।

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ये दोनों नेता बसपा में खास जगह रखते थे। खासकर स्वामी प्रसाद विधानसभा चुनाव 2017 के लिए बसपा के मुख्य चेहरे के रूप में जाने जा रहे थे। लेकिन अचानक इनके इस्तीफे ने सभी को हैरान कर दिया। अब सवाल यह उठता है कि पार्टी की डूबती नाव को उबारने के लिए अगली कमान किसके हांथों में आएगी?

स्वामी प्रसाद मौर्या और आरके चौधरी के जाने के बाद बसपा में नंबर दो की लड़ाई में दो प्रमुख चेहरे थे। जिसमें पहला चेहरा नसीमुद्दीन सिद्दीकी और दूसरा सतीश चंद्र मिश्रा। लेकिन बीजेपी के निष्कासित पूर्व यूपी उपाध्यक्ष दयाशंकर के विवादित बयान के बाद नसीमुद्दीन का सड़क पर उतरकर माया के समर्थन में आना और फिर गाली कांड। इसके बाद बेटी पेश करो के विवादित नारों के चलते वह भी हासिए पर आ गए हैं। इन सब के बाद अब सतीश चंद्र मिश्रा ही बचते हैं जिनके कंधों पर बसपा को पुन: जीवित करने जिम्‍मा हो सकता है।

सतीश चंद्र मिश्रा जाति से ब्राम्हण हैं और वह इस लाबी को मोड़ सकते हैं। मायावती भी इस बात से वाकिफ हैं 2007 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने ज्यादातर ब्राम्हणों को टिकट देकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। ब्राम्हण लाबी को बटोरने के लिए अब सतीश चंद्र ही सबसे अच्छे विकल्प हैं।

स्वामी प्रसाद मौर्या और फिर आरके चौधरी के पार्टी छोड़ने के बाद सतीश चंद्र माया के सबसे चहेते और विश्वसनीय हो सकते हैं। सतीश चंद्र मिश्र बसपा से तीन बार राज्यसभा जा चुके हैं। उन्हें बसपा के बहुजन समाज का थिंक टैंक कहा जाता है।

6 साल में सतीश चंद्र बने करोड़पति से अरबपति

बसपा महासचिव और मायावती के करीबी सतीश चंद्र मिश्र 193 करोड़ के मालिक हैं। 6 साल में सतीश चंद्र मिश्र की संपत्ति 9 करोड़ से बढ़कर 193 करोड़ हो गई है। मिश्र और उनकी पत्नी कल्पना मिश्रा के पास कुल मिलाकर दो करोड़ से अधिक के गहने हैं। राज्यसभा में सदस्य के तौर पर नामांकन के समय दाखिल किए गए एफिडेविट में यह सामने आया है। जबकि इसके पहले 2009 में राज्यसभा के लिए नामांकन के समय दाखिल एफिडेविट के मुताबिक उनकी संपत्ति सिर्फ 9.17 करोड़ थी। वहीं साल 2009 में सतीश चंद्र मिश्र की लायबिलिटी सिर्फ एक करोड़ थी जो अब बढ़कर 38.23 करोड़ रुपए है।

ये है सतीश चंद्र मिश्र की संपत्ति

-सतीश मिश्र के पास 4.71 लाख और उनकी पत्नी के पास 1.24 लाख रुपए नकद हैं।

-मुंबई और लखनऊ में इनके चार बैंक खातों में कुल 71 लाख रुपए की एफडी है।

-मुंबई, नई दिल्ली और लखनऊ के चार बैंक खातों में 73.12 लाख रुपए जमा हैं।

-इनकी पत्नी के पास 6.39 लाख रुपए की एफडी है और दो बैंक खातों में 21.83 लाख रुपए जमा हैं।

-इनकी पत्नी के 11.34 करोड़ के बांड और शेयर हैं।-सतीश मिश्र के पास 51.11 लाख कीमत की एक मर्सिडीज बेंज है जो 2011-12 में खरीद गई।

-इसके अलावा उनके पास एक और बेंज गाड़ी है। जिसकी कीमत 6.13 लाख है।

-इनकी पत्नी के पास 7 लाख रुपए कीमत की होंडा गाड़ी भी है।

-मिश्रा के पास सोना, चांदी और डायमंड के कुल 553.825 ग्राम के जेवरात हैं।

-जिसकी कीमत 37.45 लाख रुपए है।

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