समाज की तरक्की के लिए एकजुटता आवश्यक: डॉ चंद्रपाल सिंह यादव

रचियता महार्षि कश्यप की जयंती समारोह मुख्य अतिथि डॉ चन्द्रपाल सिंह यादव ने प्रेम अहिंसा सद्भाव भक्ति का संदेश दिया।

B.K Kushwaha
Report By B.K Kushwaha
Published on: 5 April 2021 5:21 PM GMT
समाज की तरक्की के लिए एकजुटता आवश्यक: डॉ चंद्रपाल सिंह यादव
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photos (social media)

झाँसी। समाजवादी पार्टी एवं रायकवार समाज के संयुक्त नेतृत्व में महाराज गुहराज निषाद एवं श्रृष्टि रचियता महार्षि कश्यप की जयंती समारोहशिवपुरी रोड नन्दन पुरा पर स्थित स्थानीय विवाह घर में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष महेश कश्यप की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर वक्ताओं ने आयोजित कश्यप जयंती पर महर्षि कश्यप से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

महार्षि कश्यप की जयंती समारोह

जयंती समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि पूर्व राज्य सभा सांसद डॉ चन्द्रपाल सिंह यादव ने कहा कि संत महापुरुषों ने मानव को प्रेम अहिंसा सद्भाव भक्ति का संदेश दिया। समाज की उन्नति व तरक्की के लिए एकजुटता आवश्यक है। इसलिए हमें मिलकर इस दिशा में कार्य करना होगा। समाज में शिक्षा खासकर बेटियों की शिक्षा को लेकर बेहद जागरुकता आई है, यह समाज की उन्नति की दिशा में अच्छा कदम है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव

समाज के बच्चे प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़कर समाज, जिला व प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होने बताया कि सपा संरक्षक नेता जी मुलायम सिंह यादव ने हमेशा निषाद समाज का सम्मान किया। सांसद फूलन देवी को निकालकर आगे बढ़ाने का कार्य किया। उन्ही के पदचिन्हों पर चल कर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कश्यप समाज को एक माला मे पुरोने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से रायकवार समाज अखिलेश यादव के साथ है ।

दीपनारायण सिंह यादव किया आह्वान

पूर्व विधायक गरौठा दीपनारायण सिंह यादव ने समाज के लोगों को समाज में फैली बुराईयों को दूर करने का आह्वान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सपा जिलाध्यक्ष महेश ने कहा कि महर्षि कश्यप ब्रह्मा जी के मानस पुत्र मरीची के विद्वान पुत्र थे। उन्हें अनिष्ट नेमी नाम से भी जाना जाता है। आगे उनकी माता कला कर्दम ऋषि की पुत्री और कपिल देव की बहन थी। कश्यप ऋषि को ऋषि-मुनियों में श्रेष्ठ माना गया है। पुराणों के अनुसार हम सभी उन्हीं की संतानें हैं। इसके अलावा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व एमएलसी श्याम सुन्दर सिंह ने कहा कि महर्षि कश्यप मूल पुरुष कश्यप का आश्रम मेरु पर्वत के शिखर पर था। जहां पर वह परब्रह्म परमात्मा के ध्यान में लीन रहते थे।

इस अवसर पर मौजूद हुए यह लोग

समस्त देव, दानव व मानव उनकी आज्ञा का पालन करते थे। इस अवसर पर पूर्व एमएलसी तिलक चन्द्र अहिरवार, लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश पाल, के के सिंह यादव, राधेलाल बौध ने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर भूपेंद्र रायकवार, रामकिशन रायकवार, प्रेमनारायण रायकवार, अनिल कश्यप, जितेंद्र, रोहित,बिहारी लाल,आशीष रायकवार, देवेंद्र रायकवार, बबलू रायकवार, प्रकाश रायकवार, विकास, घनश्याम कश्यप, रामकिशन, रामप्रसाद, मनीराम रायकवार, रामू रायकवार, मोनू मस्ताना, केतन कश्यप, प्रकाश चितावद,राजू निषाद दीनदयाल, आशाराम रौनी, महेंद्र, राजू, उमाशंकर खरकसानी,बालाराम चितावद,रविन्द्र भदरवारा आदी रायकवार समाज के लोग मौजूद रहे। संचालन आरिफ खान ने किया आभार रायकवार समाज के जिलाध्यक्ष धीरज रायकवार ने व्यक्त किया।

रिपोर्ट : बी के कुशवाहा

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