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Bulandshahr News: भाजपा का फर्जी विधायक गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर की डिबाई कोतवाली पुलिस ने भाजपा का विधायक बनकर अधिकारियों को फोन करने वाले फर्जी विधायक को गिरफ्तार किया है।
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर की डिबाई कोतवाली पुलिस ने भाजपा का विधायक बनकर अधिकारियों को फोन करने वाले फर्जी विधायक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि गिरफ्तार युवक खुद को भाजपा का बिल्सी का विधायक बताकर अधिकारियों को कॉल करके मुकदमों में मन माफिक काम कराने का दबाव बनाता था। डिबाई थाना पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमा आरोपी के खिलाफ दर्ज किया है।
अधिकारियों को फोन कर काम कराने का बनाता था दबाव
रविवार को जनपद बुलंदशहर की डिबाई कोतवाली पुलिस ने जहांगीराबाद निवासी संजय ओझा पुत्र विनोद ओझा नाम के एक शख्स को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का आरोप है कि गिरफ्तार युवक बदायूं जनपद की बिल्सी विधानसभा क्षेत्र का भाजपा विधायक बताकर फोन करके काम बताता था और उन्हें करने का दबाव डालता था। पुलिस का कहना है कि पकड़ा गया युवक जिलाधिकारी, एसएसपी, पुलिस क्षेत्राधिकारी एवं अलग-अलग थाने और चौकी में कॉल करके अपराधियों को छोड़ने की भी सिफारिश करता रहता था।
डिबाई कोतवाली प्रभारी निरीक्षक छोटे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी संजय ओझा का एक साथी भूपेंद्र सिंह सीआरपीएफ का बर्खास्त सिपाही है। जिसे 2 सप्ताह पहले पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। इस प्रकरण में संजय ओझा ने अधिकारियों को फोन करके मुकदमा ना लिखने को अधिकारियों के पास फोन किया था। आरोप है कि संजय ओझा ने सिफारिश करने के बाबत 15 लाख रुपए बर्खास्त सिपाही से लिए थे। बर्खास्त सिपाही पर आरोप था कि वह खुद को सीआरपीएफ का कमांडेंट बनकर बेरोजगार युवकों से नौकरी के नाम पर लाखो रूपये की ठगी करता था।
एसपी देहात बजरंगबली चौरसिया ने बताया कि संजय ओझा नाम के युवक को गिरफ्तार किया है। फर्जी विधायक बनकर अधिकारियों के पास कॉल करके उल्टी-सीधी सिफारिश करता था।जहांगीराबाद में पहले से तीन मुकदमे भी संजय ओझा के खिलाफ कायम है
सरकारी गनर के साथ चलता था गिरफ्तार फर्जी विधायक
सूत्रों बताते है कि संजय ओझा जहांगीराबाद का गल्ला व्यापारी है, बदायूं जनपद की बिल्सी विधानसभा सीट के भाजपा विधायक आरके शर्मा का अति निकटस्थ बताया जाता है, माननीय के साथ फोटो खिंचाना, उनसे संपर्क बनाए रखना उसका शौक था। वह माननीयों की कार्यशैली का जानकर होने के कारण अधिकारियों को बातों के प्रभाव में लेकर काम कराना अच्छी तरह से जानता है। पुलिस सूत्र बताते हैं कि इलाके में रुतबा बनाने के लिए गनर भी संजय ओझा के पास था, कई महीने से संजय ओझा सरकारी गनर के साथ चल रहा था, लगभग 10 दिन पूर्व ही उसका गनर हटाया गया है ।