TRENDING TAGS :
BJP foundation day: स्थापना दिवस के बाद अब सरकार के आठ साल पूरे होने पर होगी कैदियों की रिहाई
BJP foundation day:उत्तर प्रदेश के कारागार प्रशासन ने आजीवन कारावास से दंडित 256 सिद्ध दोष कैदियों को समय पूर्व रिहाई के आदेश जारी किए हैं। इसके अलावा 500 कैदियों की रिहाई प्रक्रिया भी चल रही है।
BJP foundation day: उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही कुछ और ऐसे कैदियों को रिहाई करने की तैयारी कर रही है जो अत्यधिक वृद्व हैं तथा कोर्ट में दया याचिका के तहत उन्हे छोड़ने के आदेश दिए जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश के कारागार प्रशासन ने आजीवन कारावास से दंडित 256 सिद्ध दोष कैदियों को समय पूर्व रिहाई के आदेश जारी किए हैं। इसके अलावा 500 कैदियों की रिहाई प्रक्रिया भी चल रही है।
यह जानकारी उ.प्र के कारागार एवं होमगार्ड राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने देते हुए बताया कि अनुसार सिद्ध दोष कैदियों की समयपूर्व रिहाई में स्थायी नीति एवं सामान्य दया याचिका के अंतर्गत इन बंदियों के आदेश जारी कर दिये गये हैं।
नये जेल भी जल्द बनकर तैयार होंगे
धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि जेलों में ओवरक्राउडिंग की शिकायतों को देखते हुए नये जेल एवं बैरक बनाये जाने का प्रस्ताव किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि हाल ही में आगरा जेल में नये बैरक का उद्घाटन किया जा चुका है। निर्माणाधीन नये जेल भी जल्द बनकर तैयार हो जायेगे।
प्रजापति ने बताया कि जेलों की नियमित साफ-सफाई एवं सुरक्षा संबंधी सभी व्यवस्थायें दुरूस्त रखने के निर्देश सभी जेल अधीक्षकों को दिये गये हैं, साथ ही सभी जेलों में नियमित रूप से गायत्री मंत्र एवं महामृत्युंजय मंत्र की स्तुति कराये जा रहे हैं। इसके सकारात्मक प्रभाव भी विभिन्न जेलों से प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि जेलों में बन्द कैदियों से मिलने आने वाले परिजनों, सगे-संबंधियों के बैठने एवं उनके पीने के पानी की उचित व्यवस्था रखे जाने के निर्देश दिये जा चुके हैं।
इसके पहले भाजपा के स्थापना दिवस पर छह अप्रैल को उत्तर प्रदेश के 48 कारागारों से कुल 136 बंदियों की रिहाई करवाई गई थी। प्रदेश के विभिन्न जेलों में अर्थदण्ड न चुका पाने के कारण बन्द इन कैदियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए इनके रिहाई के लिए प्रयास किये गये और इसमें प्रदेश के विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं ने सहयोग किया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मानवीय कार्य मेरे कार्यकाल के दौरान आगे भी होते रहेंगे।
रिहा किये गए कैदियों में गोरखपुर की 6 जेलों से 8, बरेली की 6 जेलों से 13, आगरा के 7 जेलों से 22, अयोध्या के 5 जेलों से 10, मेरठ की 5 जेलों से 17, वाराणसी की 4 जेलों से 20, कानपुर की 8 जेलों से 19, प्रयागराज की 4 जेलों से 18 एवं लखनऊ के 3 जेलों से 9 कैदी शामिल थें।