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Hardoi News: रुपए न होने पर कैद में थी जिंदगी, भाजपा नेता ने पांच लोगों को कराया रिहा

Hardoi News: हरदोई में BJP के पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण शास्त्री व BJP नेता पारुल दीक्षित ने अटल जी की जयंती पर जेल में बंद पाँच असहाय कैदियों का जुर्माना भर जेल से रिहा कराया।

Pulkit Sharma
Published on: 26 Dec 2022 12:42 PM IST
BJP leader Parul Dixit freed five prisoners on Atal Bihari Vajpayee
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भाजपा नेता ने अटल बिहारी बाजपेयी की जयंती पर पांच कैदियों का जुर्माना भरकर रिहा कराया

Hardoi News: हरदोई में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण शास्त्री (Shrikrishna Shastri, former district president of BJP in Hardoi) व भाजपा नेता पारुल दीक्षित (BJP leader Parul Dixit) ने भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की जयंती (Former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary) पर जिला कारागार में बंद पाँच असहाय कैदियों का जुर्माना भर जेल से रिहा कराया।

जेल से रिहा हुए कैदियों ने अटल बिहारी बाजपेयी के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया और संकल्प लेते हुए भविष्य में कभी भी अपराध के रास्ते पर ना चलने की शपथ भी ली। कैदियों द्वारा भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री कृष्ण शास्त्री व पारुल दीक्षित को माला पहनाकर उनका आभार व्यक्त किया गया।

असहाय होने के चलते जुर्माना न अदा कर पाने के कारण जेल में थे

जिला कारागार में असहाय होने के चलते जुर्माना ना अदा कर पाने के चलते शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र के दिलावरपुर के आरिफ उर्फ कौआ, माधौगंज थाना क्षेत्र के गोखले नगर निवासी शीलू गुप्ता उर्फ छोटू, टड़ियावां थाना क्षेत्र के ख़ुशीहाले, कछौने कोतवाली क्षेत्र के प्योरि निवासी राजू व कोतवाली संडीला के काशीराम कॉलोनी निवासी सोनू का जुर्माना भरकर भाजपा नेता पारुल दीक्षित ने जिला कारागार से बाहर निकलवाया है।

पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि

पारुल दीक्षित द्वारा जेल से रिहा हुए कैदियों के उज्वल भविष्य की कामना की गई। पारुल दीक्षित ने बताया कि उनको ज्ञात हुआ था कि कुछ कैदी जुर्माना अदा न कर पाने के वजह से जेल में बंद है जिन्हें आज आजाद कराकर पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने मामूली अपराधों में जेल में बंद ऐसे आरोपियों को रिहा करने का आदेश दिया है, जो जमानत की शर्तें पूरी न कर पाने की वजह से जेल में ही बंद रह जाते हैं।



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Shashi kant gautam

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