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जौनपुर: पंचायत चुनाव में BJP की करारी हार, सपा ने 42 सीटों पर हासिल की जीत

भाजपा की सहयोग पार्टी अपना दल एस ने जनपद के दक्षिणान्चल में अपनी ताकत का एहसास कराया और 06 वार्डो पर जीत दर्ज कराया है।

Kapil Dev Maurya
Reporter Kapil Dev MauryaPublished By Chitra Singh
Published on: 8 May 2021 10:16 AM GMT (Updated on: 8 May 2021 10:33 AM GMT)
जौनपुर: पंचायत चुनाव में BJP की करारी हार, सपा ने 42 सीटों पर हासिल की जीत
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भाजपा-सपा (फोटो- सोशल मीडिया)

जौनपुर: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Panchayat Elections) के नतीजों ने सत्ताधारी दल भाजपा को जोरदार झटका दिया है। वर्ष 2017 के विस चुनावों के बाद यह चौथा चुनाव है, जिसमें भाजपा (BJP) को करारी हार झेलनी पड़ी है। वर्ष 2022 के चुनाव से ठीक पहले आए पंचायत चुनाव के नतीजों ने जनता के मिजाज का अहसास करा दिया है। जनता ने अहसास करा दिया है कि अब वह क्या करने वाली है। सिर्फ मोदी-योगी के भरोसे ही जीत का मंत्र मानकर काम चलने वाला नहीं है। साथ ही यह भी संदेश दिया है कि आगामी दिनों की राह आसान नहीं होगी।

यहां बता दें कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुुनाव ने चौंकाने वाले परिणाम जनता ने दिया था। भाजपा की सुनामी ने सपा के मजबूत गढ़ में गहरी सेंध लगाई थी। जनपद जौनपुर की नौ सीटों में से चार पर भाजपा को जीत मिली थी। एक पर सहयोगी अपना दल-एस, एक पर बसपा और सिर्फ उन तीन सीटों पर ही सपा सिमट गयी थी, जहां से तत्कालीन सपा सरकार के मंत्री मैदान में थे। इस जीत ने भाजपाइयों के उत्साह को इस कदर आसमान पर पहुंचा दिया कि साढ़े चार साल बाद भी वह नीचे उतरने का नाम ही नहीं ले रहा है।

उसके बाद से होने वाले चुनावों में भाजपा एक-एक कर सभी में मात खाती नजर आ रही है। वर्ष 2017 में ही नगर निकायों के चुनाव में सिर्फ मुंगरा और शाहगंज की सीट पर ही भाजपा को जीत मिली थी। जौनपुर नगर पालिका सहित मड़ियाहूं, केराकत, मछलीशहर, बदलापुर और खेतासराय नगर पंचायत में विपक्षी दलों के चेयरमैन निर्वाचित हुए थे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव को सपा-बसपा ने मिलकर लड़ा तो पूरी ताकत झोंकने के बाद भी भाजपा जौनपुर संसदीय सीट हार गई। वहीं मछलीशहर में बड़ी मुश्किल से हेरा फेरी करके अंतिम राउंड की गणना में मात्र 184 वोटों से जीत का स्वाद जबरिया चख लिया।

गत वर्ष मल्हनी विधानसभा के उपचुनाव में नतीजे भी भाजपा के लिए बेहद निराशाजनक रहें। सत्ता में होने के बाद भी भाजपा प्रत्याशी यहां जमानत भी नहीं बचा सकें। जबकि यहां के प्रचार में मुख्यमंत्री सहित कई मंत्री, सांसद अपनी पूरी ताकत एवं दम-खम से प्रचार कर रहे थे। इसके बाद अब पंचायत चुनाव भी सत्ताधारी पार्टी के लिए अनुकूल नहीं रहा। जनपद के जिला पंचायत सदस्य के कुल 83 पदों पर भाजपा ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। साथ ही सभी विधायक, मंत्री, सांसद ने अपने इलाके में प्रत्याशी को जिताने के लिए एड़ी-चोटी तक का जोर भी लगा दिया था । बावजूद इसके महज 10 सीटों पर ही कामयाबी मिल सकी। यहां बता दे कि पंचायत के इस चुनाव में सपा के 42 सदस्य चुनाव जीते हैं।

बसपा भी 10 सीटों पर जीत दर्ज कराया है। भाजपा की सहयोग पार्टी अपना दल एस ने जनपद के दक्षिणान्चल में अपनी ताकत का एहसास कराया और 06 वार्डो पर जीत दर्ज कराया है। सभी मड़ियाहूं तहसील क्षेत्र के है। आईएमआईएस 02 पर उलेमा कौंसिल 01,आप-03 पर विजय हासिल किया है। शेष वार्डो में निर्दलियों जीत दर्ज कराया है।

Chitra Singh

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