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Uttar Pradesh: मंत्रियों की मॉनीटरिंग करेगा संगठन, कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनने वालों की तैयार होगी लिस्ट

Uttar Pradesh: यूपी बीजेपी में नए संगठन मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद अब 2024 में 80 सीटों के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कई बड़े फैसले जल्द लिए जायेंगे.

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 27 Aug 2022 10:57 AM IST
Uttar Pradesh Bhartiya Janta Party
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Uttar Pradesh Bhartiya Janta Party (image news network)

Uttar Pradesh BJP: यूपी बीजेपी में नए संगठन मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद अब 2024 में 80 सीटों के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कई बड़े फैसले जल्द लिए जायेंगे. जिनमें कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को तवज्जो की बात जोर शोर से उठी है. इसके साथ ही अब संगठन मंत्रियों की निगरानी भी करेगा और उनकी रिपोर्ट तैयार कर ऊपर पहुंचाएग. दरअसल पार्टी रणनीतिकारों को पता है अगर यूपी में 80 की 80 सीटें जीतना है तो उसके लिए केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को अंतिम पायदान तक पहुंचाने के साथ-साथ पार्टी और विचार परिवार के कार्यकर्ताओं को संतुष्ट रखना भी आवश्यक है.

बड़े नेता बोल चुके संगठन सरकार से बड़ा

बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सहारनपुर में कहा था कि जो अधिकारी कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी यह कह चुके हैं संगठन सरकार से बड़ा होता है. इसके बाद अब संगठन मंत्रियों के कामकाज की निगरानी करेगा. क्योकि संगठन महामंत्री धर्मपाल और नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी से कार्यकर्ताओं को काफी उम्मीदें हैं. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी नगर निकाय और लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ नीचे तक पहुंचाने, उपलब्धियों को जनता के बीच रखने का काम तेजी से कर रही है. इसके साथी कार्यकर्ताओं को संतुष्ट रखना और उनका मनोबल बढ़ाने का भी अब काम करेगी. जिससे आने वाले चुनाव में कार्यकर्ता पूरे जोश से पार्टी प्रत्याशियों को जिताने के लिए अपनी उर्जा लगाएं. कार्यकर्ताओं की बात सुनने और उससे ऊपर तक पहुंचाने के लिए जल्द ही एक दो पदाधिकारी अधिकृत किए जाएंगे जो कार्यकर्ताओं से संबंधित मामलों को उस विभाग के मंत्री तक पहुंचाएंगे और उसके निस्तारण की रिपोर्ट आलाकमान को सौंपेंगे.

संगठन में होगा बड़ा बदलाव

यूपी बीजेपी के संगठन और क्षेत्रीय टीमों में अब बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. प्रदेश टीम में ऐसे पदाधिकारी जो लगातार कई वर्षों से एक ही जगह पर जमे हुए हैं उनके उनके स्थान पर नए चेहरों को मौका दिया जाएगा. कुछ क्षेत्रीय अध्यक्ष व पदाधिकारियों को पदोन्नत कर प्रदेश टीम में शामिल किया जाएगा. इसके साथ ही क्षेत्रीय अध्यक्ष भी बदले जाने की बात हो रही है. विधानसभा चुनाव हारने वाले पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, पूर्व सांसदों को भी प्रदेश कार्यकारिणी में जगह मिल सकती है. भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर चुकी है और इसके लिए अब लगातार बैठक कर समीक्षा की जा रही है. नए प्रदेश अध्यक्ष और संगठन मंत्री जल्द ही एक और बैठक करेंगे उसके बाद वह अपनी नई टीम का ऐलान भी कर सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक दीपावली तक बीजेपी की नई टीम की घोषणा हो जाएगी.

सुनवाई न करने वाले हुए किनारे

योगी सरकार 1.0 में कुछ बड़े नेताओं, मंत्रियों पर पार्टी, संगठन, आरएसएस और विचार परिवार के संगठनों की सुनवाई ना करने के अक्सर आरोप लगते थे. बीच-बीच में इन नेताओं का गुस्सा भी जाहिर होता था. योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में इसकी समीक्षा के बाद ऐसे नेताओं को किनारे कर दिया गया जो संगठन से जुड़े पदाधिकारियों को तवज्जो नहीं देते थे. उनके स्थान पर नए नेताओं को मौका मिला और वह मंत्रिमंडल तक में भी शामिल किए गए. यूपी के प्रभारी राधामोहन सिंह भी कहा है की मंत्रियों पर निगरानी रखने के लिए नया सिस्टम बनेगा. नए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी तीन बार क्षेत्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं, पंचायत से सरकार और संगठन के बीच समन्वय का कार्य कर चुके हैं. उनके पास एक लंबा अनुभव है इसलिए कहीं पर कोई समस्या नहीं होगी. सरकार और संगठन में कार्यकर्ता की सुनवाई होगी, क्योकि हमारे लिए कार्यकर्ता ही सर्वोपरि है.



Prashant Dixit

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