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BJP और ईरानी के लिए अमेठी से बुरी खबर, अब भी लोगों की पसंद कांग्रेस अध्यक्ष

कांग्रेस के गढ़ अमेठी में सेंधमारी के लिए पांच सालों तक बीजेपी ने हर कोशिश की। बड़ी-छोटी योजनाओं का जाल यहां बिछाया। 2014 में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से पराजय पाकर भी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी में डटी रहीं। बावजूद इसके अमेठी के लोग कांग्रेस और राहुल से अलग होने को तैयार नहीं है।

Dharmendra kumar
Published on: 14 Feb 2019 8:20 PM IST
BJP और ईरानी के लिए अमेठी से बुरी खबर, अब भी लोगों की पसंद कांग्रेस अध्यक्ष
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असगर नकी

अमेठी: कांग्रेस के गढ़ अमेठी में सेंधमारी के लिए पांच सालों तक बीजेपी ने हर कोशिश की। बड़ी-छोटी योजनाओं का जाल यहां बिछाया। 2014 में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से पराजय पाकर भी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी में डटी रहीं। बावजूद इसके अमेठी के लोग कांग्रेस और राहुल से अलग होने को तैयार नहीं है।

पिछले पांच सालों में संसद में राहुल द्वारा सवाल उठाने और अपनी निधि खर्च करने पर जब यहां के लोगों की राय शुमारी की गई तो लोग राहुल को समर्थन देते नजर आए।

अमेठी निवासी वकील सतीश कुमार मिश्र ने कहा कि सांसद राहुल गांधी विकास का जो भी फंड है उसे खर्च कर क्षेत्र को यूटिलाइज कर रहे हैं। क्षेत्र के लिए प्रयत्नशील भी हैं, लेकिन उनके क्षेत्र में तरह-तरह से सरकार उनका विरोध कर रही है। यहां उनकी योजनाओं को लागू नहीं होने दे रही है। जैसे ट्रिपल आईटी यहां से चली गई, मेगा फूड पार्क चला गया। जितनी ट्रेने इस रूट पर चलती थी उसमें भी काफी ट्रेने बंद कर दी गई हैं। अभी माघ मेला चल रहा था उसके लिए अमेठी से कोई ट्रेन नहीं थी। तो अमेठी से सौतेला व्यवहार किया जा रहा और राहुल गांधी चाह कर भी विकास कर नहीं पा रहे है।

अमेठी निवासी मोहम्मद क़ुद्दूस खान का कहना है कि राहुल गांधी संसद में बोलते हैं, उन्होंने कहा अमेठी के साथ बीजेपी सौतेला व्यवहार कर रही है। आए दिन उन्होंने स्टेटमेंट दिया है। उन्होंने निधि के पैसे से तमाम सड़कों का जाल बिछाया हुआ है। सोलर लाइट दिया है। एक भी निधि का पैसा बचा नहीं है। एक जमाना था यहां खानें को नहीं मिलता था, आज गांधी परिवार की देन है खाने को मिल रहा है। डिग्री कालेज आदि की व्यवस्था दिया आईएएस, जजेज हो रहे। इन्होंने क्या किया है? वादा किया था हमारी सरकार बनेगी दस करोड़ लोगों को रोजगार देंगे एक भी करोड़ लोगों को रोजगार नहीं मिला। किसानों की इनकम दुगनी हो जायेगी एक भी दुगनी नहीं हुई। केवल पूंजीपतियों से संबंध बनाकर उन्हें बढ़ावा दे रहे।

अमेठी के युवा चिंतामणि मिश्रा का कहना है कि अमेठी के सांसद राहुल गांधी किस तरह सदन में आक्रमक थे पूरे देश ने देखा। लगातार प्रश्न कर रहे थे सदन के अंदर चाहे वो राफेल मुद्दा हो या मेगा फूड पार्क ले जानें का मुद्दा हो कई मुद्दों पर उन्होंने सवाल किए है। मोदी जी क्योंकि सत्ता पक्ष के हैं जवाब उन्हीं को देना है हो सकता है उन्होंने सवाल न उठाए हों। सांसदो को चाहिए की अपनी निधि का पैसा खर्च करें या कुछ अड़चनों की वजह से रुकने का मामला सामनें आया था।

वहीं यहां के एक अन्य निवासी खलील अहमद ने सवालिया अंदाज में कहा कि राफेल मुद्दे पर सांसद में नहीं बोले राहुल गांधी खुला सांसद में बोल रहे थे, सबकी चुपकी छा गई थी। सांसद में धड़ाके से बोलते हैं। विकास निधि भी खर्च किया है ये बिजली आज से है। यहां का विकास राजीव गांधी और राहुल गांधी की देन है।

दिनेश चंद्र मिश्रा कांग्रेस-बीजेपी दोनों पर थोड़ा आक्रमक नजर आए। उन्होंने कहा कि मैं अपनी समस्याओ से उलझा हुआ हूं, मैं हिंदुस्तान की राजनीति को देखता हूं तो ये सवर्णों को नव वंचित करती हिंदुस्तानी राजनीति है। राजा कभी प्रजा का मित्र नहीं होता वो अपनी राज सत्ता चलाने के लिए टीकरण करता है। राजनीति एक अवसर है कुछ इसका लाभ उठाते हैं कुछ बदनाम हो जाते हैं। मेरी समझ में ये लोग आ नहीं रहे।

किसान परिवार के होने के नाते सबसे बड़ी समस्या किसानों की है। देश के अंदर कृतिम ग़रीबी डाली जा रही है वन रोज़ फसल को खाए जा रहा है। गाय बछड़े खेत को चबाए जा रहे हैं उस पर कोई ध्यान नहीं है। ये दो हजार रुपए दे देना समस्या का समाधान नहीं है। इन सबकी कार्य शैली से जनता त्रस्त है।

Dharmendra kumar

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