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UP News: BJP उपाध्यक्ष बनने के बाद पहली बार लखनऊ पहुंचे एके शर्मा, जोरदार स्वागत
बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष बनने के बाद पूर्व आईएएस और एमएलसी अरविंद कुमार शर्मा पहली बार लखनऊ पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष बनने के बाद पूर्व आईएएस और एमएलसी अरविंद कुमार शर्मा पहली बार लखनऊ पहुंचे। लखनऊ पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। अरविंद कुमार शर्मा के स्वागत के लिए उनके गृह जनपद मऊ और उसके आस-पास के जिलों से भी कार्यकर्ता पहुंचे थे। 19 जून को बीजेपी ने एके शर्मा को विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी का उपाध्यक्ष घोषित किया था।
बता दें कि एके शर्मा के एमएलसी बनने के बाद से ही उन्हें यूपी सरकार में डिप्टी सीएम व कैबिनेट में मंत्री बनने को लेकर कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन उन्हें उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद इन अटकलों को विराम लग गया। अब एके शर्मा पार्टी का काम देखेंगे और 2022 में बीजेपी की जीत के लिए अपना योगदान देंगे।
कौन हैं अरविंद शर्मा ?
अरविंद कुमार शर्मा का जन्म उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में 11 अप्रैल 1962 को हुआ था। वह भूमिहार ब्राह्मण समुदाय से आते हैं, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विद्यार्थी रहे अरविंद कुमार शर्मा 1988 बैच के गुजरात कैडर के आईएएस अफसर रहे हैं। उन्होंने 2001 से लेकर 2013 तक गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी के साथ काम किया है। जब नरेंद्र मोदी पीएम बने तो वो अपने साथ अरविंद कुमार शर्मा को पीएमओ लेकर आ गए। 2014 में वह पीएमओ में संयुक्त सचिव के पद पर रहे, उसके बाद प्रमोशन पाकर सचिव बने थे। लॉकडाउन के बाद मुश्किल समय में पीएम मोदी ने अरविंद शर्मा पर एक बार फिर से विश्वास जताते हुए उन्हें सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम (एमएसएमई) मंत्रालय में सचिव के पद पर भेजा था। जिसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें रिटायरमेंट दिलाकर यूपी भेजा और उन्हें एमएलसी बना दिया।
पूर्वांचल की संभाली थी कमान
कोरोना की दूसरी लहर में जब संक्रमण बढ़ रहा था तब लोगों के बीच ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा था। तब एके शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में जिम्मेदारी पूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया था। बाद में उन्होंने पूरे पूर्वांचल की कमान संभाली थी। बनारस की बैठक के दौरान जब पीएम मोदी वर्चुअल बैठक ले रहे थे तो उन्होंने एमएलसी और पूर्व ब्यूरोक्रेट की जमकर तारीफ भी की थी। उसके बाद एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया था, हालांकि विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। ऐसे मे संगठन में उनकी उपयोगिता बीजेपी के लिए आगे की राह आसान कर सकती है।