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Rakesh Tikait: राकेश टिकैत का बड़ा आरोप, मेरी हत्या कराना चाह रही भाजपा सरकार
Rakesh Tikait Allegation BJP: भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार उनकी हत्या कराना चाहती है और संगठन के साथ टिकैत परिवार को तोड़ना चाहती है।
Rakesh Tikait Latest News: भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भाजपा सरकार के खिलाफ बड़ा हमला करते हुए कर्नाटक में अपने ऊपर हुए हमले को सोची समझी साजिश बताते हुए कहा कि सरकार उनकी हत्या कराना चाहती है और संगठन के साथ टिकैत परिवार को तोड़ना चाहती है। लेकिन, ऐसा नहीं होगा। वे आज यहां भारतीय किसान यूनियन मेरठ द्वारा जनपद के ग्राम जंगेठी के धर्मेशवरी फार्म पर एक समीक्षा सभा को संबोधित कर रहे थे।
राकेश टिकैत ने आगे कहा की जिस प्रकार महात्मा गांधी की षडयंत्रकारियों द्वारा गोली मारकर हत्या की गयी थी। उसी प्रकार आज भी देश व देश के किसानों की आवाज उठाने वालें षडयंत्रकारियों के निशाने पर हैं। अगर एक टिकैत पर कोई आंच आ भी जाती है तो देश में लाखों टिकैत तैयार हैं यूनियन के इन्कलाबी झन्डे को उठाने के लिए। टिकैत ने कहा कि सरकार तोड़फोड़ की राजनीति कर रही है। कार्यकर्ता व किसान हमला करने की स्थिति में नहीं बल्कि बचाव की मुद्रा में हैं।
भाकियू की एकता को भंग करने की पुरजोर कोशिश
बैठक में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार द्वारा भाकियू की एकता को भंग करने की पुरजोर कोशिशें की जा रही हैं। लेकिन, यूनियन की एकता के कारण वो लगातार नाकाम होते आ रहे हैं। टिकैत ने कहा कि ये सरकार 2023 के मध्य तक अपने उग्र रूप मे रहेगी। तत्पश्चात सरकार के रवैए में नर्मी देखने को मिलेगी। राकेश टिकैत ने 10 साल पुराने कृषि वाहनों को चलन से बाहर निकालने के सरकारी फैसले को सही बताने वालो को सलाह दी की वो सभी सरकार हितैषी अपने अपने ट्रैक्टरों को जिला मुख्यालय पर जमा करके अपने समर्थन को उजागर करके दिखाएं बयानबाजी से तो देश पहले ही बहुत परेशान है।
प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए राकेश टिकैत ने कहा की सरकार को किसानों से बात करके उनकी समस्याओं का हल निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश की जनता का मुख्यमंत्री होता है ना कि केवल अपनी पार्टी का। इसलिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को बिना किसी भेदभाव के किसानों के बीच बैठकर उनकी समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करना चाहिए। भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि वार्ता के लिए हम प्रयास कर रहे हैं, जिसपर सरकार अभी ध्यान नहीं दे रही है।
बैठक में भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने कहा कि किसानों की एकजुटता के बल पर वापस हुए काले कानूनों के बाद से षडयंत्रकारी लगातार यूनियन में घुसपैठ कर यूनियन में फूट डालने का प्रयास कर रहे हैं। इनसे सभी किसान भाई सचेत रहें और आपसी एकजुटता कायम रखें।
किसानों की आवाज को किया जा रहा अनसुना
मेरठ मंडल अध्यक्ष गुड्डू प्रधान ने अपने संबोधन में बताया की मेरठ मंडल में किसानों के प्रति तमाम सरकारी वायदे जुमला व घोषणा खोखली साबित हो रही हैं। मेरठ मंडल के समस्त ग्रामीण क्षेत्रों का किसान आज सैकड़ों समस्याओं से ग्रस्त है जिसमें आवारा पशुओं द्वारा खेत में खड़ी फसल का 25% तक हिस्सा प्रभावित हो रहा है और सरकार व उसके अधिकारी किसानों की आवाज को लगातार अनसुनी करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रदेश सरकार किसानों को बिजली पर राहत देने की बात करती है और दूसरी तरफ खेत में लगे नलकूप पर विद्युत विभाग को भेज कर जबरन बिजली के मीटर लगाने का काम कर रही है, इस तरह की चालबाजी बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
समीक्षा सभा में मुख्य रूप सेशमशेर राणा (राष्ट्रीय प्रेस प्रभारी), ओमपाल मलिक ( मेरठ मंडल प्रभारी), प्रवीन मलिक (एन सी आर अध्यक्ष), रविन्द्र दौरालिया,सतवीर जंगेठी, नरेश मवाना, विनोद जाटोली, गजेन्द्र दबतुआ, कुलदीप त्यागी, मिन्टू एहलावत, हरेन्द्र जानी, हर्ष चाहल, ज्ञानेन्द्र त्यागी, सुशील कुमार पटेल,ऐ के जौहरी, बबलू जाटोली, सतीश इलमसिंह, राव गुलबहार, विनेश छुर्र, उरूज अहमद, अंकित डांगी, विपुल, टीटू वीरपाल दबथुआ, आदि शामिल रहे।
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