TRENDING TAGS :
UP Politics: 'हमें शूद्र समझते हैं...जब समय बदलेगा तो पता चलेगा', बीजेपी पर अखिलेश यादव का पलटवार
Black Flags Shown to Akhilesh Yadav: राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भाजपा युवा मोर्चा और हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने काला झंडा दिखाया।
Black Flags Shown to Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के रामचरितमानस (Ram Charit Manas) पर आपत्तिजनक बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया है। राजधानी लखनऊ में शनिवार को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को भाजपा युवा मोर्चा और हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने काला झंडा दिखाया। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव मां पीतांबरा 108 महायज्ञ में पहुंचे थे। राजधानी के डालीगंज में गोमती किनारे ये महायज्ञ हो रहा है। अब अखिलेश यादव का बयान आया है।
विपक्षी पार्टियों के हमलावर रुख को देखते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने विवादों के बीच सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद भी स्वामी प्रसाद अपने बयान पर अडिग हैं। जबकि अखिलेश यादव ने आज मीडिया से बातचीत में कहा, 'बीजेपी के लोग हमें शूद्र समझते हैं, जब समय बदलेगा तो उन्हें पता चलेगा।'
इससे पहले, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार (28 जनवरी) मां पीतांबरा 108 महायज्ञ में शामिल होने पहुंचे थे। जहां भाजपा युवा मोर्चा (BJYM) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्र पहले से मौजूद थे। अखिलेश को देखते ही वो उग्र हो गए और अखिलेश को काला झंडा दिखाया। साथ ही, अखिलेश यादव मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। विरोध करने वालों में हिन्दू महासभा के सदस्य भी थे।
'आरएसएस-बीजेपी ने यहां गुंडे भेजे थे'
अखिलेश यादव ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'जब भी मैं किसी धार्मिक कार्यक्रम में जाता हूं तो बीजेपी के पेट में दर्द होने लगता है। बीजेपी-आरएसएस एक हैं। बीजेपी के बिना आरएसएस का वजूद नहीं है। आरएसएस के बिना बीजेपी भी कुछ नहीं। जिन लोगों ने मुझे यहां बुलाया, उन्हें RSS और BJP से धमकी मिल रही है। आरएसएस और बीजेपी ने यहां गुंडे भेजे थे। अगर मैं किसी धार्मिक कार्य में जाता हूं तो क्या वे गुंडे भेजेंगे?'
लगे अखिलेश मुर्दाबाद के नारे
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) शनिवार दोपहर अपने आवास से डालीगंज में गोमती किनारे मां पीतांबरा 108 महायज्ञ पहुंचे थे। मौके पर पहले से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और भाजयुमो के कार्यकर्ता पहले से मौजूद थे। अखिलेश के पहुंचते है उन्होंने काले झंडे दिखाना शुरू कर दिया। साथ ही, अखिलेश मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। लखनऊ पुलिस आगे आई और मामले को शांत करने में जुट गई। कुछ समय बाद पुलिस ने विरोध-प्रदर्शन करने वाले लोगों को शांत किया। साथ ही, अखिलेश यादव को मौके से निकाला।
स्वामी प्रसाद के रामचरितमानस बयान से क्षुब्ध
दरअसल, भाजयुमो, एबीवीपी और हिन्दू महासभा के कार्यकर्ता-छात्र सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर दिए विवादित बयान से क्षुब्ध थे। स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस, गोस्वामी तुलसीदास और संतों-महात्माओं पर विवादित बयान दिया था। जिसके बाद से हिन्दू संगठनों और बीजेपी ने हल्ला बोल दिया है। अखिलेश यादव को काला झंडा दिखाना उसी की परिणति है।
अखिलेश की चुप्पी से बढ़ी नाराजगी
विरोध-प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे लोगों का कहना है कि समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार रामचरितमानस के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, जिन्हें अखिलेश यादव का संरक्षण प्राप्त है। भाजयुमो कार्यकर्ताओं का कहना है, कि जब से बयानबाजी शुरू हुई है, तब से एक बार भी अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कुछ नहीं बोला। न ही उनके बयान का विरोध किया।