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Sonbhadra News: पुरानी ईंटों से खड़ी कर दी गई चहारदिवारी, राज्यमंत्री के पत्नी की प्रमुखी वाले ब्लाक का मामला
Sonbhadra News: अच्छी स्थिति में रहे कथित भवन को निष्प्रयोज्य घोषित कर उसे गिराने और उसकी जगह नए निर्माण को लेकर सुर्खियों में रह चुका चोपन ब्लाक, एक बार फिर से सुर्खियों में है। इस बार मामला यहां क्षेत्र पंचायत कोटे से निर्मित की जा रही चहारदिवारी का है।
Sonbhadra News: अच्छी स्थिति में रहे कथित भवन को निष्प्रयोज्य घोषित कर उसे गिराने और उसकी जगह नए निर्माण को लेकर सुर्खियों में रह चुका चोपन ब्लाक, एक बार फिर से सुर्खियों में है। इस बार मामला यहां क्षेत्र पंचायत कोटे से निर्मित की जा रही चहारदिवारी का है। अब यहां नए बीडीओ की भी तैनाती हो गई है। बावजूद पुरानी ईंटों और कथित निम्न गुणवत्ता वाली ईंटों का प्रयोग कर नई चारदिवारी का निर्माण किए जाने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है।
इसको लेकर डीएम सहित अन्य अधिकारियों को शिकायत भी भेजी गई है। महत्वपूर्ण मसला यह है कि यह उस ब्लाक का मामला है, जिसकी प्रमुख समाज कल्याण राज्यमंत्री की पत्नी हैं। बावजूद वहां इस तरह की गड़बडियां जारी रहने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। बताते हैं कि चोपन ब्लाक की चारदिवारी का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त स्थिति में पहुंच गया था। आरोप है कि इसका फायदा उठाकर अच्छी स्थिति वाले चारदिवारी को भी तोड़कर नया निर्माण शुरू कर दिया गया।
कहा जा रहा है कि अच्छी स्थिति वाली चारदिवारी तो तोड़ी ही गई। पुरानी चारदिवारी की ईंटों का मसाला छुड़ाकर उसे नए चारदिवारी में प्रयुक्त कर दिया गया। इसको लेकर शिकायत कर रहे लोगों का दावा है कि चारदिवारी में दो तिहाई ईंटे पुरानी ही प्रयोग की गई हैं। वहीं जो नई ईंट प्रयोग की जा रही है, उसकी भी गुणवत्ता दोयम दर्जे की है। दोनों ईंटों को टकराने के बाद टूटने का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है।
कहा जा रहा है कि इसके जरिए सरकारी खजाने को अच्छी-खासी चपत लगाने की तैयारी है। दिलचस्प मसला यह है कि यह उस जगह का मामला है जहां पूरे ब्लाक के अधिकारी बैठते हैं। बावजूद इस गडबडी पर नजर न पड़ पाना चर्चा का विषय बन गया है। उधर, इसको लेकर तस्वीरें और वीडियो वायरल करने वाली सावित्री देवी का दावा है कि इसको लेकर ब्लाक के अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई है।
लेकिन मामले में एक्शन लेने की बजाय, उसे मैनेज करने का प्रयास किया जा रहा है। इस मामले में चोपन के नवागत बीडीओ मनीष मिश्रा से जानकारी लेने का प्रयास किया गया लेकिन वह लगातार व्यस्त मिलते रहे। वहीं ब्लाक के कार्यों की एमवी की जिम्मेदारी संभालने वाले जेई विनोद मौर्या का सेलफोन पर कहना था कि अभी चारदिवारी निर्माण कार्य की एमवी नहीं की गई है। जितने भी पुराने ईंट प्रयोग किए गए हैं, उसकी गणना के बाद ही एमवी की जाएगी।
वहीं इसको लेकर एडीओ पंचायत की तरफ से डीएम को भेजी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि मापांकन और भुगतान के समय पुरानी ईंट के मूल्य की कटौती कर ली जाएगी। सवाल उठता है कि जहां ब्लाक के सभी अधिकारी एक साथ बैठते हां, राज्यमंत्री की पत्नी प्रमुख हों, वहां इस तरह की गड़बड़ी और मामला उजागर होने के बाद, मूल्य की कटौती कर लेने की बात कहकर, पुरानी ईंटों से नई चारदिवारी का निर्माण सही ठहराना कितना सही है? इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।