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लखनऊ रवाना ऑक्सीजन एक्सप्रेस, युद्धस्तर से जुटी वायुसेना, एयरलिफ्ट हुए कंटेनर्स
लखनऊ में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए झारखंड के बोकारो से सप्लाई शुरू हो गई है।
लखनऊ: देश कोरोना संकट (Coronavirus) के साथ ही ऑक्सीजन की किल्ल्त (Oxygen) से जूझ रहा है। पहले महामारी से तो अब संसाधनों की कमी से लोगों की मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। इसी संकट से निपटने के लिए राज्य और केंद्र सरकार लगातार युद्ध स्तर से जुटी हुई है। ऑक्सीजन की कमी से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र, दिल्ली और यूपी मुसीबत में हैं। ऐसे में अब वायुसेना ने इस महासंकट में मोर्चा संभाला है।
दरअसल, लखनऊ में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए झारखंड के बोकारो (Bokaro) से सप्लाई शुरू हुई है। बोकारो से ऑक्सीजन कंटेनर्स लखनऊ (Lucknow) के लिए रवाना हो गए हैं। इसके लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस निकली है, जिसमें कुल तीन टैंकर भेजे गए।
बंगाल, दिल्ली, बिहार में ऑक्सीजन सप्लाई
ऑक्सीजन एक्सप्रेस से राजधानी लखनऊ में 3 टैंकर्स आये हैं, जिसमें लगभग 50 टन लिक्विड ऑक्सीजन 4 घंटे में भर दिया गया। इतना ही नहीं बोकारो से यूपी के अलावा एमपी, छत्तीसगढ़, बिहार, बंगाल में भी ऑक्सीजन सप्लाई हो रही है।
भारतीय वायुसेना के दो C17 विमानों ने तीन कंटेनर बंगाल के पन्नागढ़ पहुंचाएं हैं। इनमें दो बड़े ऑक्सीजन कंटेनर्स और IL 76 ने एक खाली कंटेनर को पहुंचाया। बंगाल में इन तीनो कंटेनर्स को ऑक्सीजन से भरा जाएगा, जहां से इन्हे दिल्ली लाया जाएगा।
मोबाइल ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स जर्मनी से एयरलिफ्ट
इसके अलावा वायुसेना 23 मोबाइल ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स को जर्मनी से एयरलिफ्ट करने की तैयारी में है। ऐसे में भारतीय अस्पतालों के पास इन मोबाइल ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स को लगाया जा सकेगा और ऑक्सीजन की सप्लाई को लागू रखा जा सकेगा।
बता दें कि इसके पहले वायुसेना ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह में भी कोविड टेस्टिंग सेटअप पहुंचाया था। जिसकी वजह से टेस्टिंग की प्रक्रिया में रुकावट आने से बचा जा सका। वहीं अब वायुसेना ऑक्सीजन की सप्लाई को पूरा करने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में ऑपरेशन चला रही है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन की मारामारी को लेकर अपने बयान में कहा था कि देश में ऑक्सीजन की कमी नहीं है, लेकिन सप्लाई में काफी दिक्कत आ रही हैं। जिन राज्यों या शहरों में ऑक्सीजन की जरूरत है, वहां सड़क मार्ग से ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है, हालंकि इसमें काफी समय लग रहा है। इसी वजह से दिल्ली, महाराष्ट्र, यूपी, मध्य प्रदेश, कर्नाटक समेत दर्जनों राज्यों में ऑक्सीजन की कमी हो गयी है।