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Kannauj News: बच्चों के पढ़ने की सरकारी किताबें बेच दी कबाड़ी की दुकान पर, BSA ने लिया मामले का संज्ञान, प्रधानाध्यापक निलंबित

Kannauj News: सर्वशिक्षा अभियान की 6 क्विंटल 50 किलों किताबें बच्चों को देने की जगह कबाड़ मे बेंच दी गई। वीडियो वायरल होते ही हड़कंप मच गया।

Pankaj Srivastava
Published on: 10 Sep 2023 8:47 AM GMT (Updated on: 10 Sep 2023 8:48 AM GMT)
Kannauj News
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कबाड़ में बेंची गई किताबें (न्यूजट्रैक)

Kannauj News: यूपी के कन्नौज जिले में सर्वशिक्षा अभियान के तहत परिषदीय स्कूलों में बच्चों के लिए भेजी गईं किताबों को कबाड़ी की दुकान पर बेंच दिया गया। इस मामले का वीडियो वायरल होते ही हड़कंप मच गया। जिसके बाद मामले का संज्ञान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने लिया। उन्होंने कार्यालय से एक पत्र जारी करते हुए इस मामले में संलिप्त प्रधानाचार्य को निलंबित करते हुए शिक्षा मित्र को हटाये जाने हेतु ग्राम शिक्षा समिति का प्रस्ताव उपलब्ध कराने के लिए पत्र जारी किया है। पूरा मामला कन्नौज के उमर्दा ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय कचाटीपुर का है।

बताते चलें कि इन्दरगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत विजय कुमार पुत्र शिव कुमार की कबाड़ की दुकान है, जिसकी दुकान पर प्राथमिक विद्यालय कचाटीपुर के प्रधानाध्यापक राजेशकांत द्विवेदी अपने सहयोगी शिक्षामित्र रनपाल सिंह के साथ पहुंचे और विद्यालय की सरकारी किताबों को बोरियों में भरकर बेंच दिया। इस बात की जानकारी जब मीडिया और सोशल मीडिया के जरिये जिला बेसिक अधिकारी को मिली तो आनन-फानन एक जांच टीम कबाड़ की दुकान पर पहुंची। इस दौरान कबाड़ दुकानदार विजय कुमार ने बताया कि उसकी दुकान पर प्रधानाध्यापक राजेशकांत द्विवेदी के साथ शिक्षामित्र रनपाल सिंह आये थे। 13 बोरों में भरी स्कूल की सरकारी किताबें व दस्ताबेज थे, जिसका बजन लगभग 650 कुंतल था जो मात्र 7800 रूपये में बेंच गये। इस दौरान जांच टीम ने समस्त पुस्तकों को अपनी अभिरक्षा में ले लिया और जांच रिपोर्ट बीएसए कार्यालय को सौंप दी।


बीएसए ने की पूरे मामले में कार्यवाही

मामले की जांच के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कौस्तुभ कुमार सिंह ने जांच के आधार पर कार्यालय से एक पत्रांक संख्या 731-34 जारी करते हुए प्राथमिक विद्यालय कचाटीपुर के प्रधानाध्यापक राजेश कांत को निलंबित कर दिया गया और शिक्षा मित्र रनपाल सिंह जो कि संविदा पर कार्यरत है उनको पद से हटाये जाने के लिए ग्राम शिक्षा समिति का प्रस्ताव उपलब्ध कराये जाने हेतु पत्र जारी कर दिया गया है।

सर्व शिक्षा अभियान की थी यह सरकारी किताबें

सरकार जहां गरीब बच्चों को सर्व शिक्षा अभियान के तहत निःशुल्क किताबों का वितरण कर शिक्षा के प्रति जागरूक कर रही है। ताकि कोई भी बच्चा अशिक्षित न हो, लेकिन वहीं इस शिक्षा के मंदिर को कलंकित कर रहे ऐसे कुछ शिक्षक जो चंद पैसोें के लालच में बच्चों का भविष्य अंधकार में डाल रहे हैं। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्यवाही की जाये तभी दूसरे लोगों में सुधार आयेगा नहीं तो इसी तरह से कबाड़ में शिक्षा बिकती नजर आयेगी क्यों कि जो किताबें बेंची गई हैं वह सभी सर्व शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा सत्र 2022-23 की हैं और इन किताबों को कक्षा 1 से लेकर कक्षा 5 तक के बच्चों में वितरित किया जाना था, लेकिन शिक्षकों ने किताबों को भंडारण करने के बाद कबाड़ी को बेंचकर अपनी जेब गर्म कर ली।

Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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